Teen Virgin Girl Sex Kahani

Latest Hindi Sex Stories added for who looking to read Teen Virgin Girl Sex Kahani to make every night hot about Teen Virgin Girl Sex Kahani story.

Story Start Here :

इंडियन टीन वर्जिन गर्ल सेक्स कहानी मेरी कमसिन बहन की है. वह गोरी, गजब गदराये बदन वाली है. एक बार हम गाँव गए तो वहां मेरे एक अंकल आये थे. मैंने अपनी बहन को उनसे चुदती देखा.

दोस्तो, यह घटना आज से 10 साल पुरानी है.
मैं उस टाइम 23 साल का था.
मेरी छोटी बहन मुझसे 4 साल छोटी है. उसका नाम खुशी है.

वह छोटी पर गजब गदराये बदन वाली है. उस टाइम उसका मुखड़ा एकदम गोल और शरीर भरा हुआ था.
वह बहुत ही गोरी है. उसके बाल उसके कमर तक थे.

19 साल की उस उम्र में भी उसकी छाती फूली हुई थी, उसके बूब्स बड़े और गोल थे.
खुशी बहुत ही हंसमुख थी और बहुत मस्ती करती थी.

यश इंडियन टीन वर्जिन गर्ल सेक्स कहानी मेरी इसी कमसिन बहन की है.

पर मुझे ये अंदाज़ा नहीं था कि मैं अपनी छोटी बहन को चुदती हुई देखूँगा.
हम अपने माँ बाप के साथ शहर में रहते थे.

मेरी बहन एक बड़े गर्ल्स स्कूल में पढ़ती थी.
उस स्कूल की फीस बहुत थी और शहर की सारी मस्त मस्त लड़कियां वहां पढ़ती थीं.

मैं सरकारी स्कूल में पढ़ता था.
मैंने कई बार अपने सीनियर्स के मुँह से सुना था कि उस स्कूल की लड़कियां बहुत मस्त और चालू होती हैं.

उनके टीचर ही सबसे पहले उन लड़कियों को चोदते हैं.
मार्क्स बढ़वाने या कोई और काम से लड़कियों को डरा डरा कर चोदते हैं.

कमसिन लड़कियों को गंदी गंदी बुक्स दिखाते हैं, जिसमें लेडीज या लड़कियां नंगी चुदाई की मुद्रा में होती हैं.

मैं ये सब सुन कर डर जाता था लेकिन मुझे अपनी बहन पर भरोसा था कि वह ऐसा कुछ नहीं करेगी.
वह थी भी उम्र में छोटी, तो मुझे लगता था कि उसे इस तरह की बातों का कोई ज्ञान नहीं होगा.

पर मुझे क्या पता था कि मैं अपनी छोटी बहन को शहर में नहीं बल्कि गांव में चुदती देखूँगा और वह भी अपने अंकल से.

बात होली की है.
हम लोग बहुत साल के बाद गांव गए थे.

गांव जाने का मौका बहुत कम मिलता था तो बड़ा अच्छा लग रहा था.

मेरे एक अंकल है महेश सिंह. वह गल्फ कंट्री में रहते थे.
उस वक्त वे भी गांव आए हुए थे.

चाचा जी की उम्र करीब 36 साल रही होगी.
वे 6 फीट लंबे और हट्टे-कट्टे किसी पहलवान की तरह थे.
उनकी पत्नी से उनका तलाक हो गया था इसलिए वे मस्ती वाले अंदाज में ही रहते थे.

हम लोग होली से 4 दिन पहले गांव पहुंचे.

मैं अपरिचित लोगों से बहुत कम बातचीत करता था जबकि खुशी सबसे खुल कर मिलती थी, खूब बातें करती थी.

खुशी को देख कर गांव में सब लोग बहुत खुश थे.
सब उसकी सुंदरता की तारीफ करते थे.

