Pink Ass Tight Sex Kahani


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Story Start Here :

पिंक ऐस टाइट सेक्स कहानी में मैं अपनी जवान गोरी चिट्टी बहू की गुलाबी चूत चोद रहा था तो मुझे उसकी गुलाबी गांड का छेद दिखा. मैंने बहू की पिंक गांड में लंड पेल दिया.

नमस्कार दोस्तो,
मैं धीरज सिंह अपनी कहानी के तीसरे भाग में आप सभी का स्वागत करता हूँ।

कहानी के पिछले भाग
सेक्सी बहू को चोद कर मजा आ गया
में आपने पढ़ा कि मैंने अपनी बहू को एक लड़के के साथ चुदाई करते हुए देखा और उसके बाद अपनी बहू को अपने साथ एक रात बिताने के लिए मनाया।

अपनी बहू की पहली चुदाई के बाद मुझे यकीन था कि आगे भी ये मुझसे जरूर चुदवायेगी क्योंकि औरत बस पहली बार ही शर्माती है. एक बार चुदने के बाद उसके सभी नाटक खत्म हो जाते हैं।
लेकिन मेरी बहू केवल एक रात के लिए मेरे साथ सोने को तैयार हुई थी और अभी तो मैंने उसे एक बार ही चोदा है अभी तो पूरी रात बाकी थी।

अब आगे पिंक ऐस टाइट सेक्स कहानी:

पहली बार चुदाई के बाद मैं और पायल बिना कुछ बोले बिस्तर पर लेटे हुए थे।
पायल चादर ओढ़ कर दूसरी तरफ मुँह किए लेटी हुई थी।

अभी भी पायल पूरी तरह से नंगी थी और शर्म के कारण चादर ओढ़ रखी थी।
मैं भी पूरा नंगे बदन ऐसे ही लेटा हुआ था।

आधे घंटे आराम करने के बाद मेरा मन फिर से डोलने लगा और मैं भी पायल के चादर में घुस गया।
पायल दूसरी तरफ मुँह किए हुई थी और मैं उसकी पीठ की तरफ से उससे लिपट गया।
उसकी नंगी बांहों को चूमते हुए मैं उसके पेट जाघ दूध को सहलाने लगा।

मेरा लंड उसकी गांड की दरार के पास था.
मैंने पायल की एक टांग थोड़ी ऊपर उठाई जिससे उसकी गांड फ़ैल गई जिससे मेरा लंड उसकी गांड की दरार के बीच घुस गया।

उसके गर्म गांड का अहसास पाकर मैं भी गर्म होना शुरू हो गया और उसके गाल को चूमने लगा।
अपने एक हाथ से उसके गोरे कोमल बदन को सहलाये जा रहा था और पायल को गर्म करने की कोशिश कर रहा था।

कुछ देर कोशिश करने के बाद भी पायल के बदन में कोई हलचल नहीं हो रही थी.
लेकिन मुझे पता था कि पायल के बदन के कौन से हिस्से में उसकी कमजोरी छिपी हुई है।

मैं अपना हाथ उसके दूध पर ले गया और उसके निप्पल को अपनी उंगली से मसलने लगा।
तुरंत ही पायल की प्यारी आवाज निकल गई- सी आह ससई ईईई ईई आअह!

मैं बिना रुके उसके दोनों निप्पलों को मसलता रहा और उसके गालों को चूमता रहा।
जल्द ही पायल पलट गई और मेरे सीने से चिपक गई।

मैंने एक हाथ उसकी पीठ पर लगाया और दूसरे हाथ से उसकी गद्देदार गांड को दबाने लगा।

मैंने उसके गुलाबी होंठों को एक बार फिर से चूमना शुरू कर दिया और अपने सीने से उसके दूध को रगड़ने लगा।

अब पायल गर्म होने लगी और अपने हाथों को मेरी पीठ पर चलाने लगी।

अब मैं पलट गया और पायल के ऊपर आ गया।
पायल के होंठ, गाल को सहलाते हुए एक हाथ से उसके दूध दबाते हुए दूसरे हाथ से उसकी जांघ सहलाता रहा।

थोड़ी देर बाद मैंने उसके निप्पल को चूसना शुरू कर दिया जिससे पायल फिर से तिलमिला उठी और आहें भरने लगी- आअ ह्ह आअह उउ उउउऊ ऊऊओ ह्ह ओह आअ ह्ह्ह उउ उईई ओह!

