Step Porn Mom Sex Kahani


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Story Start Here :

स्टेप पोर्न मॅाम सेक्स कहानी में कोई काम ना होने पर मैं पोर्न और सेक्स कहानियाँ पढ़ने लगा. इससे मेरी वासना अपनी सौतेली मां की तरफ होने लगी.

मेरा नाम अंकुर है और मैं पुणे से हूँ.
घर में सब मुझे बुलबुल कहते हैं.

यह स्टेप पोर्न मॅाम सेक्स कहानी मेरी और मेरी सौतेली मॉम के बीच घटी एक सच्ची घटना पर आधारित है.

मेरी सौतेली मॉम का नाम शारदा है.
वे एक गृहिणी हैं और गांव की औरत होने की वजह से उनका फिगर लाजवाब है.

मॉम की एकदम कसी हुई देह का नाप 42-34-44 का है.
मॉम की उम्र अभी 46 साल है जबकि उनके पति यानि मेरे डैड की उम्र 58 साल है.

पहले गांवों में लड़कियों की शादी कम उम्र में हो जाती थी इसी लिए डैड की उम्र ज्यादा और मॉम की उम्र कम है.

मैंने कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर ली थी और नौकरी की तलाश में था लेकिन अभी तक मुझे नौकरी नहीं मिली थी.

इसलिए मैं दिन भर घर पर ही रहता था और पोर्न देखकर मुठ मारता रहता था.

एक दिन पोर्न देखते-देखते मुझे इन्सेस्ट के बारे में पता चला.

मैंने बहुत सारी कहानियां पढ़ीं.
उसमें मां-बेटे की, भाई-बहन की और रिश्तों में अनेक चुदाई की कहानी मुझे पढ़ने को मिली.

इन सेक्स कहानियों में मुझे सबसे ज्यादा मां-बेटे के बीच हुए सेक्स वाली कहानियां पसंद आने लगीं.
अब मैं रोज़ ऐसी कहानियां पढ़कर मॉम के नाम की मुठ मार लेता था.

एक दिन मैंने सोचा कि क्या मॉम और डैड सेक्स करते भी होंगे या नहीं?

मैंने देखने की कोशिश की, लेकिन कुछ नहीं दिखता था.

हालांकि उनके कमरे का दरवाज़ा यूं ही उड़का रहता था, तो मैं दरवाजे की झिरी से अन्दर झाँक कर देख लेता था.

कई दिन तक मैंने कोशिश की, लेकिन कभी कुछ नहीं दिखा.
मैं समझ गया कि डैड की उम्र हो गई थी, शायद इसलिए वे अब सेक्स नहीं करते हैं.

एक दिन मैं हिम्मत करके उनके कमरे में चला गया.

वहां डिम लाइट जल रही थी, ज्यादा कुछ दिख नहीं रहा था.

मैंने देखा कि मॉम की मैक्सी थोड़ी ऊपर को हो गई थी.
लेकिन लाइट कम होने की वजह से कुछ साफ नहीं दिख रहा था.

ऊपर से मुझे बहुत डर लग रहा था, तो मैं झट से वहां से बाहर आया और बाथरूम में जाकर मुठ मारने लगा.

वहां मैंने देखा कि मॉम की पैंटी टंगी थी.
मैंने गौर किया कि उनके सोने जाने से पहले वहां कोई पैंटी नहीं थी.

मैं समझ गया कि मॉम ने सोने से पहले पैंटी उतारी होगी.
मैंने उनकी पैंटी हाथ में ले ली और सूँघने लगा.

ओह गॉड … क्या मदभरी खुशबू थी!
मैं मॉम की चूत की खुशबू से और पागल हो गया.

उस दिन तो बिना पोर्न देखे मैंने मुठ मार ली.
बहुत मज़ा आया और मैं सोने चला गया.
उस रात नींद भी बहुत अच्छी आई.

घर पर रहने की वजह से मैं देर से उठता था.

एक दिन सुबह टॉयलेट करने बाथरूम गया, तो देखा कि मॉम की पैंटी वहां नहीं थी.

मैं समझ गया कि मॉम ने उसे धो दिया होगा.
फ्रेश होकर मैंने नाश्ता किया और आराम से मां-बेटे वाली चुदाई की कहानियां पढ़ने लगा.

तभी डैड का फोन आया.
मैंने कॉल रिसीव किया.

डैड ने कहा- मुझे एक हफ्ते की छुट्टी मिली है, मॉम से कहो कि वे तैयार हो जाएं. हम सब गांव जा रहे हैं.
मैंने मॉम को बताया तो उन्होंने कहा- ओके, तुम भी जल्दी से तैयार हो जाओ.