वहाँ दादी … और जो महिलाएं मज़ाक के रिश्ते में लगती थीं, वे उसको छेड़ती थीं.
‘जैसे खुशी तुम तो बहुत सुंदर हो गई हो … दूध जैसी सफेद हो. बोलो तो कोई सांड खोज दें तुम्हारे लिए!’

कोई बोलती कि तुम्हारी छाती में ये गोल गोल क्या है खुशी … हा हा हा!

यह बोल कर वे लोग खूब हंसी मजाक करतीं और खुशी भी उनकी बातों को इन्जॉय के तौर पर लेती.
उन महिलाओं को लगता था कि शहर की लड़कियां ये सब नहीं जानती हैं.

वैसे भी खुशी पढ़ने में तेज थी और हर वक्त वह पढ़ाई की बातें करके ही उनको कुछ कुछ जवाब देती थी तो उनको लगता था कि ये छोटी सी लड़की चुदाई जैसी चीज़ से अनजान है.
कोई कहता कि खुशी अब जवान हो गई है, इसकी शादी जल्दी करनी पड़ेगी.
इसका दूल्हा ऐसी लड़की पाकर बहुत खुश किस्मत होगा.

इन सब बातों से खुशी शर्म से लाल हो जाती और कहती- छी: कैसी कैसी बात करती हो आप लोग. मैं तो अभी बहुत छोटी हूँ.

होली के एक दिन पहले खुशी से एक भाभी ने कहा- छोटी हो, तभी तो मज़ा भी बहुत दोगी ना खुशी … कल होली है, जरा बच कर रहना. कहीं कोई उठा कर बिस्तर में ना लेकर चला जाए … हा हा हा!

पर कौन जानता था कि सच में होली के दिन खुशी की सील टूटने वाली है.
उसकी नन्ही सी बुर में लंड घुसने वाला है और वह भी 7 इंच लंबा व 3 इंच मोटा.

जब से खुशी आई थी, महेश अंकल बहुत ही खुश थे.
वे अक्सर खुशी को खींच कर अपनी गोद में बैठा कर उसके गाल पर किस करते और उसकी तारीफ करते.

पूरा दिन अंकल खुशी को बाज़ार घुमाते और शाम में अंकल खुशी को खेत में घुमाने ले जाते.
रात में वापस घर देरी से आते और छत पर उसके साथ बातें करते रहते.

खुशी भी महेश अंकल के साथ पूरा एंजाय करती.
खुशी अंकल की पर्सनॅलिटी से बहुत आकर्षित थी.

मैं होली के एक दिन पहले खुशी को बुलाने छत पर जा रहा था क्योंकि रात के 11.30 बज गए थे.
सब सो गए थे.

मैं अभी छत के दरवाजे के पास पहुंचा ही था कि तभी मैंने कुछ सुना.

अंकल- खुशी, तुम्हारा कोई ब्वॉयफ्रेंड है?
खुशी- नहीं अंकल, मुझे अच्छा नहीं लगता. ज्यादातर लड़के बड़े बदमाश होते हैं.

अंकल- क्यों लड़के क्या बदमाशी करते हैं?
खुशी- वे सिर्फ़ झगड़ा करते हैं और गंदी गंदी बातें करते हैं.

अंकल- गंदी गंदी बातें … मतलब?
खुशी- आप समझ जाओ ना अंकल!

अंकल- अच्छा! सेक्स वाली बातें क्या?
खुशी ने शर्माते हुए कहा- हां अंकल.

मैंने एक छेद से देखा तो मैंने पाया कि खुशी फ्रॉक पहनी हुई अंकल की गोद में बैठी थी.
अंकल का एक हाथ खुशी के पेट पर था और दूसरा हाथ खुशी के छाती के आस-पास रेंग रहा था.

वे धीरे धीरे अपनी कमर को हिला रहे थे.

