Maa Beta Chudai Story – सेक्स की प्यासी मेरी मम्मी


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Story Start Here :

माँ बेटा चुदाई स्टोरी में पढ़िए मैं पहले अपनी माल माँ की तरफ आकर्षित हुआ. उसके बाद मैंने अपनी माँ को चुदाई के लिए मनाया और पापा के पलंग पे पति बनके माँ की चुदाई की।

दोस्तो, मेरा नाम अक्षय है!
मेरी उम्र 23 साल है. इस समय मैं बैंगलोर में हूँ.
मेरी लंबाई 5 फुट 7 इंच है और मेरे लंड की लंबाई 7 इंच है, जबकि इसकी मोटाई 5 इंच है.

मैं कई सालों से अन्तर्वासना का पाठक रहा हूँ.

मैंने अपनी पहली चुदाई युवा होते ही एक लड़की के साथ कर ली थी.
उसके बाद मैंने कई लड़कियों और औरतों को चोदा.

लेकिन फिर मेरी जिंदगी में कुछ ऐसा हुआ कि सब कुछ बदल गया!

दोस्तो, यह माँ बेटा चुदाई स्टोरी है मेरे बुआ के बेटे की शादी की, लगभग 4 साल पहले हुई थी.
जब मैं अपने बुआ के बेटे की शादी में गया था तो वहां मैंने अपने घर की कई औरतों को देखा.

उनमें से कोई मेरी बहन थी, चाची थी, बुआ थी, मौसी थी, या मामी थी.

उससे पहले मैंने कभी उन्हें चुदाई की नजर से नहीं देखा था. लेकिन शादी में सारी औरतें इतना सज-संवर कर आई थीं कि उन्हें देखने वाले हर आदमी का लंड खड़ा हो जाता.
बारात में उनके साथ नाचते वक्त उनकी चूचियों और गांड को दबाने का कई बार मौका मिला.

रात होते-होते मेरी हालत ऐसी हो गई कि मुझे जाकर मुठ मारनी पड़ी!

उस दिन पहली बार मैंने सोचा कि अगर मुझे अपने घर की औरतों की चुदाई करने का मौका मिल जाए, तो बहुत अच्छा हो.

घर की औरतों को चोदने के बहुत फायदे हैं.
सबसे पहला, जब चाहो, जहां चाहो, तुम उन्हें चोद सकते हो! दूसरा फायदा यह है कि किसी को शक नहीं होता.

मुझे चुदाई का बहुत शौक है लेकिन मैं हमेशा इस बात का ध्यान रखता हूँ कि चुदाई के चक्कर में कभी किसी लफड़े में न फंस जाऊं.
इसलिए मैंने ठान लिया था कि अब घर की औरतों को चोदकर ही रहूँगा!

अब पहली समस्या यह थी कि शुरूआत कैसे की जाए क्योंकि सब कुछ इसी बात पर निर्भर करता है कि अगर सबसे पहले गलत औरत को चोदने की कोशिश की और उसने सबको बता दिया, तो मेरी जिंदगी के लौड़े लग जाएंगे!

इसलिए बहुत सोच-विचार करने के बाद मैंने अपनी मम्मी से चुदाई की शुरूआत करने की सोची.
मम्मी को चुनने के कुछ कारण थे.
पहला, मम्मी के नजदीक आना सबसे आसान होता है. अगर कुछ गलत भी हो, तो बचने के तरीके हैं, कई सारे बहाने होते हैं.

दूसरी सबसे जरूरी बात, अगर कुछ उल्टा-सीधा हो भी जाए, तो मम्मी तुम्हारी बात कभी किसी को नहीं बताएगी!

मैं आप सभी को थोड़ा अपनी मम्मी के बारे में बता देता हूँ.

मेरी मम्मी का नाम आशा है, उनकी उम्र 41 साल है. मेरी मम्मी की चूचियां 36D की हैं, कमर 32 की और गांड 38 की.
उनकी गांड थोड़ी कम चौड़ी है.

जब मैंने यह नोटिस किया, तो मुझे लगा कि शायद पापा उनकी गांड कम मारते होंगे!