मैं भी तैयार हो गया.
एक घंटे बाद डैड आ गए और हम तीनों निकल पड़े.

सात घंटे का सफर करके मैं थक गया था क्योंकि मैंने ही कार चलाई थी.

गांव पहुंच कर हमने सबसे मुलाकात की.
रात के 8 बज रहे थे.

गांव में लोग जल्दी खाना खाकर सो जाते हैं.
हमने भी खाना खाया और मैं छत पर सोने चला गया.

थकान की वजह से मैं जल्दी ही सो गया.

सुबह 8 बजे नींद खुली क्योंकि छत पर धूप की वजह से गर्मी होने लगी थी.
मैं उठा और नीचे जाकर फिर से कमरे में सोने लगा.

लेकिन मुझे पेशाब लगी तो मैंने सोचा कि चलो पहले पेशाब करके आता हूँ, फिर सो जाऊंगा.
घर में कोई दिख नहीं रहा था.

मैंने सोचा कि शायद सब खेत में गए होंगे. इसलिए मैंने किसी को आवाज़ नहीं दी.

गांव के घरों में आमतौर पर एक ही बाथरूम होता है.
मैं बाथरूम के पास आंखें मलते-मलते गया.

मुझे नहीं पता था कि अन्दर मॉम नहा रही थीं.
दरवाज़े का लॉक खराब होने की वजह से मैंने दरवाजे को धक्का देते हुए खोल दिया.

अन्दर का नज़ारा देखकर मेरी आंखें फटी की फटी रह गईं!

क्या बताऊं आपको … मैंने आज से पहले कभी मॉम को नंगी नहीं देखा था.

तभी मॉम ने पीछे मुड़ कर मुझे देखा और चिल्ला दीं- अरे तू यहां क्या कर रहा है?
मैं झट से भागकर कमरे में आ गया.

अब वह नज़ारा मेरी आंखों के सामने बार-बार आ रहा था.
थोड़ी देर बाद मॉम कमरे में आईं और मुझ पर बिफर पड़ीं- तू वहां क्या कर रहा था?

मैंने कहा- मुझे क्या पता कि आप अन्दर नहा रही थीं! मैं तो पेशाब करने आया था. आपको दरवाज़ा लॉक करना चाहिए था न!
मॉम चुप थीं.

मैंने फिर से कहा- मुझे क्या पता, अगर पता होता तो मैं अन्दर नहीं जाता!
फिर मॉम ने बताया कि दरवाज़े का लॉक खराब हो गया था.

मैंने कहा- मुझे क्या पता!
फिर मैं फटाफट पेशाब करने चला गया क्योंकि मुझे बहुत जोर से लगी थी. वापस आकर मैं फिर सो गया.

दोपहर 12 बजे मैं उठ गया और फ्रेश होकर गांव में घूमने चला गया.
मैं खेत भी घूम आया.

अब यहां हमारे बाथरूम की बात करें, तो वह घर के अन्दर नहीं, बल्कि बाहर की तरफ है … और उसमें लाइट भी नहीं थी.

रात को मुझे पेशाब आई तो मैंने मॉम से कहा- बाथरूम में लाइट भी नहीं है, अब क्या करूँ?
उन्होंने कहा- बाथरूम के पीछे खुले में चले जाओ!

मैं वहां जाकर पेशाब करके छत पर सोने चला गया.

लेकिन उस रात मेरी नींद उड़ गई थी.
बस सुबह बाथरूम का मदमस्त कर देने वाला नज़ारा मेरे दिमाग में घूम रहा था.

मैंने उस नज़ारे को याद करके कोने में जाकर मुठ मार ली.

नीचे देखा, तो मॉम बाथरूम के पीछे पेशाब कर रही थीं, जहां मैं गया था.

चाँद की रोशनी में उनकी गांड चमक रही थी.

अब मैं और ज्यादा ही उत्तेजित हो गया और मैंने वापस से मुठ मारी और सारा माल वहीं गिरा दिया!

तब तक मॉम भी उठ गईं और वे पैंटी पहन कर घर के अन्दर आ गईं.

मैं भी थककर सो गया.

पूरा दिन बस वही दो दृश्य याद करके मैं पागल हुआ जा रहा था.

उस दिन घर पर सब लोग थे, तो मुझे बाथरूम जाकर मुठ मारने का मौका भी नहीं मिला क्योंकि दरवाजे का लॉक खराब था.

रात को मैं खाना खाकर जल्दी ही छत पर चला गया और मॉम का इंतजार करने लगा कि कब वे पेशाब करने आएंगी.

