Porn Girl New Sex Kahani


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Story Start Here :

पोर्न गर्ल न्यू सेक्स कहानी में मैंने इन्स्टा से एक लड़की सेट की. वह सेक्स के लिए तैयार थी लेकिन होटल जाने से डरती थी. एक दिन उसे अपने घर में मौका मिला तो उसने मुझे बुलाया.

फ्रेंड्स, मेरा नाम अंकुर है और मैं सोनीपत का रहने वाला हूँ.

मैं दिखने में तो ठीक-ठाक ही हूँ.
मैं जिम जाता हूँ, तो मेरी बॉडी का अंदाज़ा आप लोग लगा सकते हैं.

लेकिन जो लड़की मुझसे एक बार चुद ले … वह मुझे और मेरे लौड़े को मरते दम तक नहीं भूलेगी.

मेरी हाइट 5 फीट 10 इंच है और मेरे लौड़े का साइज़ बहुत मस्त है, यह साढ़े 6 इंच लंबा व 4 इंच मोटा है.

मैं अन्तर्वासना का कई साल से फैन हूं और इसपे बहुत सी कहानी पढ़ चुका हूँ।
आज हिम्मत करके अपने जीवन की सच्ची घटना बयान कर रहा हूँ कि कैसे मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को उसके घर पे चोदा।
ये मेरी पहली पोर्न गर्ल न्यू सेक्स कहानी है।

उन दिनों इंस्टाग्राम पर मेरी एक लड़की से नई-नई बात शुरू हुई थी.
वह मेरे पास की जगह से ही थी और उसका नाम डोडो (नाम बदला हुआ) था.
उसकी उम्र 23 साल थी और उसका फिगर 34-28-36 का था, दूध जैसा गोरा रंग.

मैंने उसे कुछ ही दिनों में अपने प्यार में फंसा लिया और रोज़ देर रात तक बातें होने लगीं.
आखिरकार हम दोनों ने मिलने का प्लान बनाया.

लेकिन वह होटल में जाने से डरती थी … तो जगह की दिक्कत की वजह से हमारी मुलाकात नहीं हो पा रही थी.

एक दिन हुआ यूँ कि उसके घर वालों को एक शादी में जाना था और घर पर सिर्फ़ उसके दादा और वह खुद रुकी थी.

उसके दादा की उम्र ज़्यादा थी और उनके घुटनों में दर्द रहता था तो वे सीढ़ियां नहीं चढ़ पाते थे.

डोडो ने कहा- हम दोनों ऊपर वाले कमरे में मिलेंगे, वहां कोई नहीं आएगा.
मैंने भी हां कर दी.

उसके बताए हुए समय पर मैं उसके घर के पास पहुंचा.
उस समय उसके दादा मंदिर गए हुए थे, तो मैं उसके घर में घुसता चला गया.
उसने दरवाज़ा खुला रखा था.

मैं जाते ही उसके सीने से लग गया और उसके मुलायम चूचों को अपनी छाती पर महसूस करने लगा.

वह भी मेरे सीने से अपने दूध रगड़ने लगी थी.
मेरा लंड खड़ा होने लगा था और उसे लौड़े का अहसास होते ही वह मुझसे अलग हुई और ऊपर चलने के लिए कहने लगी.

हम दोनों जल्दी से ऊपर वाले कमरे में चले गए.

वह मेरे लिए नीचे से पानी लेकर आई.
मैंने पानी पिया और एकदम से उसके होंठों से अपने होंठ चिपका दिए.

इससे उसके बदन में जैसे करंट सा दौड़ गया.
फिर वह भी मुझे किस करने लगी.

मेरा लौड़ा लोहे की तरह सख्त हो चुका था और पैंट से बाहर आने के लिए सांप की तरह फुफकार रहा था.

मैंने किस करते-करते हुए ही उसे बेड पर लिटा लिया और उसके ऊपर लेट गया.
साथ-साथ उसके चूचे ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा.