मेरी मम्मी थोड़ी मॉडर्न टाइप की है, लेकिन बहुत ज्यादा मॉडर्न भी नहीं.

वे घर में जीन्स-टॉप नहीं पहनती हैं, बल्कि वे सूट या मैक्सी में रहती हैं.
जबकि बाहर किसी कार्यक्रम में साड़ी पहनती हैं.

मेरे पापा की मेडिकल की दुकान है.
मम्मी और पापा के अलावा हमारे घर में दो बहनें हैं.

एक बहन बड़ी है, उसकी उम्र उस समय 23 साल थी.

मेरी बड़ी बहन की शादी हो चुकी थी.
दूसरी बहन मुझसे 2 साल छोटी है, उसे पढ़ने के लिए बाहर हॉस्टल में रखा हुआ था.

मेरा कॉलेज का फर्स्ट ईयर था.
उस समय घर में केवल 3 लोग हुआ करते थे; मम्मी, पापा और मैं.

पापा सुबह दुकान चले जाते थे, मैं कॉलेज चला जाता था, फिर मम्मी घर पर अकेली होती थीं.

जब कभी मैं कॉलेज नहीं जाता था, तो घर पर मम्मी और मैं होते थे.
अब सबसे पहली समस्या यह थी कि मम्मी को चुदाई के लिए तैयार कैसे करूं!

इसके लिए पहले यह जानना जरूरी था कि मम्मी की ढंग से चुदाई होती है या नहीं.
मैंने मम्मी और पापा को रात को नोटिस करना शुरू किया.

लगभग 15 दिन में मुझे समझ आ गया कि ये दोनों चुदाई तो लगभग हर तीसरे दिन करते हैं.
लेकिन मम्मी को ठंडी करने से पहले ही पापा झड़ जाते हैं!

इसका मतलब साफ था कि मम्मी के अन्दर आग अभी भी बाकी थी!

इसका एक कारण यह भी था कि पापा की उम्र 50 साल थी, जबकि मम्मी की 43 साल थी.

लगभग दो महीने हो चुके थे और मैं अभी तक कोई तरीका नहीं ढूंढ पाया था कि अपनी मम्मी को चुदाई के लिए कैसे तैयार करूँ.

एक दिन मेरी मम्मी की कुछ सहेलियां घर पर आई हुई थीं.
मम्मी और उसकी चार-पांच सहेलियों का एक ग्रुप है. ये लेडीज हर कुछ दिन में एक-दूसरे के घर पर मिलती थीं, खासकर तब, जब उनके पति घर पर नहीं होते, ताकि वे आपस में खुलकर बात कर सकें.

मैंने सोचा चलो आज इनकी बातें सुनते हैं, देखते हैं ये सब क्या बातें करती हैं.

शुरूआत में ये सब फालतू की बातें कर रही थीं.
घर-परिवार की, जो सभी औरतें करती हैं.

लेकिन धीरे-धीरे उनकी बातों में खुलापन आने लगा, वे अपनी पर्सनल बातें करने लगीं.

इन सभी औरतों की बातों में एक चीज कॉमन थी, ये अपने पतियों से खुश नहीं थीं.

इसका एक कारण था कि इनके पतियों की उम्र इनसे 5-6 साल ज्यादा थी.

इनकी बातचीत में उन्होंने इस बात पर भी चर्चा की कि अगर वे बाहर चुदाई करा लें, तो खुद को ठंडा तो कर सकती हैं.

लेकिन इन लोगों ने इस विचार को तुरंत खारिज कर दिया क्योंकि ये सब बदनामी से डरती थीं.

इसी बातचीत में मेरी मम्मी ने एक ऐसी बात बोली जिसे सुनकर मुझे लगा कि मेरा काम बन जाएगा.

दोस्तो, अगर तुम में से कोई ये सोच रहा है कि चलो, अपनी बेटों से चुदवा लेते हैं, तो उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा था!

मम्मी ने जो कहा, वह ये था- आजकल तो लड़के लड़कियां 18 की उम्र में चोदने लगे हैं.

मम्मी की इस बात के बाद सभी औरतों ने एक ही बात कही- अगर हम भी आज के ज़माने में पैदा हुई होतीं, तो चुदाई का पूरा मज़ा लेतीं!