लेकिन आज देखा तो मेरी चाची पहले आ गई थीं.
वे मूतने बैठीं तो नजर जम कर रह गई.

वाह … चाची की गांड देखकर तो मैं और पागल हुआ जा रहा था!

फिर मैंने वहीं मुठ मारना शुरू कर दिया.
मुझे पता ही नहीं चला कि कब मॉम मेरे पीछे छत पर आ गईं.

मैं दूसरी तरफ होकर लंड हिला रहा था तो मॉम ने मेरा लंड नहीं देखा.

जैसे ही मॉम ने गुस्से में मुझसे कहा- क्या कर रहा है?
मैं डर के मारे वैसे ही पीछे मुड़ा.

उस वक्त मेरा माल निकलने ही वाला था.
जैसे ही मैं मुड़ा और मेरे लंड ने मॉम के सामने ही पानी छोड़ दिया.
मैं कंट्रोल ही नहीं कर पाया.

चाँद की रोशनी की वजह से मेरा पूरा लंड मॉम ने देख लिया.
मेरे लौड़े से माल गिरता देख मॉम वहां से तुरंत नीचे चली गईं.

मैं डर के मारे बिना लंड को पौंछे शॉर्ट्स को वैसे ही ऊपर खींचा और सही करके चारपाई पर आकर सोने लगा.

लेकिन इस वाकिये से मुझे बेहद डर बहुत लग रहा था.
मेरी नीचे जाने की हिम्मत भी नहीं हो रही थी.

फिर मैं वैसे ही छत पर सो गया.
सुबह नींद तो खुली, लेकिन नीचे जाने की हिम्मत नहीं हो रही थी.

जैसे तैसे मैं हिम्मत करके नीचे गया, तो वहां सिर्फ मेरी चाची थीं.
मैंने पूछा- बाकी लोग कहां हैं?

चाची ने कहा- सब लोग खेत गए हैं.
चाची खाना बनाकर जाने वाली थीं.

चाची ने कहा- तू जल्दी से फ्रेश हो जा, मैं नाश्ता बना देती हूँ!
मैं फ्रेश हुआ और चाची मुझे नाश्ता देकर चली गईं.

अब मैं घर पर अकेला था तो मैंने रिश्तों में चुदाई वाली सेक्स कहानी और पॉर्न देखना शुरू कर दिया.

मैंने सोचा कि सब खेत गए हैं, तो कोई शाम तक नहीं आएगा.
मैं बिना दरवाजा लॉक किए वहीं नंगा होकर अपने लंबे व मोटे लंड को हाथ में लेकर हिलाने लगा.

लेकिन आज हुआ कुछ ऐसा कि मॉम घर जल्दी आ गईं.

मैं हेडफोन्स लगाकर और आवाज बढ़ाकर पॉर्न देख रहा था और मॉम का जिस्म याद करके जोर-जोर से उनका नाम लेकर लौड़े को हिला रहा था.

‘आह शारदा … कब ये मेरा मोटा लंड तू अपने मुँह में और चूत में लेगी!’
ये सब मैं बड़बड़ा रहा था.

मुझे पता ही नहीं चला कि मॉम सब कुछ सुन रही थीं.
लेकिन मजे की बात यह थी कि आज मॉम भी मेरे मजे ले रही थीं और सब देख रही थीं.

इतने में मेरा माल निकल कर मेरे ऊपर गिरा और मैं शांत होकर वहीं लेटा रहा.
मॉम ने ये सब देखा और वहां से चली गईं.

मैं भी कुछ पल बाद एक टॉवल से अपने आप को साफ करके बाहर आ गया.

बाहर आकर मैंने देखा तो मॉम ने नाटक करके अभी आने का दिखावा किया.

लेकिन मैंने देखा कि घर के अन्दर टेबल पर सब्जी रखी थी, जो थोड़ी देर पहले वहां नहीं थी.
मैं समझ गया कि मॉम घर के अन्दर आकर सारा नजारा देख चुकी हैं.

अब मैं बिना टेंशन लिए बाहर आया.

मैंने मॉम से पूछा- आप कब आईं?
मॉम ने कहा- बस अभी अभी आई हूँ!

मैं समझ गया कि मॉम को शायद मेरा लंड पसंद आ गया है.

फिर हम दोनों बाहर आंगन में बैठकर बातें करने लगे.

मॉम ने मुझसे पूछा- तेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है क्या?
मैंने कहा- नहीं, लेकिन आपने अचानक ऐसा क्यों पूछा?
तो उन्होंने कहा- बस यूँ ही!

