Latest Hindi Sex Stories added for who looking to read Tight Pussy Fuck Story – कुंवारी गर्लफ्रेंड की नई चूत फट गयी to make every night hot about Tight Pussy Fuck Story – कुंवारी गर्लफ्रेंड की नई चूत फट गयी story.
Story Start Here :
टाइट पुसी फक स्टोरी में मेरी गर्लफ्रेंड मेरे सामने पूरी नंगी पड़ी थी. मिने उसकी कुंवारी बुर को चाट चाट कर एक बार झड़वा दिया था. अब बारी थी उसकी कोरी चूत में लंड पेलने की.
दोस्तो, मैं आप सबको एक बार पुनः प्रणाम करता हूँ और अपनी सेक्स कहानी के अगले हिस्से में स्वागत करता हूँ.
कहानी के दूसरे भाग
दोस्त के कमरे में गर्लफ्रेंड की बुर का स्वाद लिया
में अब तक आपने पढ़ लिया था कि मैं नेहा को अपने दोस्त के कमरे में ले आया था और वह मेरे नंगी पड़ी थी. मैंने उसकी चूत को चूस चूस कर झाड़ दिया था.
अब आगे टाइट पुसी फक स्टोरी:
उसकी चूत चूसते चूसते नीचे मेरा लंड बहुत देर से खड़े खड़े कच्छे में दर्द करने लगा था.
मैंने उसको बाहर निकाल लिया और अब मैं उसकी चूत के ऊपर लंड लेकर आ गया.
मैंने उसकी चूत के ऊपर लंड को घिसना शुरू कर दिया.
दस मिनट तक तो हम दोनों ऐसे ही करते रहे.
फिर जब मैंने उसकी आंखों में देखकर कहा- अब आगे बढ़ा जाए!
यह कहकर मैंने अपनी कमर उठाई और उसकी चूत पर हल्के से लंड को मारा, तो उसने भी आंखें बन्द करके मुझे अपनी मूक स्वीकृति दे दी.
मैंने उठकर अपने लंड पर अच्छे से वैसलीन लगा दी और उंगली में वैसलीन लेकर उसकी चूत के अन्दर तक लगा दी.
चूत पहले से ही पानी की वजह से बहुत चिकनी हो रही थी.
मैंने उसके पैरों को अच्छे से फैलाया और अपना लंड हाथ में पकड़ कर उसकी चूत के ऊपर फिराने लगा.
दो तीन बार फिरा कर मैंने उसके छेद में लंड लगा दिया और अन्दर डाला.
लेकिन लंड फिसल गया.
मैंने फिर से लंड सैट किया और टोपा उसकी चूत में फंसा दिया जिससे उसकी चूत खुल सी गई.
मैं उसके ऊपर आया और होंठ पर होंठ रखकर मुँह बन्द करके … कमर पर दबाव बनाकर एक झटका मारा.
मेरा लौड़ा चूत की दीवारों को चौड़ा करता हुआ अन्दर घुस गया.
अभी टाइट पुसी में एक इंच ही घुसा था कि नेहा ‘गूं-गूं’ करने लगी.
वह जल बिन मछली की तरह तड़पने लगी.
अभी तो उसकी सील भी नहीं टूटी थी, बस लौड़ा जाकर सील से टच हुआ था.
मैंने कमर को पीछे किया और ज़ोर से आगे की ओर धक्का मारा.
अबकी बार आधा लौड़ा सील को तोड़ता हुआ चूत में समा गया.
नेहा की तो आंखें बाहर को निकल आईं … उसका सर चकराने लगा.
मैंने ऐसे ही लंड 8-10 बार अन्दर बाहर किया और फिर उसके हाथ पकड़कर कसकर धक्का मारा तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत में जड़ तक घुस गया और गोटियां उसकी जांघों से टकरा गईं.
नेहा तो सोच भी नहीं सकती थी कि अचानक उस पर दर्द का पहाड़ टूट पड़ेगा.
नेहा ने जोर की आवाज निकाली- आह आई … ई … मर गई. इसे बाहर निकालो आई.
यह कहती हुई वह छटपटाने लगी और मुझे जोर का धक्का देकर कहने लगी- बाहर निकालो प्लीज, बहुत दर्द हो रहा है.
पर मुझे मालूम था कि एक बार लंड बाहर निकाल लिया तो नेहा दुबारा लंड अन्दर नहीं डालने देगी.
मैं नेहा की सब बातों को अनसुना करके उसके ऊपर दबाव बनाए हुए लेटा रहा.
जब नेहा का विरोध थोड़ा कम हुआ, तो मैं धीरे-धीरे झटके देने लगा.