अपनी मम्मी की इस बात ने मुझे एक प्लान बनाने की प्रेरणा दी.

मैंने सोचा कि एक रंडी को पैसे देकर घर लाऊंगा और ऐसा इंतज़ाम करूँगा कि मम्मी मुझे उसे चोदते हुए पकड़ लें.

बस मैंने प्लान बना लिया.

एक दिन जब मेरी मम्मी बाहर गई थीं, तो मैंने उस रंडी को फोन करके बुलाया और हम दोनों मस्त चुदाई करने लगे.

मैंने जानबूझ कर दरवाजे पर ताला नहीं लगाया था, ताकि जब मैं चुदाई कर रहा हूँ, मम्मी मुझे उस रंडी के साथ पकड़ लें.

ठीक ऐसा ही हुआ.

कुछ समय बाद मम्मी आईं और उन्होंने हम दोनों को चुदाई करते हुए पकड़ लिया.
वे बहुत गुस्सा हो गईं.

सबसे पहले उन्होंने उस रंडी को गालियां देकर बाहर निकाल दिया.

ये मेरी ज़िंदगी में पहली बार था जब मैंने मम्मी के मुँह से इतनी गालियां सुनी थीं!

सच में, बहुत मज़ा आया क्योंकि किसी को चोदने में और गालियां देने में अलग ही मज़ा है!

इसके बाद बारी थी मेरे प्लान के दूसरे हिस्से को आजमाने की.

रंडी के जाने के बाद मम्मी ने मुझे गालियां दीं, थोड़ा मारा और धमकी दी- तेरे पापा को बताऊंगी!

लेकिन दोस्तो मुझे पता था कि मम्मी ऐसा कुछ नहीं करेंगी.

वह दिन ऐसे ही निकल गया.

अगले दिन सुबह जब पापा चले गए, मैंने मम्मी से पूछा- आपने पापा को बताया क्यों नहीं?

पहले तो मम्मी कुछ नहीं बोलीं, लेकिन मेरे दो-तीन बार पूछने पर वे गुस्से में चिल्लाईं- तुझे अपनी गांड तुड़वाने का बहुत शौक है ना? बता दूँगी तेरे बाप को, तो बाहर निकाल देगा, मादरचोद!

मैंने कहा- बाहर क्यों निकाल देगा? मैंने गलत क्या किया? मैं तो वही कर रहा था, जो आपने बोला था!

ये सुनकर मम्मी चकित रह गईं.
फिर उसने बात संभालते हुए कहा- मैंने कब कहा रंडी की चुदाई करने को?

मैंने उन्हें याद दिलाया- आपने ही तो अपनी सहेलियों के सामने कहा था कि आजकल के लड़के लड़कियां 18 साल की उम्र में चुदाई करने लग जाते हैं!

इसके बाद मम्मी कुछ नहीं बोलीं और मैं नहाने चला गया.

जब मैं और मम्मी साथ में लंच कर रहे थे, मम्मी धीरे से मेरे पास आईं और बोलीं- देख अक्षय, मैं समझती हूँ कि तेरी उम्र में सेक्स करने का मन करता है. लेकिन किसी रंडी के साथ मत किया कर! एक तो इनसे बीमारी होने का खतरा रहता है, दूसरा अगर पुलिस ने पकड़ लिया, तो पूरे घर की इज्जत चली जाएगी. तू गर्लफ्रेंड बना और उसके साथ ये सब कर!
मैंने तपाक से जवाब दिया- मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और मुझसे बनेगी भी नहीं! अब बताओ, मैं क्या करूँ?

मम्मी कुछ बोलतीं, उससे पहले मैंने बोल दिया- मम्मी, आप मेरी गर्लफ्रेंड बन जाओ ना!
ये सुनकर मम्मी फिर गुस्सा हो गईं और बोलीं- तेरा दिमाग खराब हो गया है क्या! कैसी बातें कर रहा है! अब तो तेरे पापा को बताना ही पड़ेगा!