अंकल खुशी के गालों को खींचते हुए बोले- तो क्या हुआ? चूत तो चोदने के लिए ही बनी है और चुदते हुए लड़कियों को मज़ा भी बहुत आता है.

खुशी- छी: अंकल, आप कैसी बातें कर रहे हो. मैं कितनी छोटी हूँ!

दरअसल चूत और चुदाई की बात सुन कर खुशी गर्म हो गई थी.

अंकल- खुशी रानी तुम छोटी हो तो मज़ा भी बहुत दोगी ना!
ये कह कर अंकल ने खुशी की एक चूची पकड़ कर दबा दी और वे उसके गालों व गर्दन में किस करने लगे.

खुशी को गुदगुदी होने लगी और वह हंसने लगी- क्या कर रहे हो अंकल. मुझे अजीब लग रहा है. छोड़ो प्लीज … मुझे टॉयलेट जाना है.

अंकल समझ गए कि खुशी की चूत में पानी भर गया है.
तो अंकल ने कहा- मुझे भी टॉयलेट जाना है. चलो यहीं छत में कर लेते हैं!

खुशी- क्या … नहीं नहीं!
अंकल- अरे क्या हो गया मेरी रानी. जब तुम छोटी थी, तब तुम्हें नंगी करके तुमको नहलाता था … भूल गई!

खुशी की चूत में पानी भर गया था, वह बोली- ठीक है अंकल, अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है. यहीं कर लेते हैं.
अंकल बोले- ठीक है.

अंकल ने कहा और खुशी की दोनों चूची कस कर दबा दीं और उसको उठा कर साइड में कर दिया.
अंकल का लंड लुंगी में खड़ा था.

खुशी भाग कर एक कोने में जाकर बैठ गयी और अंकल ने अपनी लुंगी उठा कर जहां थोड़ी रोशनी थी, वहां जाकर मूतने लगे.

अंकल जान बूझकर खुशी को अपने लंड का दर्शन करवा रहे थे.
अंकल अपने लंड को जानबूझ कर हिला भी रहे थे.
खुशी को अंकल का पूरा तना हुआ लंड दिख रहा था.

मूतने के बाद अंकल ने कहा- खुशी एक बात बोलूँ, बुरा तो नहीं मानोगी?

खुशी- नहीं अंकल, आप मेरे फेवरिट हो. मैं आपकी किसी भी बात का बुरा नहीं मानूँगी!
अंकल- मैंने कितनी ही लड़कियां देखीं, पर तुमसे अच्छी अभी तक नहीं देखी. सच में तुम एंजल हो. जो भी तुम्हारा हज़्बेंड होगा न … वह बहुत खुशनसीब होगा.

खुशी- ऐसा क्यों! भाभी भी यही बात बोल रही थीं कि तुम्हारा दूल्हा बहुत खुश किस्मत होगा!
अंकल- तुमको पता है ना दूल्हा अपनी दुल्हन के साथ क्या करता है?

खुशी हंसती हुई बोली- नहीं पता मुझे. आप बताओ?
अंकल- तुम्हारा दूल्हा तुम्हारे सारे कपड़े उतार कर तुमको चोदेगा. तुमको किस करेगा, तुम्हारी चूचियों को पिएगा.

खुशी- छी: अंकल मैं शादी ही नहीं करूँगी. मैं ऐसे गंदे काम नहीं करूँगी.
अंकल- अरे कौन ने बोला है कि ये गंदा काम होता है. इसमें बहुत मज़ा आता है!

अंकल ने यह बोलते हुए खुशी को गले से लगा लिया.
खुशी अंकल के पेट तक ही आ रही थी.

अंकल- खुशी एक बार किस दोगी मुझे तुम्हारे होंठों को चूमना है!

खुशी- क्या अंकल आप भी. तभी से आपने कितनी बार मुझे किस किया, मेरे बूब्स को दबाया. क्या आपने मुझसे पूछा … जो अब पूछ रहे हो?
अंकल थोड़ा झेंपते हुए बोले- तुम इतनी खूबसूरत हो कि मुझसे कंट्रोल ही नहीं हुआ … सॉरी खुशी!