मैंने जोर देकर फिर से पूछा- बताओ ना मॉम!
तो उन्होंने कहा- मैंने उस दिन तुझे छत पर उस रूप में देखा था, जब तू अपनी चाची को पेशाब करते देखकर वह सब कर रहा था … इसलिए पूछा!
मैं शर्मा गया.

मैंने पूछा- आपको कैसे पता मैं चाची को देख रहा हूँ?
तो उन्होंने कहा- मैंने भी चाची को देखा था!

मैं शर्माकर इधर-उधर देखने लगा.

मॉम ने कहा- ये अच्छी बात नहीं है बुलबुल … फैमिली मेंबर्स को देखकर ऐसे करना गलत होता है.
मैंने कहा- क्या करूँ मॉम … मैंने आज तक किसी औरत को नंगी नहीं देखा न!

ये सुनकर मॉम शॉक्ड हो गईं और बोली- छी: … तू ये कैसी लैंग्वेज यूज कर रहा है!
मैं चुप हो गया और सॉरी बोला.

वे भी चुप हो गईं.

फिर मैंने आंख उठा कर उनकी तरफ देख कर सॉरी कहा.
वे हंस दीं और उन्होंने मुझे अपनी बांहों में भर लिया.

उनका यूं मुझे आलिंगन में ले लेना मुझे कुछ अजीब सा लगा.
मेरी मॉम ने आज तक मुझे कभी भी अपनी बांहों में नहीं भरा था.

उनके बड़े बड़े दूध मुझे उत्तेजित करने लगे थे.
मैंने उनकी गर्दन पर किस करते हुए कहा- आपको शारदा कह सकता हूँ?
मॉम ने कहा- हां प्लीज, तुम मुझे शारदा डार्लिंग कह कर ही प्यार करो.

उन्होंने जैसे ही यह कहा कि प्यार करो … मैं उनके होंठों पर अपने होंठ रख कर चूसने व चूमने लगा.
मेरी मॉम शायद मेरी इसी बात का इंतजार कर रही थीं.

बस हम दोनों एक दूसरे को किसी पागल प्रेमी जोड़े की तरह चूमने सहलाने लगे.
जल्दी ही मैंने मॉम को नंगी करना शुरू कर दिया और वे भी मेरे शॉर्ट्स के ऊपर से ही मेरे लंड को मसलने लगीं.

फिर मॉम ने कहा- तुम अन्दर वाले कमरे में चलो … मैं वहीं आती हूँ.
मैं उन्हें वासना से देखता हुआ अन्दर वाले कमरे में चला गया.

मॉम भी मेन दरवाजा लॉक करके अन्दर वाले कमरे में आ गईं.

उन्होंने साड़ी हटा दी थी और मेरे सामने सिर्फ ब्लाउज व पेटीकोट में थीं.
जबकि मैं पूर्ण रूप से नग्न हो चुका था और अपने लौड़े को सहला रहा था.

मेरी मॉम ने मुझे नंगा देखा तो वे अपने पेटीकोट का नाड़ा ढीला करके घुटनों पर बैठ गईं और मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसने लगीं.

मैं मस्त हो गया और कुछ ही देर में मैंने मॉम से लंड चुसवा कर खड़ा करवा लिया.

अब मैंने उन्हें बिस्तर पर लिटाया और उनकी टांगों को फैला कर चुत में लंड पेल दिया.
मॉम के मुँह से तेज सिसकारी निकल गई.

वे कहने लगीं- बेटा साल से प्यासी है तेरी मॉम … आज मेरी सारी प्यास बुझा दो.
मैंने लौड़े के झटके देते हुए कहा- शारदा डार्लिंग, आज के बाद तुमको रोजाना मेरे लंड का स्वाद मिलता रहेगा … यह मेरा वादा है.

स्टेप पोर्न मॅाम सेक्स में धकापेल चुदाई के दौरान मैंने मॉम के ब्लाउज को खोला और उनके दूध चूसते हुए उन्हें हचक कर चोदा.
मॉम अब तक झड़ चुकी थीं.

कुछ देर बाद मैं भी मॉम की चुत में ही झड़ गया और उनके ऊपर ही निढाल होकर गिर गया.
दोस्तो, उस दिन के बाद से मॉम ने मुझे रोज अपनी चुत का प्यार दिया.मैंने रोज स्टेप मॅाम की चूत का बाजा बजाया.

मैंने उनकी अब तक की कुंवारी गांड भी चोदी, वह सेक्स कहानी फिर कभी सुनाऊंगा.
स्टेप पोर्न मॅाम सेक्स कहानी पर प्लीज आप अपने कमेंट्स मुझे जरूर भेजें.

आपका बुलबुल
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