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Story Start Here :
Xxx देसी गर्ल फर्स्ट चुदाई कहानी में मेरी GF मस्त माल थी. हम लोग चुदाई करने के मूड में थे कि लॉकडाउन लग गया. उसी दौरान हम दोनों को साथ रहना पड़ा.
ये घटना लॉकडाउन के समय की है जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रही थी.
उसी समय मेरे साथ ये घटना घटी.
मैं समीर, भोपाल में रहकर बी.टेक की पढ़ाई कर रहा था.
उसी दौरान मेरी मुलाकात एक खूबसूरत लड़की मेघा से हुई जो दिखने में बहुत सुंदर थी और उसका फिगर किसी हीरोइन से कम नहीं था.
हम दोनों एक ही कॉलेज और एक ही सेक्शन में पढ़ते थे.
धीरे-धीरे हमारी दोस्ती हो गई और हम गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड बन गए.
हमारे बीच वह सब होने लगा जो एक रिलेशनशिप में होता है.
यूं कहें कि हमारे बीच में सिवाय सेक्स के सब कुछ होने लगा था.
हम दोनों में अकेले में अपनी तन की आग बुझाने की बहुत तड़प थी, जिसे हम ऊपरी तौर पर किसिंग करके मिटाते थे.
लेकिन वह तन की तड़प केवल एक चीज से मिट सकती थी और वह था सेक्स.
इसी तरह एक साल कैसे निकल गया, पता ही नहीं चला.
फिर कोविड की वजह से हर जगह लॉकडाउन लग गया जिसके कारण मैं और मेरा दोस्त लॉकडाउन में फंस गए और मेघा भी!
लॉकडाउन में मेघा के हॉस्टल को क्वारेंटाइन कर दिया गया.
सभी का कोविड टेस्ट हुआ, जिसमें मेघा और तीन अन्य लड़कियों को छोड़कर सभी कोविड पॉजिटिव निकले.
बाकी तीन लड़कियों को तो उनके घर भेज दिया गया, क्योंकि वे भोपाल की ही थीं.
लेकिन मेघा जबलपुर से थी इसलिए वह घर नहीं जा सकी.
उसने मुझे अपनी स्थिति के बारे में बताया.
मुझे उसकी ठुकाई का इससे अच्छा मौका नहीं मिल सकता था.
मैंने उससे कहा- अगर तुझे कोई दिक्कत नहीं हो, तो तू मेरे साथ मेरे फ्लैट पर रह सकती है.
उसने तुरंत हां कह दिया.
Xxx देसी गर्ल फर्स्ट चुदाई कहानी यहीं से बनी.
अगले ही दिन मैं उसे अपने फ्लैट पर ले आया.
रास्ते में मेडिकल स्टोर से कामवासना बढ़ाने वाली गोलियां ले लीं और उसके रहने के लिए एक अलग कमरे की व्यवस्था कर दी.
मेघा को मेरे साथ रहने में बहुत खुशी हो रही थी.
उसने अपने घर वालों को भी बता दिया था कि वह उसकी सहेली के साथ उसकी एक बूढ़ी मौसी के घर रहने आ गई है और सुरक्षित है.
उसके इस फोन से उसके घर वालों की चिंता खत्म हो गई.
वह मेरे साथ मेरे कमरे पर आकर मेरे साथ लिपट गई और हम दोनों प्यार करने लगे.
मैंने उससे कहा कि मेघा अब हम दोनों आपस में सेक्स कर सकते हैं क्या?
वह सोचने लगी और फिर धीरे से हल्के से मुस्कुरा दी.
मैं समझ गया कि इसका भी मन है कि चुदाई हो जाए.
फिर मैंने उससे कहा- अपने मुँह से कहो न कि तुम्हारा मन क्या कहता है?
वह हंस कर बोली- नो.
मैंने कहा- ओके मैं तुम्हें हाथ भी नहीं लगाऊंगा.
इतना कह कर मैंने उसे अपने सीने से अलग कर दिया.
वह हंस कर लड़ने लगी और बोली- बिल्कुल चूतिया हो क्या?
मैंने कहा- हां मैं चूतिया हूँ … जब तुम अपने मुँह से कहोगी कि तुम्हें मेरे लौड़े से चुदवाने का मन है तभी मैं सही सही समझ पाऊंगा.
मेरे इतना कहते ही वह शर्मा गई और मेरे सीने से लग गई.
मैं उसे फिर से प्यार करने लगा और उसके एक दूध को पकड़ कर मसलने लगा.
वह आह आह करती हुई मेरे लंड पर हाथ फिराने लगी.
मैंने कहा- चैन खोल कर उसे बाहर निकाल लो न!
वह फिर से शर्मा गई और उसने हाथ हटा लिया.
इसी तरह से सारा दिन हम दोनों ने चुहल की और समय व्यतीत होने लगा.
मैं रात होने का इंतज़ार करने लगा.