खुशी- अरे कोई बात नहीं अंकल. आप मुझे बहुत अच्छे लगते हो. आई लव यू!
अंकल- सच में..! आई लव यू टू डियर!

यह कहते हुए अंकल ने खुशी को अपनी बांहों में दबोच लिया और उसके होंठों को चूसने लगे.
होंठ चूसते चूसते वे अपनी कमर को आगे पीछे हिला रहे थे, जिससे खुशी की चूत में अंकल का लंड टकरा रहा था.

तभी नीचे से किसी की आवाज़ आई- अरे रात के 12.30 बजने वाले हैं. कितना बात कर रहे हो तुम लोग!

तब मेरी नींद जैसे टूटी.
मेरा लंड खड़ा हो गया था.

मैंने उसे अड्जस्ट किया और छत का गेट ज़ोर से खींचा ताकि अंकल को पता चल जाए कि मैं ऊपर आ गया हूँ.
मैं जोर से बोला- खुशी, चलो पापा बुला रहे हैं.

अंकल अपना लंड छुपाते हुए बोले- अरे बाबू तुम सोए नहीं. चलो हम लोग आते हैं.
अंकल खुशी को लेकर नीचे आ गए.

तब तक पापा मम्मी अपने कमरे के गेट को लॉक करके सो चुके थे.

दादी ने कहा- बच्चों को सोने दो महेश. कल सुबह होली भी खेलना है. खुशी और बाबू तुम मेरे साथ सो जाओ.
तभी महेश अंकल ने मुझसे कहा- बाबू तुम दादी के पास सो जाओ. खुशी मेरे साथ सो जाएगी.

मैं जब तक कुछ बोलता, अंकल खुशी को साथ लेकर अपने कमरे में चले गए.
उन्होंने झपट कर अन्दर से दरवाजा लगा लिया.

मैं अन्दर से बहुत परेशान हो गया.

पता नहीं अंकल मेरी छोटी बहन के साथ रात भर क्या करेंगे.
कहीं अंकल मेरी बहन को सच में चोद ही ना दें.
मेरी नींद ही उड़ गयी थी.

कहां अंकल 36 साल के मर्द थे और मेरी बहन अभी 19 साल की हुई ही थी.

मैं करवट बदल रहा था, मेरी नींद कहीं गायब हो गई थी.

लगभग एक घंटे के बाद मैं उठा और धीरे धीरे अंकल के कमरे के पास गया.

मैं कान लगा कर कुछ सुनने की कोशिश करने लगा.

मुझे ऐसा लगा जैसे अन्दर टीवी पर कोई फिल्म चल रही हो.
मेरी उत्सुकता बढ़ने लगी.

मैं धीरे धीरे मेन गेट खोल कर बाहर आ गया और घर के पीछे की बाउंड्री वॉल पर चढ़ कर अंकल के कमरे के पीछे वाली खिड़की के पास जाकर बैठ गया.
फिर वेंटिलेटर से अन्दर झाँक कर देखने लगा.

अन्दर का नज़ारा देख कर मेरे होश ही उड़ गए.
अन्दर टीवी पर ब्लू फिल्म चल रही थी.
जिसमें एक 18 साल से कम की लड़की को 4 मुस्टंडे चोद रहे थे.
खुशी पूरी तरह से नंगी थी. अंकल भी पूरे नंगे थे. अंकल दीवार से सट कर बैठे थे और खुशी नंगी अंकल की गोद में बैठी थी.

एक बार के लिए तो मुझे लगा कि मैं खिड़की से गिर जाऊंगा. मुझे चक्कर आने लगा था.
मेरी बहन बहुत ही मासूम लग रही थी. वहीं अंकल हट्टे-कट्टे राक्षस लग रहे थे.