जैसे जैसे मैं उसके निप्पल चूस रहा था, पायल की दोनों टांगें फैलती जा रही थी.
और जल्द ही उसने अपनी दोनों टांगें फैला दी और मैं उसकी टांगों के बीच में हो गया।

इसके बाद मैं और नीचे जाता गया और उसकी गुलाबी चूत को मुँह में भरकर जोर से चूसने लगा और पायल जोर जोर से बोलने लगी- आआ आह आआआ आअ ह्ह्ह अह बस्स् करो आअह बस्स्!

जल्द ही उसकी चूत पानी से भर गई और पायल बिस्तर पर मचलने लगी.
मेरा भी लंड अब तक तमतमा गया था और चुदाई के लिए पूरी तरह से तैयार था।

मैंने उसकी दोनों टांगों को अपने हाथ में फसाकर हवा में कर दिया और लंड को चूत में लगा दिया।

जैसे ही मैंने पहला धक्का लगाया, पायल बोली- उउउ उउईई ईईई मम्मीईई ईई आआ आआ!

दूसरे ही धक्के में पूरा लंड चूत के अंदर जा चुका था।
मैंने पायल को अपने सीने से लगा लिया और पायल ने भी मुझे जोर से जकड़ लिया और मैं धक्के देना शुरू कर दिया।

अब पायल मेरे धक्कों को सह रही थी और चुदाई का मजा लेती हुई अपने नाखून मेरी पीठ पर धंसाने लगी।
जैसे जैसे मेरी चोदने की रफ़्तार बढ़ रही थी, वैसे ही पायल की उत्तेजना भरी सिसकारियां बढ़ती जा रही थी- आअ ह्ह्ह आअह ओह्ह ओह उउउई उईई अह मम्मीईई आअ ह्ह्ह उउउई!

अब पायल को चुदाई में इतना मजा आ रहा था कि उसने नीचे से अपनी गांड हिलानी भी शुरू कर दी जिससे मेरा भी जोश दोगुना हो गया।

मैंने भी आअह आअह की आवाज के साथ उसकी बुरी तरह चुदाई शुरू कर दी।

पूरा पलंग बुरी तरह आगे पीछे हिल रहा था और हम दोनों की आहें कमरे में गूंज रही थी।

10 मिनट की चुदाई में ही पायल झड़ गई.
लेकिन मैंने उसकी चुदाई कम नहीं की और लगातार उसे चोदता रहा जिससे पायल जल्द ही दुबारा से गर्म हो गई।

इस बार पायल ने अपने दोनों हाथ से मेरी गांड को जकड़ ली और धक्के देने का जोर लगाने लगी।

कुछ देर बाद मैं उसके ऊपर से उठा और उसे पेट के बल लिटा दिया और उसकी गांड को फैलाकर पीछे से लंड उसकी चूत में डाल दिया।

अब मेरे धक्के उसकी गांड पर फट फट की आवाज से पड़ने लगे।
मेरे हर शॉट के साथ ही पायल आअह आअह कर रही थी।

धीरे धीरे पायल ऊपर उठने लगी और अपने घुटनों पर आकर खुद ही घोड़ी बन गई।
अब मैं उसे घोड़ी बनाकर चोद रहा था।

उसकी गांड इतनी गोरी और गद्देदार थी कि मेरे धक्कों के कारण लाल हो गई.
और जैसे जैसे मैं धक्के लगा रहा था, उसकी गांड लहरा रही थी।

सारा कमरा फट फट फट की आवाज से गूंज रहा था.

मैं उसकी कमर को थामे लगातार उसे चोद रहा था जिससे जल्द ही पायल दुबारा से झड़ गई और बिस्तर पर लेट गई।

मैं फिर भी उसके ऊपर से हटा नहीं और उसे चोदता ही रहा।

कुछ देर बाद मैंने अपना लंड बाहर निकाला और दोनों हाथों से उसकी गांड फैलाया।

अब मेरी नजर उसके गांड के छेद पर थी क्योंकि मुझे उसकी गांड चोदना था।

मैंने उसके छेद को अंगूठे से छुआ जिससे उसका छेद छुईमुई की तरह सिकुड़ने लगा।

मैं तुरंत तेल की शीशी ली और उसकी गांड में तेल डाल दिया।

मेरे तेल डालते ही पायल समझ गई कि मैं उसकी गांड चोदने की तैयारी कर रहा हूँ.
पायल तुरंत बोली- नहीं नहीं … वहां कुछ मत करिये. वहां ये सब नहीं!

