Latest Hindi Sex Stories added for who looking to read Desi Aunty Xxx Hardcore Kahani to make every night hot about Desi Aunty Xxx Hardcore Kahani story.
Story Start Here :
देसी आंटी Xxx हार्डकोर कहानी में मेरी पड़ोसन आंटी सेक्सी दिखती हैं पर उनके पति मेंटल हैं. हमारा उनके साथ आना जाना था. आंटी मुझे अपना जिस्म दिखाकर उत्तेजित करती थी.
दोस्तो, मेरा नाम अंकित है।
मैं एक 18 साल का 5 फीट 6 इंच लंबा लड़का हूं।
मेरा लंड 6 इंच लंबा व 2 इंच मोटा है।
यह मेरी पहली कहानी है तो अगर कोई चूक होती है तो माफ़ करिएगा.
देसी आंटी Xxx हार्डकोर कहानी सच्ची घटना पर आधारित है.
पात्रों के नाम बदल दिए गए हैं.
मेरी पड़ोसन का नाम लाली आंटी है।
उनकी उम्र लगभग 40 साल की होगी, उनका फिगर 38c-34-42 का है।
उनका पति दिमागी रूप से पागल है।
लाली आंटी के दो लड़के हैं जो मुंबई में प्राइवेट जॉब करते हैं।
आंटी घर पर अकेली रहती हैं।
हम लोग भी उनके पड़ोस में अभी नए नए आए थे।
एक दिन आंटी को मार्केट जाना था और मुझे भी वहीं जाना था।
वे मेरे घर में आईं और मेरे पापा से बात करने लगीं।
बातों में ही उन्होंने मेरे पापा को अपने बाजार जाने की बात कही होगी.
तो पापा ने उन्हें रोका और मुझे आवाज दी।
मैं उनके पास आया तो मेरे पापा बोले- अंकित तुम बाजार जा रहे हो न, तो आंटी जी को भी साथ में ही लेते जाओ।
उनको मैं अपने साथ ले जाने के लिए तैयार हो गया।
आंटी रोज की तरह सामान्य ड्रेस में थीं।
हम दोनों लोग बाइक से मार्केट गए।
इस बीच उन्होंने मुझसे पढ़ाई लिखाई को लेकर काफी बातें की।
मैंने भी उनके बारे में बहुत कुछ जान लिया था।
मार्केट का काम खत्म करने के बाद उनको ब्यूटी पार्लर भी जाना था तो मैंने उनको अपना नंबर दे दिया ताकि ब्यूटी पार्लर से निकलने पर वे मुझे कॉल करके बुला सकें।
ब्यूटी पार्लर से निकलने के बाद उन्होंने कॉल किया और हम दोनों लोग वापस घर आ गए।
उस दिन के बाद हम दोनों में जान पहचान काफी बढ़ गई और अब उन्हें कहीं भी जाना होता तो वे मेरे साथ ही जाती थीं।
मैं उनके घर पर भी आने जाने लगा था और उनसे काफी देर तक बात करता रहता था।
आंटी मुझे अपने दूध दिखाती थीं।
शुरू शुरू में मैंने इस बात पर ध्यान नहीं दिया.
पर जब उनकी दूध दिखाने की हद बढ़ने लगी तो मैं समझ गया कि आंटी चुदासी हैं।
अब मैं जवान लौंडा था तो उनकी चूचियां देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाता था।
वे कभी कभी मेरे सामने ही बाथरूम में चली जाती थीं और उधर से बिना सलवार पहने बाहर आ जाती थीं।
एक बार वे ऐसे ही बाहर निकलीं तो मैंने उन्हें ध्यान से देखा।
वे हंसने लगीं और मेरे बिना पूछे ही कहने लगीं- अरे यार, वह मेरी पैंटी गीली हो गई तो दूसरी लेने कमरे में जा रही थी।
तब मुझे समझ आया कि आंटी ने अपनी टांगों में पैंटी नहीं पहनी है।
वे कमरे में चली गईं और उनकी मटकती हुई गांड देख कर मेरा लंड अकड़ गया।
वे कमरे में जाकर पैंटी पहनने लगी थीं और कमरे का दरवाजा बंद नहीं किया था।
यह शायद उन्होंने जानबूझ कर ही किया था।
उनकी नंगी टांगें देखने का अवसर मेरे सामने था तो मैं खुद को रोक ही न सका।
मैंने दरवाजे की आड़ से देखा तो आंटी अपनी चूत में गाजर कर रही थीं और ‘आह आह अंकित मुझे चोद दे आह आह …’ कह रही थीं.