अंकल की गोद में खुशी नंगी बैठी थी. अंकल कभी उसके कंधों को चूमते, कभी गालों को चूमते.
अपने बड़े बड़े हाथों से अंकल खुशी की दोनों चूचियों को सहला रहे थे.
साथ ही बड़े आराम से खुशी के चूत को भी सहला रहे थे.

खुशी आहें भर रही थी और धीरे धीरे आवाजें कर रही थी ‘आहह आहह … ऊहह … हह!’

कुछ पल बाद वह बोली- अंकल, अन्दर घुसेड़िए ना!
अंकल- रुक जा मेरी रानी. तुझे और गर्म कर लेने दे, फिर लंड घुसाऊंगा तुम्हारी चूत में!
खुशी- एक घंटा से मैं पागल हो रही हूँ … प्लीज अंकल कुछ कीजिए ना!

अंकल ने खुशी को सीधा करके लिटा दिया.
मैंने खुशी का नंगा बदन देखा.

हे भगवान, ये तो अप्सरा है. इतना मांसल बदन … पूरी गोरी चिट्टी … चूत भी कितनी फूली हुई है. गोल गोल चूतड़ … उफ्फ़ जवानी की गर्मी से लबरेज गर्म कुंड लग रही थी वह!

अंकल खड़े होकर खुशी की टांगों के पास आ गए.
अब उन्होंने अपनी जीभ से खुशी के टांगों को चाटना शुरू किया.
वे अपने हाथों से उसकी जांघों को मसलने लगे.

कुछ मिनट तक ऐसा करने के बाद अंकल ने खुशी की दोनों टांगों को अलग करते हुए फैला दिया.
वे खुशी की भीगी हुई बुर को चाटने लगे.

उनकी इस हरकत से खुशी को एकदम करंट सा लगा.
वह एकदम से सिसकार उठी और अपनी गांड उठाती हुई अंकल के मुँह में अपनी चूत देने लगी.

अंकल ने मसल मसल कर उसे बहुत गर्म कर दिया था. अब खुशी की चूत पानी छोड़ रही थी.
अंकल के चूत चाटने से खुशी की मादक सिसकारियां निकल रही थीं.

वह मस्ती में बोल रही थी- आह आह … अंकल ओह और ज़ोर से चाटो … आह पूरा अन्दर तक जीभ पेल दीजिए न … आहहा … मेरे प्यारे अंकल, आपने तो जवानी की आग को भड़का दिया है आह चाट लो आह.

अंकल पूरे खुश हुए जा रहे थे.
उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि वह अपने से इतनी छोटी लड़की को चोदेंगे.

खुशी का एक एक अंग गजब का था.

लगभग दस मिनट तक खुशी की चूत चाटने के बाद अब अंकल खुशी को चोदने के लिए तैयार हो चुके थे.

अंकल- मेरी खुशी, अब मैं तुम्हारी चूत में अपना लंड घुसेड़ने वाला हूँ … बोलो तैयार हो मेरी जान!
खुशी- प्लीज अंकल, जल्दी डालिए ना!

अंकल- बोलो क्या डालूँ? खुल कर बोलो मेरी रानी क्या करूं?
खुशी- अपना लंड मेरी चूत में घुसा दीजिए प्लीज … मुझे चोद दीजिए अंकल … आह जल्दी से लंड पेलो.

अंकल बोले- रुक ज़रा इस पर तेल लगा लेता हूँ!
खुशी- कहां पर तेल लगाओगे?

खुशी के भोलेपन पर अंकल की हंसी निकल गई.
अंकल- अपने लंड पर … तब तुझको चोदूंगा मेरी प्यारी भतीजी.

अंकल ने बहुत सारा तेल अपने लंड पर लगा दिया और खुशी की चूत को भी तेल से भिगो दिया.

अंकल- तुझे पता है न मैं कितने साल का हूँ?
खुशी- नहीं!