“क्यों क्या हुआ?”
“नहीं नहीं … मुझे वहां से नहीं करना!”
“कुछ नहीं होगा. तुम बस लेटी रहो!”

“नहीं नहीं … मैंने आज तक कभी नहीं लिया वहां!”
“नहीं लिया तो आज ले लो. पसंद नहीं आएगा तो मत करना!”
“नहीं नहीं … वहां नहीं. समझिये!”

काफ़ी देर तक मेरी और पायल की बात चलती रही और मैं पायल को मनाता रहा।

किसी तरह से पायल तैयार हो गई लेकिन बोली- अगर दर्द हुआ तो आप मत करना!
लेकिन मुझे तो बस एक चांस चाहिए था उसके बाद तो मैं उसे छोड़ने वाला ही नहीं था।

मैंने अपनी उंगली में तेल लिया और छेद में लगाने लगा।
उंगली से उसका छेद फैलाने से ही पता चल रहा था कि उसकी गांड अभी कुंवारी ही थी।

मैंने अपने लंड पर भी तेल लगाया और पायल की दोनों टांगें फैलाकर लंड को छेद में लगाया और पायल के ऊपर लेट कर उसे अच्छे से जकड़ लिया।

जैसे ही मैंने लंड में दबाव दिया लंड फिसलकर ऊपर की तरफ चला गया.
मैंने फिर से अपनी कमर हिला कर लंड को छेद में लगाया।

अब मैं हल्के हल्के जोर दिया और लंड उसके छेद को फैलाने लगा।

जैसे ही मेरा सुपाडा छेद में घुसा पायल चिल्ला उठी- ऊऊ ऊऊ ऊऊ उउउउ नहीईई नहीं. मत करो आआआ आआआ मत करो!

लेकिन मैं उसे और जोर से जकड़ लिया और जोर लगाने लगा।
तेल के कारण लंड फिसलता हुआ अंदर जा रहा था और पायल की चीखें बढ़ा रहा था।

अभी आधा ही लंड गया था कि पायल अपने हाथ पैर पटकने लगी और रोने लगी- अअअ अअ अहां अअअ नहीं नहीं … बहुत दर्द हो रहा है. आआ आह नहीं … मत डालो मत डालो!

अब मैंने आव देखा न ताव और एक बार में ही बचा हुआ लंड अंदर पेल दिया।

उस वक्त ऐसा लगा जैसे पायल को होश ही नहीं है, उसकी आवाज निकलना ही बंद हो गई और जैसे उसकी आँखें बाहर निकल आयेंगी।
बस मुँह से मुउउ उउउउउ मुउउउ उउउउ की आवाज निकल रही थी।

उसकी टांगें बुरी तरह काँप रही थी और वह मुझसे किसी तरह छूटने के लिए ताकत लगा रही थी।

लेकिन मैंने उसे बुरी तरह जकड़ा हुआ था और उसकी सारी ताकत बेकार थी।

फिर मैं ऐसे ही उसके ऊपर लेटा रहा और छेद के ढीला होने का इंतजार करता रहा।

पायल सिसकियाँ लेकर रोती जा रही थी क्योंकि वास्तव में उसे बहुत दर्द हो रहा होगा क्योंकि उसके छोटे से छेद के सामने मेरा लंड काफ़ी मोटा था।

लेकिन मैं जानता था कि कुछ देर बाद छेद अपनी जगह बना लेगा और उसका दर्द कम हो जायेगा।

10-15 मिनट बाद उसका रोना बंद हुआ और मैं लंड को हल्के हल्के बाहर निकाला और अंदर बाहर करने लगा।

शुरू में मैं बहुत हल्के हल्के उसकी गांड चोद रहा था ताकि छेद फ़ैल जाये और लंड आसानी से अंदर जाने लगे।

वास्तव में उसकी गाड़ बहुत ज्यादा टाइट थी जिससे मेरे लंड पर भी दवाव पड़ रहा था और लंड में दर्द हो रहा था।

पायल भी दर्द के कारण अपने छेद को सिकोड़ रही थी जिससे और भी कसाव बन रहा था।

लेकिन जल्द ही सब ठीक हो गया और उसका छेद ढीला हुआ।
पायल का रोना भी बन्द हो गया और लंड अंदर जाते समय उसके मुँह से बस ऊऊऊ ऊऊऊ ऊऊऊ ऊईईई की आवाज आ रही थी।