अब नेहा का विरोध धीरे-धीरे खत्म हो गया था.
उसने अपने आपको मेरे नीचे सरेंडर कर दिया था.
उसकी आंखों से आंसू बहने लगे और चीखें ऐसी कि अगर मैंने कस कर उसके होंठ अपने होंठों से ना भींचे होते … तो शायद बाहर दूर-दूर तक उसकी आवाज़ पहुंच जाती.
मैं अपना लौड़ा उसकी चूत की जड़ तक घुसेड़ कर बिल्कुल भी नहीं हिल रहा था.
बस ऐसे ही पड़ा पड़ा नेहा के मम्मों को चूस रहा था.
चूत में फंसकर लंड को ऐसा लग रहा था जैसे उसको आग की भट्टी में डालकर किसी ने मुट्ठी में भींच लिया हो और रह रह कर दबा रहा हो.
कुछ मिनट तक ऐसा ही चलता रहा. लंड ने अपनी जगह बना ली थी और नेहा भी अब शान्त पड़ गई थी.
मैंने जरा सा लंड को बाहर को खींचा तो नेहा पुनः कराह उठी- आहह … अई उउउ उउउ प्लीज़ … मुझे बचा लो अई … प्लीज़ बहुत दर्द हो रहा है आ.. निकाल लो आहह!
मैं- अरे मेरी जान … अब निकाल कर क्या फायदा … तेरी सील तो टूट गई!
एक पल रुक कर मैंने पुनः कहा- जितना दर्द होना था हो गया.. अब बस थोड़ी देर में तुझे मज़ा आने लगेगा और तू खुद कहेगी कि और ज़ोर से चोदो मुझे!
नेहा- आहह … मुझे नहीं पता था इतना दर्द होगा वरना मैं कभी ‘हां’ नहीं करती आहह …
कुछ देर तक मैंने नेहा के दोनों मम्मों को बारी बारी से चूसा तो नेहा को कुछ दर्द से राहत सी मिलती लगी.
मैं- अरे रानी … कुछ नहीं हुआ है, बस थोड़ी देर रुक जा … उसके बाद मज़े ही मज़े हैं … अब दर्द कम हुआ ना!
नेहा- आहह … हां अब थोड़ा सा कम हुआ है.
मैं यह सुनकर धीरे-धीरे अपने लंड को आगे-पीछे करने लगा और नेहा के निप्पल को चूसने लगा.
नेहा को दर्द तो हो रहा था.
वह सिसक रही थी मगर अब उसमें ना जाने कहां से हिम्मत आ गई थी.
वह बस चुपचाप चुदी जा रही थी.
दस मिनट तक मैं उसे धीरे-धीरे चोदता रहा.
अब उसको भी मज़ा आने लगा तो उसने मेरी पीठ सहलाना शुरू कर दिया.
उसकी चूत में से काफी पानी निकल रहा था जिसकी चिकनाई की वजह से लंड अब चूत में धीरे धीरे चलने लगा था.
मैं उसके होंठों को चूसता हुआ बूब्स दबाते हुए हल्के धक्के लगा रहा था.
नेहा- आहह … दर्द हो रहा है … उई मेरी चूत में अई … आह्ह … कुछ हो रहा है … उफ़फ्फ़ अई मेरा पानी छूटने वाला है … उई ज़ोर से आहह … ज़ोर से क..करो आह!
मौके का फायदा उठा कर मैं अब रफ्तार से झटके मारने लगा था.
नेहा चरम सीमा पर थी और तभी उसकी चूत ने लावा उगल दिया था.
उसका बदन झटके खाने लगा था. वह काफ़ी देर तक झड़ती रही.
मगर मैं अब भी दे दनादन शॉट पर शॉट मार रहा था.
मैं- ओह्ह ओह्ह … बेबी आहह … क्या टाइट चूत है आह्ह … मज़ा आ गया.. लौड़ा बड़ी मुश्किल से आगे-पीछे हो रहा है आह्ह … आह …
लगभग और दस मिनट तक मैं उसको चोदता रहा.
इससे नेहा दोबारा गर्म हो गई.
उसकी चूत में अब दर्द के साथ-साथ मीठा-मीठा करंट भी दौड़ रहा था.
जल्दी ही वह दोबारा चरम पर पहुंच गई थी और पहुंचती भी कैसे नहीं … उसकी चूत में सात इंच का मोटा लौड़ा ताबड़तोड़ आगे-पीछे हो रहा था.
नेहा- आह आह आह प्लीज़… ज़ोर से आह्ह … मेरी चूत में बहुत खुजली हो रही है आआह आह्ह!