अंकल- मैं 36 साल का हूँ. तू कितने की है?
खुशी- अभी 19 साल की बालिग हो गई हूँ!

अंकल- तुझ जैसी लड़की की चूत में लंड डालना हर मर्द का सपना होता है. आज मेरा सपना पूरा हो रहा है. थैंक्स खुशी.

तब अंकल ने अपना लंड खुशी की चूत पर रखा और आगे झुक कर उसके होंठों को किस करने लगे.

धीरे धीरे वे अपना वजन खुशी के ऊपर डालने लगे.
हर एक सेकेंड में अंकल का लंड खुशी की चिकनी छोटी सी चूत में घुसने लगा.

मैंने देखा कि खुशी छटपटा रही है … पर अंकल लगातार खुशी के होंठों को चूसे जा रहे थे और वे अपना लंड घुसाते जा रहे थे.

लगभग आधा से ज़्यादा लंड खुशी की चूत में घुस चुका था.
अंकल ने खुशी के होंठों को छोड़ कर उसकी कमसिन चूचियों को अपना निशाना बनाया और वे उसकी एक चूची को चूसने लगे.

खुशी की आंखों से आंसू की धार गिर रही थी.
वह दर्द की अधिकता से ज़ोर ज़ोर से रोने लगी- अंकल प्लीज छोड़ दो. अब नहीं. मैं मर जाऊंगी. मेरी चूत फट गई प्लीज अंकल … आहह आहह अब नहीं प्लीज बस … बस!

अंकल ने एक ज़ोर का झटका मारा और अपना पूरा 7 इंच लंड सील पैक बुर में घुसेड़ दिया.
खुशी तो जैसे बेहोश ही हो गई.

अंकल- साली रंडी … क्या टाइट चूत है. जी तो करता है कि तेरी चूत ही फाड़ दूँ बहन की लौड़ी छिनाल … साली इतनी कम उम्र में मुझसे चुदवा रही है. मां की लौड़ी साली ने पता नहीं कितनों को अपनी इस कमसिन जवानी से तड़फाया होगा.

यही सब बड़बड़ाते हुए अंकल ने फिर से एक ज़ोरदार झटका लगाया.

उससे खुशी अचानक से होश में आ गई- आह, बस हो गया अंकल. अब मत कीजिए. बहुत दर्द हो रहा है!

अंकल- अरे मेरी खुशी रानी … तेरी चूत बहुत टाइट है न … इसलिए दर्द हो रहा है. तू बस फिफ्टी तक गिन, उसके बाद तुझे मज़ा आएगा. तू खुद बोलेगी कि चोद दो अंकल. आह गिनना शुरू कर मेरी जान!
खुशी- आह 1, 2,3..

खुशी गिनती गिनने लगी.
अंकल आराम आराम से खुशी की चिकनी चूत चोदने लगे और उनकी एक चूची को चूसने लगे.

अंकल- एक बात बताओ, कभी पहले किसी ने तुम्हारे साथ ऐसा किया था? सच सच बताना. तुम्हें मेरी कसम!
खुशी- नहीं अंकल, किसी ने चोदा नहीं है … लेकिन!

अंकल- क्या लेकिन.. बोलो!
खुशी- स्कूल में टीचर कभी कभी मेरे बूब्स दबा देते हैं. होंठों पर और गाल पर किस करते हैं.

अंकल आराम से अपना लंड चूत में अन्दर तक घुसा रहे थे और खुशी की चूची चूस रहे थे.

अंकल- और क्या करते हैं. अब तो बिंदास खुल कर बताओ मेरी जान!
खुशी- एक बार एक लौंडे ने मेरे बैग में गंदी किताब रख दी थी और सर ने मेरे बैग में उस किताब को देख लिया था. तब उस सर ने मुझे अपना लंड चुसाया था.