अब मैंने रफ्तार तेज करनी शुरू कर दी और सच में लंड बहुत कसाव के साथ अंदर जा रहा था।

मुझे उसकी कुंवारी गांड चोदने में बहुत मजा आ रहा था.
मैं उसके ऊपर लेटे हुए उसके गाल चूम रहा था और अपनी कमर हिला रहा था।

कुछ ही देर में मेरी रफ्तार काफ़ी तेज हो गई और मेरे हर धक्के के साथ पायल ‘उई उई उई’ कर रही थी।

जल्द ही पायल भी आअह्ह्ह आह करते हुए मजा लेने लग गई और मैं जोर जोर से उसकी पिंक गांड चोदने लगा।

कुछ देर बाद मैंने उसे फिर से घोड़ी बना दिया और उसकी कसी गांड चोदने लगा.
मैंने उसकी कमर को थामकर जोर जोर से उसकी चुदाई शुरू कर दिया।

अब पायल को भी अपनी गांड चुदवाने में मजा आ रहा था क्योंकि अब वह भी अपनी गांड आगे पीछे करने लगी।

मुझे उम्मीद नहीं थी कि पायल अपनी टाइट गांड में मेरा लंड लेने के बाद चुदाई के लिए तैयार होगी.
लेकिन मेरी कोशिश कामयाब रही और मुझे उसकी सील पैक कुंवारी गांड चोदने का मौका मिला।

अब तो पायल मेरे लंड को आसानी से गांड में ले रही थी और मैं भी उसकी गांड चोदने का पूरा मजा लें रहा था।

मुझे उसकी गुलाबी गांड चोदते हुए 15 मिनट हो चुके थे लेकिन अभी तक हम दोनों ही नहीं झड़े थे।

फिर मैंने अपना एक हाथ नीचे से उसकी चूत में लगाया और अपनी उंगली से उसकी चूत को जोर जोर से हिलाना शुरू कर दिया।

मेरे ऐसा करने से पायल को दुगना मजा मिलने लगा और वह खुद ही अपनी गांड को जोर जोर से हिलाते हुए लंड अंदर लेने लगी।

अब मैं बिल्कुल भी धक्के नहीं लगा रहा था और वह खुद की गांड हिलाकर चुद रही थी।

मैंने अपनी 2 उंगली उसकी चूत में डाल दी और उसकी चूत को भी उंगली से चोदने लगा.
अब उसकी गांड और चूत एक साथ चुद रही थी।

कुछ ही देर में पायल इस दुगने मजे को बर्दाश्त नहीं कर सकी और झड़ने लग गई.

मैंने भी उसकी कमर को जोर से कस लिया और उसकी गांड को जोर जोर से चोदने लगा।

जल्द ही मैं भी उसके गांड के अंदर ही झड़ गया और पायल पेट के बल लेट गई।

मैं भी उसके ऊपर ही लेट गया और मेरा लंड अभी भी उसकी गांड में धंसा हुआ था।
बीच बीच में मैं लंड को आगे पीछे कर रहा था और पायल चुपचाप लेटी हुई थी।

फिर मैंने लंड को बाहर निकालकर कपड़े से साफ किया और उसकी बगल में लेट गया।

उसके बाद मैंने उस रात पायल को एक बार और चोदा और फिर हम दोनों ही सो गए।

सुबह जब मेरी नींद खुली तो पायल वैसी ही नंगी मेरे बगल में लेटी हुई थी।

मैंने घड़ी में टाइम देखा तो 8 बज चुके थे।

उस दिन मैंने खेत जाना कैंसिल कर दिया क्योंकि आज मैं 2 घंटे लेट हो गया था।

कुछ देर बाद पायल भी उठी और मेरे सामने ही उसने अपने कपडे पहने और बाहर चली गई।

मैं फ्रेश होकर सामने आँगन में बैठ गया.

कुछ देर बाद पायल मेरे लिए चाय नाश्ता लेकर आई.
लेकिन आज वह मुझसे नजर नहीं मिला रही थी और न ही कुछ बोल रही थी।

इसके बाद पायल घर का काम करने के बाद नहाने के लिए बाथरूम चली गई।

उसे बाथरूम के अंदर जाती हुई देख पता नहीं क्यों मेरे लंड में फिर से हलचल मचनी शुरू हो गई।

मेरे मन में आया कि क्यों न मैं भी पायल के पास बाथरूम में जाऊं लेकिन मुझे उसकी कही बात याद आ गई जो उसने रात में कही थी कि बस आज की रात ही मैं आपके साथ ये सब करुँगी उसके बाद नहीं।

लेकिन मेरा मन नहीं मान रहा था.
मैंने सोचा कि अगर पायल मना करेगी तो देखा जायेगा.