रात को मैंने अपनी गर्लफ्रेंड मेघा की नजर बचा कर उसके खाने में गोली मिलाकर खिला दी.
थोड़ी देर में उसका असर दिखने लगा और वह एकदम से गर्म हो गई लेकिन लेट कर गहरी नींद में सोने की एक्टिंग करने लगी.
उसके बाद मैं मेघा के कमरे में गया और उसके पास जाकर सो गया.
धीरे-धीरे मैंने उसके चूचों को सहलाना शुरू किया, जिससे वह जाग गई.
पहले तो वह मना करने लगी और कहने लगी कि पता नहीं कैसा अजीब सा लग रहा है.
मैंने पूछा कि कैसा अजीब सा?
वह बोली- अन्दर से आग सी लग रही है और मन कर रहा है कि बस कपड़े उतार कर नंगी हो जाऊं!
मैंने कहा- हां तो मैं तुम्हें नंगी किए देता हूँ!
वह हंसने लगी और मेरे साथ चिपक गई.
फिर जब मैंने उसे दवा के बारे में बताया.
तो वह भी समझ गई कि बहुत मजा आने वाला है तो वह भी चुदने के लिए राज़ी हो गई.
हम एक-दूसरे से लिपट कर चूमने लगे.
चूमते-चूमते हम दोनों कब नंगे हो गए, पता ही नहीं चला.
फिर मैं मेघा के चूचों को चूसते हुए धीरे-धीरे उसकी नाभि से उसकी चूत तक पहुंच गया और उसकी चूत की फांकों को चूमने और चाटने लगा.
मेघा पागल होने लगी और ‘आह ओह उह’ की आवाज़ें निकालने लगी.
दस मिनट तक चुत चटवाने के बाद वह झड़ गई.
मैंने उसकी चूत को अच्छी तरह से चाटकर पूरा साफ कर दिया.
फिर मैंने उसे अपना लंड पकड़ाया और मुँह में लेने को कहा.
पहले तो वह मेरा लंबा और मोटा लंड देखकर डर गई.
लेकिन मेरे ज़ोर देने पर वह मुँह में लेने को राज़ी हो गई.
शुरू शुरू में वह मेरे लौड़े को अपनी जीभ से चाट रही थी, फिर मेरे कहने पर लंड के सुपाड़े को बाहर निकाल कर पूरा मुँह में भरकर चाटने लगी.
मुझे बड़ा मज़ा आने लगा.
कुछ देर लंड चटवाने के बाद मैंने उसे इस तरह लिटाया कि उसका सिर बेड के नीचे की तरफ लटक जाए ताकि मैं उसके मुँह से लंड को चुसवा सकूँ और उसकी चूत चाट सकूँ.
मैंने उसके सिर को बालों से पकड़ कर उसके मुँह को धीरे-धीरे चोदना शुरू किया.
मुझे पता ही नहीं चला कि कब मैंने मेघा के मुँह को चूत समझ कर ज़बरदस्ती पेलना शुरू कर दिया और मेरा लंबा लंड उसके गले तक उतार दिया.
वह ‘गू-गू’ करके अपने हाथों से मेरा विरोध कर रही थी लेकिन मैं इस असीम आनन्द में इतना खो गया था कि मैंने उसके विरोध को नज़रअंदाज़ कर दिया.
पांच मिनट तक लगातार मेघा के मुँह में लंड पेलने के बाद मैं उसके मुँह में ही झड़ गया और सारा वीर्य उसके गले में उतार दिया.
इतनी ही देर में हम दोनों पसीने-पसीने हो गए और हांफने लगे.
मेघा तो मुझे बुरा-भला कहने लगी- इतनी बेदर्दी से कौन लंड चुसाता है!
मैंने उसे मनाया और उसकी चूत चाटने लगा.
थोड़ी ही देर में वह फिर से गर्म हो गई और मेरे लंड को सहलाने लगी.
कुछ ही देर में मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया.
यह मेघा की चूत फाड़ने के लिए तैयार था.
अब मेघा से भी नहीं रहा जा रहा था.
वह खुद कहने लगी- अब नहीं रहा जा रहा … मिटा दो मेरी चूत की गर्मी … कर दो मुझे ठंडी.
मैं भी उसे तड़पाना चाहता था ताकि वह मुझसे ताबड़तोड़ ठुकाई के लिए गिड़गिड़ाए.
थोड़ी देर में वह चुत चुदवाने के लिए गिड़गिड़ाने लगी.
लेकिन मैंने एक शर्त रखी- मैं ठुकाई के बीच में नहीं रुकूँगा, चाहे कुछ भी हो जाए!
मेघा ने कहा- ठीक है … चाहे मैं कितना भी चिल्लाऊं, तुम मत रुकना. मेरी इस निगोड़ी चूत को आज फाड़ ही दो, बहुत तंग कर रखा है इसने मुझे!