मैं- आह … ले मेरी नेहा रानी ओह्ह ओह्ह ओह्ह … मेरा भी पानी निकलने वाला है … आह्ह … आज तेरी चूत को पानी से भर दूँगा … सालों से ये प्यासी थी … आज इसकी प्यास बुझा दूँगा आह्ह … आह.
मेरे लौड़े से पानी की तेज धार निकली और नेहा की चूत की दीवारों से जा टकराई.
गर्म-गर्म वीर्य के अहसास से उसकी चूत ने भी पानी छोड़ दिया.
अब हम दोनों शान्त पड़ गए थे.
हम दोनों के पानी का मिलन हो गया.
मैंने उसकी चूत को अपने गर्म गर्म पानी से भर दिया और उसके ऊपर ही लुढ़क गया.
मैंने उसके मुँह में जीभ डाल दी, जिसे वह चूसने लगी.
मैंने उसको स्मूच करने के बाद कहा- आई लव यू नेहा डार्लिंग. सॉरी फॉर द पेन.
यह कह कर मैंने उसकी आंखों को चूम लिया.
नेहा ने बोला- यह दर्द तो कभी ना कभी होना ही था … आप साथ हो तो सारे दर्द सह लूंगी मैं. आपने बहुत प्यार से किया आई लव यू टू जानू … ऊमाह ऊमह उम्माह.
यह कहकर उसने मेरे होंठ चूम लिए.
थोड़ी देर बाद मैं नेहा के ऊपर से हट गया.
मैं जब उसके ऊपर से हट कर बगल में हुआ, तो देखा कि बिस्तर पर खून लगा हुआ था.
मेरा लौड़ा भी वीर्य और खून से लथपथ था.
नेहा को कोई होश ही नहीं था.
वह तो बस आराम से लेटी हुई थी.
मैं साइड में लेटकर नेहा के बालों में उंगलियां चला रहा था और वह मेरे सीने पर सिर रखकर लेटी थी.
दस मिनट बाद मैं पानी पीने उठा तो बेडशीट पर बहुत ज्यादा खून लगा था.
मैं- अरे यार, बेडशीट पर तो खून लग गया है, अब इसको साफ़ करना पड़ेगा.
खून का नाम सुनते ही नेहा चौंक गई और जल्दी से उठने की कोशिश करने लगी.
मगर उससे उठा ही नहीं गया.
उसकी चूत में तेज़ दर्द हुआ और उसकी टांगें भी जवाब दे गई थीं.
मैं- अरे चौंको मत … और ऐसे झटके से मत उठो … अभी तो चूत में दर्द है और ये खून तो शगुन का निकला है मेरी जान. आज से तुझे चुदवाने का लाइसेंस मिल गया है.
नेहा- क्या ज्यादा खून निकला है?
मैं- अरे पागल … थोड़ा सा निकला है. चल मेरा हाथ पकड़ कर बैठ जा और खुद देख ले.
नेहा ने जब देखा तो उसको समझ आ गया कि घबराने की कोई बात नहीं है. ज़रा सा खून निकला है.
मैं उसको बांहों में उठा कर बाथरूम में ले गया.
वहां उसको बैठा कर गर्म पानी से हल्के-हल्के हाथ से चूत पर लगा खून साफ किया.
नेहा- आह्ह … मैं कर लूँगी .. आह्ह … आप रहने दो … उई दुखता है न!
मैं- अरे जान … अब कैसी शर्म … मुझे करने दो न .. थोड़ी देर में आराम मिल जाएगा.
इसके बाद वह कुछ ना बोली और बस मुझे चूत साफ करते हुए देखती रही.
फिर ना जाने उसको क्या समझ में आया कि अपने हाथ पर पानी डाल कर वह मेरे लौड़े को साफ करने लगी.
उसका अंदाज इतना प्यारा और सेक्सी था कि मेरे सोए लंड में जान आ गई और वह फिर से अकड़ने लगा.
नेहा- ऊ मां … ये तो फिर से खड़ा हो गया!
मैं- सोए हुए नाग को जगाओगी तो फुंफकार ही मारेगा ना!
नेहा- ओह्ह … आप भी ना… मगर अब इसका क्या करना है. ये तो तनता ही जा रहा है!
मैं- यार भूखे को सिर्फ़ एक निवाला देकर रुक जाओगी तो उसकी तो भूख और बढ़ जाएगी ना … और वह एकदम बेसब्र हो जाएगा!
नेहा- हट शैतान कहीं के … अब भूल जाओ, पहली बार में ही इतना दर्द दे दिया है.
मैं- अरे मेरी जान, दर्द सिर्फ पहली बार ही होता है.
फिर मैं उसे उठकर बेड पर ले आया और पास रखी बोतल से पानी पीने लगा.