यह सुनकर मैं समझ गया कि आंटी चोदने के लिए मस्त आइटम हैं और वे खुद ही मुझसे चुदने को मचल रही हैं।
अब मैं बाहर बाथरूम में आया और अपना लंड हिला कर मुठ मारने लगा।
तभी मुझे उनकी पैंटी दिखाई दी तो मैंने उनकी पैंटी को ही अपने लंड पर लपेट कर मुठ मार कर उसे वीर्य से सान दिया।
उस दिन मैं अपनी ठरक शांत करके घर वापस आ गया था।
दूसरे दिन मैं आंटी के घर गया तो आंटी ने कुछ नहीं कहा।
उस दिन मैं फिर से आंटी के बाथरूम में गया तो उधर उन्होंने अपनी नई ब्रा पैंटी टांगी हुई थी।
मैं मुस्कुरा दिया और उनकी ब्रा और पैंटी चोरी करके लाने लगा।
फिर रात में उसी में मुठ मार कर अगले दिन उनके घर वापस रख आया।
ये सब करते हुए उन्होंने मुझे देख लिया था पर उन्होंने कभी मुझे बोलने की कोशिश नहीं की।
अब मैं भी मौका पाकर उनसे टकरा जाता था।
वे भी मुझसे टकरा कर अपने दूध मुझसे दबा देती थीं।
मतलब यह हो गया था कि बस अब किसी तरह से मामला बिस्तर पर चुदाई की पोजीशन बनने वाली रह गई थी।
फिर एक दिन मैंने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर अपनी न्यूड पिक्स (तौलिया में) लगाई, जिसे देख कर आंटी ने मेरी तारीफ करते हुए वाओ लिखा था।
अब मैं दूसरे दिन उनके सामने गया तो उनके कहने पर मैं अपनी टी-शर्ट ऊपर करके उन्हें अपने 6 पैक्स दिखाने लगा।
आंटी ने मेरे निप्पल टच किए और सिसकारी भरी।
उसी दिन रात को मम्मी ने नानी के यहां शादी में जाने की बात कही।
मेरे एग्जाम थे, तो मम्मी पापा अकेले ही नानी के यहां शादी में जाने वाले थे।
उनकी अनुपस्थिति में मुझे आंटी के यहां ही खाना और सोना था।
रात में मैंने अपना घर लॉक किया और लोअर, टी-शर्ट में उनके घर चला गया।
मैंने जानबूझ कर अंडरवियर नहीं पहना था।
उस दिन आंटी भी बहुत जबरदस्त लग रही थीं।
उन्होंने अपने पति को खाना खिला कर सुला दिया था।
वे मेरे सामने बैठ कर डिनर कर रही थीं और उनको देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था।
आंटी मेरे लोवर में फूले हुए लंड को देख रही थीं और मैं उनके बूब्स को निहार रहा था।
खाना खाने के बाद आंटी ने हम दोनों का बिस्तर लगा दिया और किचन का काम खत्म करके नाइटी में मेरे बगल में आकर लेट गईं।
हम दोनों उनके पति के बारे में बातें करने लगे।
इस बीच वे रोने लगीं, तो मैं उनके हाथ पकड़ कर उन्हें सांत्वना देने लगा।
पर उनके इरादे कुछ और ही थे।
उन्होंने लेटे लेटे ही मुझे गले लगा लिया।
मैं भी मौके का पूरा फायदा उठाते हुए उनकी पीठ पर अपना हाथ घुमाने लगा और अपना हाथ उनकी गांड तक ले जाने लगा।
उनका चेहरा मेरे चेहरे के सामने आ गया था।
मैं उनके होंठों पर किस करने लगा, उन्होंने भी मना नहीं किया और वे मेरा साथ देने लगीं।
मैंने धीरे धीरे उनकी नाइटी खोल दी और उनका हाथ अपने लोअर में डाल दिया।
आंटी मेरे लौड़े को सहलाने लगीं।
यह देखते ही मैंने उनके सारे कपड़े निकाल दिए और उन्होंने मेरे सारे कपड़े हटा दिए।
हम दोनों 69 में हो गए और एक दूसरे के प्राइवेट पार्ट को चाटने लगे।
लगभग 10 मिनट बाद एक दूसरे के मुँह में ही झड़ गए।
मैंने उनकी पूरी बॉडी पर किस किया और वे भी मेरे लौड़े को हिला कर चूम चाट कर कड़क करने में लगी थीं।
फिर मैंने चुदाई की पोजीशन सैट की और अपना लंड उनकी चूत में पेल दिया।
आंटी ने हल्के से आह की और मेरे लंड को खा गईं।
मेरा पहला अवसर था तो मैं लगातार पेलने लग गया और उन्होंने भी कुछ नहीं कहा।
न ही चुदाई का तरीका बताने की कोशिश की।
वे बस मेरा साथ देती हुई अपनी गांड उठाती रहीं और ‘उह्ह्ह उह्ह अह्ह्ह् उम्म …’ की आवाजें निकाले जा रही थीं।
लगभग 20 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों लोग झड़ गए।
मैंने अपना लंड आंटी जी की मुँह में डाल दिया और उन्होंने सारा माल चाट कर लंड साफ कर दिया।
आंटी- अंकित, तुम्हें अभी सेक्स करने के तरीके मालूम नहीं हैं?