उसकी मदभरी सिसकारियां निकलने लगीं. उसकी गर्म-गर्म सांसें मेरे लंड में और गर्मी पैदा कर रही थीं.

मैंने अपना एक हाथ उसकी सलवार में डाल दिया.
उसने शुरू में मेरा विरोध किया लेकिन बाद में खुद को मुझे सौंप दिया.

मेरा हाथ जैसे ही उसकी चूत पर लगा, वह बिना पानी की मछली की तरह तड़पने लगी.

उसकी चूत अमृत रस में पूरी तरह भीग चुकी थी.
मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी.
वह ज़ोर-ज़ोर से सिसकारियां लेने लगी.

अब मैंने उससे कपड़े उतारने के लिए कहा.
उसने सिर्फ़ अपना कुर्ता उतार दिया. उसके उसके चूचे ब्रा के अन्दर से आज़ाद होने के लिए तड़प रहे थे.

मैंने उसे एक और किस दी और अपने हाथ से उसकी ब्रा खोल दी.
उसके चूचे और गुलाबी निप्पल देखकर मैं पागल की तरह उन पर टूट पड़ा और निप्पल को दांतों से काटने लगा.

उसकी चूचियों को चूस-चूसकर मैंने लाल कर दिया.

इतने में मेन गेट खुलने की आवाज़ आई.
मैं समझ गया कि उसके दादा आ चुके हैं.

डोडो ने आवाज लगा कर कहा- दादाजी, मैं ऊपर सो रही हूँ.
हमें पता था कि वे ऊपर नहीं आ पाएंगे.

फिर मैंने देर न करते हुए अपने और उसके सारे कपड़े उतार दिए.
तब तक उसकी भी शर्म खत्म हो चुकी थी और वह वासना के नशे में चुदने को बेताब थी.

मैंने उसे मेरा लंड मुँह में लेने के लिए कहा, तो उसने मना कर दिया.

फिर मैं उसकी चूत की तरफ आया.
वह पूरी तरह गीली हो चुकी थी.

मैंने जैसे ही अपनी जीभ उसकी चूत के होंठों पर लगाई, वह तड़प उठी.

मैं उसकी चूत को अपनी जीभ से चोदने लगा.
वह लंबी-लंबी सिसकारियां लेने लगी.

उसकी चूत को चाटकर मैंने उसका सारा पानी पी लिया.
डोडो चिल्लाई- अब और बर्दाश्त नहीं होता, जल्दी से चोदो मुझे.

मैंने एक बार फिर उसे मेरा लंड चूसने के लिए कहा.
मेरे ज़्यादा ज़ोर देने पर वह मान गई और मेरे लंड के सुपाड़े को मुँह में लेकर चूसने लगी.

कुल 5 मिनट की लंड चुसाई के बाद मैंने उसके गांड के नीचे एक तकिया रखा और लंड को उसकी चूत पर सैट करके उसे किस करने लगा.
मैं नहीं चाहता था कि मेरे लंड के दर्द से उसकी आवाज़ नीचे जाए.

तो मैंने किस करते-करते एक ज़ोरदार धक्का दिया और मेरा आधा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ अन्दर गया.
उसने चिल्लाना चाहा, लेकिन आवाज़ किस करने की वजह से अन्दर ही दब गई.

थोड़ी देर बाद वह नॉर्मल हुई और गांड को हिलाने लगी.
मैंने फिर से एक और धक्का दिया.
मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया.

डोडो की आंखों से आंसू आ रहे थे.
मगर उसके अपने दादा का डर भी था तो सारा दर्द अन्दर ही अन्दर पी गई.

फिर मैंने चुदाई शुरू की और स्पीड में उसकी चूत मारने लगा.

उसे मज़ा आ रहा था.
वह भी मेरे हर झटके का जवाब अपनी गांड को हिलाकर दे रही थी.