समय देखा तो 1.30 बज रहा था.
नेहा- मुझे भूख लग रही है.
मैं- मैं किचन में देखता हूं, कुछ रखा हो तो.
मैं किचन में गया तो वहां कुछ नहीं था लेकिन मैग्गी के 2 पैकेट पड़े थे.
मैंने फटाफट मैग्गी बनाई और नेहा के लिए ले आया.
वह अभी कम्बल ओढ़कर नंगी लेटी हुई थी.
मैंने जाकर कम्बल खींचा तो एकदम से उठकर बैठ गई और अपने दूध हाथों से छिपाने लगी.
मैं- ओहो बड़ी शर्म आ रही है बेबी को!
फिर मैं बेड पर टिककर उसके पीछे जाकर बैठ गया और वह मेरे सीने से टिककर बैठ गई.
हमने साथ में मैगी खाई.
नेहा- अब मुझे नींद आ रही है, सोते हैं.
यह कहकर वह लेट गई.
मैं- अभी कैसे सो जाएं, अभी तो सुबह होने में बहुत टाइम है और इसका इलाज कौन करेगा.
मैंने अपने लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा.
उसके चिपक कर बैठने की वजह से लंड तोप की तरह खड़ा हुआ था और उसका गुलाबी टोपा तो ऐसा लग रहा था जैसे गुलाबी टॉफी रख दी हो.
में नेहा के साइड में लेट गया और पीछे से उसे हग कर लिया, जिससे मेरा लौड़ा उसकी गांड की दरार में जा लगा.
मैं लंड को गांड में रगड़ने लगा.
मैंने हाथ आगे ले जाकर उसके दूध पकड़ लिए.
दस मिनट लेटने के बाद मैंने उसके कान में कहा- कसम से तेरी चूत बहुत दमदार है साली लौड़े को ऐसे जकड़ लेती है, जैसे कभी छोड़ेगी ही नहीं.
नेहा- धत्त, आप बहुत बेशर्म हो.
मैं- अरे रानी … अगर चुदाई का मज़ा लेना है ना … तो जितना हो सके, गंदी बातें करो.. बेशर्मी में जो मज़ा है … वह और कहीं नहीं. अगर यकीन नहीं आता तो आजमा लो और देखो कितना मज़ा आएगा.
नेहा- चलो मैं ट्राइ करती हूँ.
मैंने कहा- हां बोलो ना!
‘अरे मेरे चोदूमल आ जा देख तेरे इन्तजार में कैसे चूत टपक रही है … जल्दी से अपने लौड़े को घुसा दे और मेरी चूत को ठंडा कर दे हा हा हा हा हा … मुझसे नहीं होगा कुछ भी हा हा हा.’
मैं- अरे हंस मत … तू बहुत अच्छा बोल रही थी. प्लीज़ जान बोलो ना… मज़ा आएगा.
नेहा- ओके ओके … आप पहले मेरे इस डायलाग का तो जबाव दो!
मैं- अरे जानेमन … अभी देख कैसे मैं अपने लंबे लौड़े से तेरी चूत की गर्मी निकालता हूँ!
नेहा फिर ज़ोर से हंसने लगी.
इस बार मैं भी उसके साथ हंसने लगा.
हंसते-हंसते ही मैंने नेहा को बांहों में भर लिया और उसके होंठ चूसने लगा.
नेहा भी मेरा साथ देने लगी.
हम दोनों हंसी-मजाक से दूर काम की दुनिया में खो गए थे.
मैं उसके निप्पलों को चूस रहा था तो वह अपने हाथ से मेरे लौड़े को दबा रही थी.
नेहा- आह्ह … उफ्फ … आपका ये अंदाज बहुत अच्छा लगता है … उई आह्ह … ऐसे ही चूसो.. मज़ा आ रहा है आह्ह … मुझे आपका लौड़ा चूसना है … पता नहीं क्यों मेरे मुँह में पानी आ रहा है और मन कर रहा है लौड़ा चूसने को!
मैंने कहा- तो चूस लो न मेरी जान, मुझे भी तो तुम अपनी कमसिन चूत का मज़ा दो … चलो तुम मेरे ऊपर आ जाओ … अपनी चूत मेरे मुँह पर रख दो और तुम आराम से लौड़ा चूसो.
हम दोनों 69 की अवस्था में आ गए और मज़े से चुसाई करने लगे.
नेहा की सूजी हुई चूत को मेरी जीभ से बड़ा आराम मिल रहा था.
दोस्तो, आपको टाइट पुसी फक स्टोरी में मजा आ रहा होगा, आप अपनी प्रतिक्रिया मुझे जरूर दें.
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