मैं- तो लाली आंटी तुम ही सिखा दो न!
लाली आंटी- आज तुम अपनी मर्जी से करो, मैं तुम्हें कल सिखाऊंगी।
मैं- ठीक है मेरी रण्डी आंटी!
तब तक मेरा लंड फिर से तैयार हो गया था तो मैंने एक बार और लाली आंटी को कुतिया बनाया और पीछे से जोर जोर से धक्के मारने लगा।
मैं उन्हें रण्डी की तरह चोद रहा था।
लाली आंटी बोलने लगीं- उम्म अअह्ह उह्ह्ह उफ्फ मैं तो मर गई … आह बहुत अच्छा … और जोर से करो!
यह सुन कर मैं और ज्यादा उत्तेजित हो रहा था।
मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और आंटी को शताब्दी एक्सप्रेस की तरह चोदने लगा।
लगभग 10 मिनट में मैंने अपना माल लाली आंटी के मुँह में छोड़ दिया जिसे उन्होंने पूरा चाट कर खत्म कर दिया।
मैंने लाली आंटी को किस किया, उनके मम्मों को भी दबाया और निप्पल चूसे।
मुझे लगा कि लाली आंटी का पति हम दोनों को देख रहा है।
मैं लाली आंटी को उसके सामने ले गया और उधर खड़ी करके मैंने लाली आंटी को किस किया, उनकी नंगी चूत में उंगली करने लगा और लाली आंटी को गाली देता रहा।
आंटी हँसती रहीं।
वह कुछ नहीं कह रहा था।
अगले दिन सुबह हम दोनों ने फिर से उनके पति के सामने सेक्स करने का सोचा और मैंने लाली आंटी को तैयार करके उनके पति के सामने ही आंटी को नंगी किया।
मैं आंटी के चूचों को दबाते हुए किस करने लगा।
फिर मैंने लाली आंटी के मुँह में अपना लंड दे दिया जिसको लाली आंटी अपने पति को रिझाते हुए चूस चूस कर मजे ले रही थीं।
फिर मैंने लाली आंटी को खड़े खड़े ही पेल दिया.
और आंटी सिसकारियां लेने लगीं- उम्म म्मम अअह्ह … मार डालोगे क्या … उम्म बहुत अच्छा बस ऐसे ही करते जाओ … आज कल से बेहतर कर रहे हो!
मैं उनके पति के सामने ही लाली आंटी को पेले जा रहा था और हम दोनों को बड़ा मजा आ रहा था।
सुबह सुबह ही मैंने लाली आंटी को दो राउंड पेल दिया था।
उसके बाद हम दोनों ने साथ में शॉवर लिया और बाहर नंगे निकल कर बिना कपड़े पहने एक ही थाली में खाना खाया।
रात में न सोने की वजह से बहुत तेज नींद आ रही थी तो हम दोनों ने बिना कपड़े के लिपट कर सोने का तय किया और सो भी गए।
उस रात में भी मैंने देसी आंटी Xxx हार्डकोर सेक्स किया।
हम दोनों ने दो दिन में कई बार सेक्स करके एन्जॉय किया।
इस बार आंटी ने मुझे सेक्स के बारे में बहुत कुछ बताया।
दो दिन बाद मेरे मम्मी पापा भी आ गए जिससे हम दोनों के खेल में खलल पड़ा … पर मौका मिलते ही मैं आंटी के घर पहुंच जाता था और उनके साथ सेक्स कर लेता था।
मैं यह सेक्स कहानी उनसे पहली बार सेक्स करने के दो महीने बाद लिख रहा हूँ।
अब मैं सेक्स के बारे में बहुत कुछ जान चुका हूँ। अब मौका मिलने पर आंटी जी की गांड भी मारता हूँ।
दोस्तो, ये मेरा पहला अनुभव था जो मैंने आप लोगों के साथ शेयर किया।
प्लीज कमेंट में जरूर बताइएगा कि देसी आंटी Xxx हार्डकोर कहानी कैसी लगी।
[email protected]
धन्यवाद