उसकी आंखें बंद थीं और वह सिसकारियां ले रही थी.

लंड और चूत के मिलन की गूंज हम दोनों महसूस कर रहे थे.
पूरे कमरे में पट-पट की आवाज़ सुनाई दे रही थी.

दस मिनट तक ऐसे ही चोदने के बाद मैं झड़ने वाला था.
उस बीच वह दो बार झड़ चुकी थी.

फिर मैंने अपना सारा वीर्य उसकी चूचियों पर निकाल दिया.
मैंने उसे खुद को साफ करने के लिए कहा- अरे साफ कर ले!

लेकिन वह ठीक से उठ भी नहीं पाई.
फिर मैंने उसे अपनी गोद में उठाया और कमरे से लगे हुए अटैच बाथरूम में ले गया.

वहां हम दोनों साथ में नहाए.
नहाते समय उसने खुद से मेरा लंड अपने हाथों में ले लिया और जितना उसके मुँह में आ सकता था, उतना लेकर चूसने लगी.

दो मिनट की लंड चुसाई के बाद मेरा लंड फिर से सख्त हो गया.

फिर हम दोनों 69 पोजीशन में आ गए; वह मेरे ऊपर थी.

मैंने एक उंगली उसकी चूत में डाली और साथ-साथ उसकी चूत को चाटने लगा.
वह भी मेरा लंड अब अच्छी तरह चूस रही थी.

थोड़ी देर बाद मैंने उसे घोड़ी बनने के लिए कहा- घोड़ी बन जा!
घोड़ी बनते ही जैसे ही मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर लगाया, वह खुद ही थोड़ा पीछे होकर लंड अन्दर लेने लगी.

मैंने भी कमर पकड़ी और एक ही झटके में अपना लंड उसकी चूत में पूरा अन्दर तक डाल दिया.
लंड चूत को चीरता हुआ अन्दर समा गया.
उसे दर्द हुआ, लेकिन इस बार वह सहन कर गई.

दस मिनट तक घोड़ी बनाए रखने के बाद मैंने कहा- अब मेरे लंड पर बैठ जा! मैं फर्श पर लेट गया.

जैसे ही वह मेरे लंड पर बैठी, पानी की बूँदें उसके दूध और बदन से टपकती हुई अमृत जल की तरह लग रही थीं.

वह मेरे लंड पर उछल-उछल कर चुदाई का मजा लेने लगी.
मैंने उसके दोनों मुलायम चूचों को अपने हाथों में लेकर दबाना शुरू कर दिया.

इसके बाद 30 मिनट तक बाथरूम में अलग-अलग पोजीशन में चुदाई की.
इस 30 मिनट की चुदाई के बाद वह काफी थक गई थी.
उसकी आंखों में चुदाई की संतुष्टि साफ दिख रही थी.

फिर मैं भी उसके साथ बिना कपड़ों के सो गया.
एक घंटे बाद हमारी नींद खुली.
मैंने उससे पूछा- मुझे जाना है.

मेरे जाने की बात सुनकर वह भावुक हो गई.
फिर मैंने उसे गले लगाया और एक लंबी किस दी.

वह नीचे गई तो उसके दादा सो रहे थे.

उसने धीरे से मेन गेट खोला और चुपके से मुझे जाने का इशारा किया.

मैं चुपके से निकल कर अपने घर वापस आ गया.

उसके बाद जब भी वह घर पर अकेली होती, मैं उसकी चुदाई के लिए उसके घर पहुंच जाता हूँ.

मैं आशा करता हूँ कि आपको मेरी सेक्स कहानी अच्छी लगी होगी.

अगर इस पोर्न गर्ल न्यू सेक्स कहानी का अच्छा रिस्पॉन्स मिला तो अगली बार कैसे मैंने उसकी चूत और गांड दोनों की चुदाई की, उसे भी मैं अपनी अगली सेक्स कहानी में बताऊंगा.
धन्यवाद.
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