ये सब बातें सुन कर मैं दंग रह गया था कि मेरी प्यारी बहन को उसके सर ने स्कूल में लंड चुसवाया था.
मुझे मेरे सीनियर की बात याद आ गई.

खुशी- सर ने मेरी पैंटी में हाथ डाल दिया था और मेरी चूत को छूने लगे थे. फिर उन्होंने मुझे डांटते हुए कहा था कि जल्दी से कपड़े उतारो वरना तुम्हारे पेरेंट्स को बुला कर उन्हें ये किताब दिखा दूँगा! मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए थे. फिर सर ने मुझे वहीं टेबल पर लिटा दिया और मेरी चूत चाटी. फिर उन्होंने मेरी चूत में अपना लंड रख दिया था.

अंकल- क्या … टीचर ने चोदा था तुझे?

खुशी- अरे नहीं. सर अपना लंड मेरी चूत पर रख कर घुसेड़ने वाले ही थे कि बेल बज गई. सर जल्दी जल्दी अपने कपड़े पहन कर निकल गए और उन्होंने मुझसे बोला कि किसी को मत बताना. फिर होली की छुट्टी हो गई और मैं आज आपके लौड़े से चुद रही हूँ.
अंकल- अच्छा हुआ कि छुट्टी हो गयी.. वरना साला टीचर तो तुझे चोद ही देता!

इन बातों में इंडियन टीन वर्जिन गर्ल सेक्स का दर्द भूल गई.
उसकी चूत भी पानी छोड़ने के कारण चिकनी हो गई. अब वह आराम से लंड लेने लगी थी.

अंकल ज़ोर ज़ोर से मेरी कमसिन मासूम बहन को चोद रहे थे.

मेरी नादान बहन अपने से बहुत ज़्यादा बड़े अंकल से मज़े से चुदवा रही थी.

करीब आधा घंटा की चुदाई के बाद अंकल ने अपने लौड़े को चूत से बाहर खींचा और मेरी बहन के मुँह में लंड दे दिया.
मेरी कमसिन बहन अंकल का लंड मजे से चूसने लगी और अंकल ने अपनी रबड़ी फेंकना चालू कर दी.

खुशी बड़ी खुशी से अंकल के वीर्य को खा गई और उसने अंकल के लंड को चूस चाट कर साफ कर दिया था.

दोस्तो, यह सेक्स कहानी अभी आगे लिखना बाकी है.
पर आपके कमेंट्स और मेल मिलने के बाद मैं इंडियन टीन वर्जिन गर्ल सेक्स कहानी को आगे लिखूँगा.
[email protected]

Guestbook - Talk with other readers

 
 
 
Fields marked with * are required.
Your E-mail address won't be published.
It's possible that your entry will only be visible in the guestbook after we reviewed it.
We reserve the right to edit, delete, or not publish entries.
41 entries.
Maruthu
Hi girls iruntha vanga மூடா இருக்கேன்
Hi girls iruntha vanga மூடா இருக்கேன்... Collapse
Aran
Now im inspired for when i go on glambase later
Now im inspired for when i go on glambase later... Collapse
Aran
this inspired me for glambase later
this inspired me for glambase later... Collapse
Kamaveri Paiyan
அவள் புண்டையை பார்த்தேன். எனக்கும் இன்னும் மூடு ஏறியது.
அவள் புண்டையை பார்த்தேன். எனக்கும் இன்னும் மூடு ஏறியது.... Collapse
Romeo
Hi and hello
Hi and hello... Collapse
Mona
As a mom i understand this feeling.
As a mom i understand this feeling.... Collapse
Anitha
Nice story
Nice story... Collapse
tom
epdi guys story share pandrathu
epdi guys story share pandrathu... Collapse
Askar
How to go previous page
How to go previous page... Collapse
maaran
I'm professional massager here I'm from pondicherry
I'm professional massager here I'm from pondicherry... Collapse
Samajay
Nalla sappu di pundamavale
Nalla sappu di pundamavale... Collapse