मैंने कहा- फिर मैं भी पापा को बता दूँगा कि वे आपको ढंग से चोद नहीं पाते … और ये बात आप अपनी सहेलियों के सामने ढिंढोरा पीट-पीटकर बताती हो!

ये सुनकर मम्मी कुछ नहीं बोलीं और चुपचाप रसोई में चली गईं.
मैं मम्मी के पीछे-पीछे चला गया.

मम्मी बर्तन धोने के लिए खड़ी थीं.
उस समय मैंने पीछे से मम्मी को पकड़ लिया.

मैं कुछ कर नहीं रहा था, बस मम्मी को गर्म करने की कोशिश कर रहा था.

मम्मी बोलीं- छोड़ दे मुझे!
मैंने मम्मी से कहा- चलो न मम्मी, कमरे में … बात करनी है!

मम्मी बोलीं- मुझे कोई बात नहीं करनी, तू मुझे अकेला छोड़ दे!
मैंने उनसे कई बार बोला, पर फिर भी मम्मी नहीं मानीं.

मैंने गुस्से से कहा- ठीक है, मत करो बात! अब मैं भी आपसे कोई बात नहीं करूँगा और रोज रंडी से चुदाई करूँगा … और शादी भी किसी रंडी से ही करूँगा!

उसके बाद मैं अपने कमरे में आ गया.

थोड़ी देर बाद मम्मी मेरे कमरे में आईं और मेरे पास बैठकर बोलीं- तू समझता क्यों नहीं है! मैं तेरी मम्मी हूँ, हम दोनों ये सब नहीं कर सकते!
मैंने कहा- क्यों नहीं कर सकते?

तो वे बोलीं- कभी देखा है मम्मी बेटे को चुदाई करते हुए!
मैंने कहा- हां! देखना है मां बेटे की चुदाई?
वे बोलीं- ला, दिखा मुझे!

फिर मैंने तुरंत मम्मी को ऑनलाइन मां-बेटा पोर्न चुदाई की वीडियोज दिखाना शुरू कर दिया.

उन वीडियोज को देखकर मम्मी भी गर्म होने लगीं.
लेकिन उन्होंने खुद पर कंट्रोल किया और मुझसे बोलीं- फिर भी मुझे ये बेकार लगता है!
मैंने कहा- आपने कभी तो ट्राय नहीं किया, तो फिर कैसे पता आपको कि ये बुरा है! एक बार ट्राय करो, फिर बुरा लगे तो बताना!

वे कुछ देर सोचकर बोलीं- ठीक है!
मैंने कहा- ठीक है, तो फिर कल पापा के दुकान जाने के बाद हम दोनों सेक्स करेंगे!
वे बोलीं- ठीक है!

जब उन्होंने ‘ठीक है’ कहा, तो मुझे तो मानो अपने कानों पर भरोसा ही न हुआ कि मम्मी इतनी जल्दी मेरे साथ चुदाई करवाने को मान भी जाएंगी.
मैंने उनको अपनी बांहों में भरते हुए चूमा तो मम्मी बोलीं- बेटा अभी रहने दे न … कल करेंगे.

मैंने कहा- बस एक बात बता दो?
वे हंस कर बोलीं- क्या?

मैंने कहा- आपका भी मेरे साथ मन है न सेक्स करने का?
वे पहले तो चुप रहीं और फिर अचानक से अपनी एक सहेली को गाली देती हुई बोलीं- जब वह साली मंजू अपने बेटे से चुद सकती है तो मेरे बेटे के लंड में क्या कांटे लगे हैं? मेरे बेटे का लंड तो जबरदस्त है!

मैं समझ गया कि मेरा मम्मी के सामने एक रंडी की चुत में लंड पेलते हुए दिखा देना कितना कारगर प्रयोग रहा है.

दोस्तो, सेक्स कहानी के अगले हिस्से में मैं आपको अपनी मम्मी की चुदाई की कहानी लिखूँगा.
आप मेरे साथ बने रहें और मुझे मेल भी करें कि आपको यह माँ बेटा चुदाई स्टोरी कैसी लग रही है.

चुदाई की मस्त बातें करने के लिए इस ईमेल पर संपर्क करें.
[email protected]

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