यही सोचते हुए मैंने अपनी लुंगी और बनियान उतार दी और केवल चड्डी पहने ही बाथरूम की तरफ चल दिया।

बाथरूम के दरवाजे पर पहुंचते ही मुझे पता चल गया कि दरवाजा अंदर से बंद नहीं है।

मैंने हल्के से दरवाजा खोला और अंदर पायल पेंटी पहने हुई नहा रही थी।

मैं अंदर गया और दरवाजा बंद कर दिया।
दरवाजा बंद होते ही पायल पलटी और मुझे देखा।

उनके मुझे देखते ही नजरें नीचे कर ली और मैं तुरंत उसके गले लगते हुए उसे अपने सीने से लगा लिया।

मैंने शावर चालू कर दिया और हम दोनों के बदन में पानी की बूँदें गिरने लगी।

पायल का गोरा बदन भीगने के बाद और भी ज्यादा दमक रहा था।

पायल के द्वारा किसी तरह का कोई विरोध नहीं किया जा रहा था और वह भी मुझसे लिपटी हुई थी।

जल्द ही मैंने उसकी पेंटी निकालकर उसे नंगी कर दिया और खुद भी नंगा हो गया।

मेरे दोनों हाथ उसके कोमल बदन को सहला रहे थे और मैं अपने सीने से उसके दोनों दूध दबाये जा रहा था।

मेरा लंड उसकी दोनों जाँघों के बीच में था और उसकी जाँघों को सहला रहा था।

कुछ देर बाद पायल ने खुद ही मेरे लंड को अपने हाथों में ले लिया और हिलाने लगी।

हम दोनों एक दूसरे से लिपटे हुए एक दूसरे को चूम रहे थे और एक दूसरे को गर्म कर रहे थे।

पायल को अच्छे से गर्म करने के बाद मैंने उसे अपने सामने खड़ी किया और उसके दोनों पैर फैला दिए।

मैंने अपना लंड उसकी चूत में लगाया और पायल ने मुझे जोर से जकड़ लिया।
मैंने उसके गांड को थामा और एक झटका लगा दिया।

मेरा लंड उसकी चूत में अंदर तक चला गया और पायल बोली- ओओ ओहह हह मम्मीई ईईई!

इसके बाद मैंने उसके दोनों चूतड़ों को जकड़ लिया कर दनादन उसकी चुदाई शुरू कर दी।
पायल भी मजे लेती हुई अपनी कमर हिलाने लगी और चुदाई का मजा लेने लगी।

कुछ देर बाद मैंने उसकी एक टांग हवा में उठाकर उसकी चुदाई की.
फिर उसे अपनी गोद में उठाकर चोदा इसके बाद बाथरूम की दीवार में उसे टिकाकर घोड़ी बनाकर उसे बहुत देर तक चोदा।

इतने देर में पायल दो बार झड़ गई थी.

फिर मैंने उसकी गांड को चोदते हुए अपना पानी उसकी गांड में डाल दिया।
फिर हम दोनों नहाकर वापस आ गए।

उसी दोपहर में भी मैंने उसकी 2 बार चुदाई की और उस दिन से हर रोज वह मेरे साथ ही सोने लगी।

अब रोज ही 2 से 3 बार हम दोनों चुदाई करने लगे और अभी भी मैं उसकी चुदाई करता हूँ।

अभी जब मैं ये कहानी लिख रहा हूँ तब मेरा बेटा आया हुआ है और करीब 20 दिन से हम दोनों के बीच कुछ नहीं हुआ है।

मैं काफ़ी समय से यह कहानी आप लोगों के लिए अन्तर्वासना पर भेजना चाहता था लेकिन समय का अभाव होने के कारण कहानी नहीं लिख पा रहा था।

सोनम वर्मा जी का मैं धन्यवाद करना चाहता हूँ जिन्होंने मेरी इतनी मदद की कहानी लिखने और उसे अन्तर्वासना में भेजने में!

आप लोग जरूर बताइयेगा कि क्या मैंने अपनी बहू के साथ ये सब करके अच्छा किया या गलत?
पिंक ऐस टाइट सेक्स कहानी पर आपके विचार आमंत्रित हैं.
धन्यवाद।
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