शायद मेघा को पहली ठुकाई में होने वाले दर्द का कोई अंदाज़ा नहीं था इसीलिए वह ऐसा बोल रही थी.
मैंने भी उससे कहा- देख लो, एक बार अगर मैं शुरू हो गया, तो तुम्हारी चूत फाड़ कर ही रहूँगा.
मेघा बोली- देखते हैं, कौन किसकी फाड़ता है.
यह सुनते ही मुझे जोश आ गया, मैंने अपने लंड का टमाटर जैसा मोटा व लाल सुपाड़ा मेघा की चूत पर रखा और एक धक्का लगाया.
चुत में चिकनाहट की वजह से लंड फिसल गया और मेघा मेरा मज़ाक उड़ाने लगी.
फिर मैंने उसके पैरों को अपने कंधों पर रखा, उसके होंठों को चूमते हुए अपने लंड को उसकी चूत पर रखकर एक ज़ोर का धक्का लगाया.
मेरा लंड का सुपाड़ा उसकी तंग चूत को फाड़ता हुआ घुस गया.
मेघा इस अचानक हुए दर्द को झेल नहीं पाई और छटपटाने लगी.
वह मुझसे छूटने और चिल्लाने की कोशिश करने लगी.
पर मेरी मज़बूत पकड़ के सामने उसकी एक न चली.
मैं उसके दूध चूसने लगा और सहलाते हुए उसे मस्त करने की कोशिश करने लगा.
थोड़ी देर उसी पोजीशन में रुकने के बाद जब मेघा की चूत का दर्द थोड़ा कम हुआ, तब मैंने एक और ज़बरदस्त धक्का लगाया जिससे मेरा आधा लंड उसकी चूत में चला गया.
मेघा इसे सहन नहीं कर पाई और बेहोश हो गई.
उसकी चूत से खू.न निकलने लगा.
मैं भी कम नहीं था, मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाए ताकि मेघा की चूत में थोड़ी जगह बन जाए.
थोड़ी देर में मेघा को होश आया और वह रोने लगी और चुदने से मना करने लगी.
मैं उसे चूमता रहा और उसके चूचों को चूसता रहा.
जिससे वह धीरे-धीरे फिर गर्म हो गई और अपनी चूत को थोड़ा ढीला छोड़कर कमर हिलाने लगी.
इसका फायदा उठाते हुए मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से बंद कर दिया ताकि वह चिल्ला न सके.
फिर मैंने अपने लंड को पूरा बाहर निकाल कर पूरी ताकत के साथ एक ज़ोर का झटका मारा जिससे मेरा लंड मेघा की बच्चेदानी तक जा पहुंचा.
इस अचानक हुए प्रहार से मेघा फिर से तड़पने और छटपटाने लगी.
वह मुझसे छूटने की पूरी कोशिश करने लगी.
पर मैंने अपनी पकड़ मज़बूत कर रखी थी.
इसके बाद मैं मेघा के दर्द को नज़रअंदाज़ करते हुए ताबड़तोड़ धक्के लगाने लगा.
करीब दस मिनट बाद मेघा का दर्द कम हुआ तो वह भी मेरे ताल से ताल मिलाकर चुदने लगी.
अब वह गाली देती हुई मुझसे चुदवा रही थी- साले तूने मेरी चुत फाड़ ही दी कमीने!
ये ठुकाई करीब बीस मिनट तक चली, जिसमें मेघा बार बार झड़ी.
फिर मेरी चुदाई की स्पीड बढ़ती गई और अंत में मैं मेघा की चूत में ही झड़ गया.
झड़ते ही मैं निढाल होकर उसके चूचों पर सिर रखकर लेट गया.
थोड़ी देर बाद जब हमारी सांसों में स्थिरता आई, तो मैंने देखा कि चादर पर सिर्फ़ खू.न ही खू.न लगा हुआ था.
मेघा खू.न देखकर डर गई.
मैंने उसे समझाया- पहली बार में ऐसा होता है.
फिर मैंने बेडशीट बदल दी.
मेघा खुद को साफ करने बाथरूम की ओर जाने लगी.
लेकिन अभी हुई ताबड़तोड़ चुदाई के कारण उससे चला नहीं जा रहा था.
उसकी चूत सूजकर पाव जैसी हो गई थी.
मैं उसे उठाकर बाथरूम ले गया, उसे अच्छे से नहलाया और साथ में नहाया.
नहाते वक्त मेरा फिर से उसे चोदने का मन होने लगा.
मेरा लंड खड़ा होते देख मेघा मना करने लगी.
लेकिन मेरे ज़ोर देने पर वह मान गई.
फिर हमने एक राउंड बाथरूम में ही निपटाया और रूम में आकर अपने-अपने कमरे में सो गए.
अगली सेक्स कहानी में मैं बताऊंगा कि कैसे मैंने उसकी गांड फाड़ी.
यह Xxx देसी गर्ल फर्स्ट चुदाई कहानी आपको कैसी लगी?
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