Desi Teen Chudai Kahani – मुंहबोली बहन हुई मेरी दीवानी


Latest Hindi Sex Stories added for who looking to read Desi Teen Chudai Kahani – मुंहबोली बहन हुई मेरी दीवानी to make every night hot about Desi Teen Chudai Kahani – मुंहबोली बहन हुई मेरी दीवानी story.

Story Start Here :

देसी टीन चुदाई कहानी में मैं एक बेसहारा लड़का था. मुझे एक फ़ौजी ने गोद ले लिया. उनके घर में 3 लड़कियां थी. मैं उन्हें बहन मानता था पर उनमें एक लड़की ने मुझे अपना प्रेमी बना लिया.

प्रिय पाठको! मैं आज आपके सामने अपनी पहली सच्ची घटना साझा करने आया हूँ।
उम्मीद है आपको पसंद आएगी।

मेरा नाम मान है और मैं एक मिल्ट्रीमैन का अडॉप्टेड पुत्र हूँ।
उनकी खुद की दो बेटी हैं दिशा और शिखा.
उन्होंने मेरी तरह एक और लड़की को गोद लिया था जिसका नाम मरयम है।

यह सेक्स कहानी फॅमिली की है।

तो चलिए देसी टीन चुदाई कहानी शुरू करते हैं शुरुआत से।

मैं क.श्मीर के पा.किस्तान बॉर्डर से सटे एक छोटे से गाँव से हूँ।
बहुत पुरानी बात है. तब एक दिन सीजफायर में कुछ आ.तंकवादियों ने मि.लिट्री से बचने के लिए हमारे घर को हाइजैक कर लिया।
उन्होंने मेरे माँ-बाप को खत्म दिया।

मैं और मेरी बहन किचन में छिपे थे, लेकिन वो वहाँ भी आ गए।

फिर बंदूक की नोक पर मेरी बड़ी बहन नंगी करके उसके साथ गलत करके उसे मार दिया।

वे मुझे भी मारने वाले थे, तभी मि.लिट्री के जवान आ गए और सबको मार गिराया।
उन्होंने मुझे बचा लिया।

उनमें से एक शख्स मुझे अपने साथ घर ले आए और मुझे अडॉप्ट किया।
उन्होंने मेरा नाम रखा मान सिंह।
मेरे पिता का नाम है कर्मवीर सिंह।

जब मैं उनकी फैमिली से मिला तो सबने मेरा बड़ा अच्छे से स्वागत किया।

माँ दामिनी, उनकी दो अपनी पुत्रियाँ शिखा और दिशा, और एक अडॉप्टेड पुत्री मरयम।

दिशा मुझसे डेढ़ साल बड़ी थी।
शिखा मुझसे दो महीने छोटी थी।
मरयम पूरे साढ़े तीन साल छोटी थी।

इन तीनों बेटियों में शिखा सबसे ज्यादा खूबसूरत थी और मुझे पसंद आ गई थी।
अब हम छह लोगों की फैमिली हो गई थी।

हमारा लालन-पोषण अच्छे से हो रहा था।
वक्त के साथ हम बड़े हो रहे थे।
मैं और शिखा एक ही क्लास में पढ़ते थे जबकि दिशा दी दो क्लास आगे थी और मरयम तीन क्लास पीछे।

मैं दिशा को दीदी नहीं, सिर्फ दी बोलता था।

शिखा मुझे मान कहती थी और मरयम भाई।

हर बार रक्षाबंधन के त्योहार पर तीनों राखी बाँधती थीं।

लेकिन जब हम अपने टीनएज में थे, तब शिखा ने मुझे राखी बाँधने से इंकार कर दिया।
वो बोली, “मैं इन्हें बस अपना मानती हूँ!”

पापा ने उसे समझाया, पर वो नहीं मानी।
तो पापा समझ गए कि शिखा मुझे पसंद करती है।

उन्होंने ज्यादा दबाव नहीं डाला ताकि वो कुछ गलत न कर ले।

पापा ने कहा, “तुम इसे राखी मत बाँधो, पर ये फ्रेंडशिप बैंड बाँध दो!”

इस तरह धीरे-धीरे वक्त गुजरने लगा।

मैं भी शिखा के क्लोज होने लगा।
पर मैं अपनी मर्यादा जानता था।

मैंने पापा को वचन दिया था कि मैं उसे समझाऊँगा कि हम भाई-बहन हैं और हमारे बीच ये सब नहीं हो सकता।

ये तो पापा का दिल रखने के लिए बोल दिया था।
लेकिन मैं खुद उसे पसंद करता था, तो कैसे रोकता?

और समय निकल गया।
अब हम हाई और बड़े हो गये.

अब मैं और शिखा इतने करीब आ गए थे कि हमारे बीच किसिंग और रबिंग होने लगी थी।

पापा ने भी हमारी नजदीकियाँ देखकर हमारे रिलेशन को एक्सेप्ट कर लिया था।
बस मुझसे इतना ही कहा था, “दिशा की शादी से पहले तुम दोनों कुछ ऐसा मत करना कि मेरा सिर झुके!”

लेकिन हमें जवानी की आग सता रही थी।

और एक दिन वो मौका भी मिला, जब हम अपने हाफ-ईयरली एग्जाम दे रहे थे।

तभी मेरे मौसा की बेटी की शादी आन पड़ी।
एग्जाम के कारण हम दोनों नहीं जा सकते थे।

हम खुश थे क्योंकि जिस दिन से लेकर जिस दिन तक मम्मी-पापा को आना-जाना था, उस दौरान हमारा कोई एग्जाम नहीं था।
वो गैप रिवीजन के लिए था।

अब मैं आपको अपने लंड की साइज बता दूँ।

मेरा लंड 7 इंच लंबा और 7 इंच मोटा है।

देखने में मेरा लंड किसी घोड़े के लौड़े से कम नहीं लगता।
और मेरी शिखा का फिगर 36-24-36 है, एकदम परफेक्ट।

अब इंतजार था तो बस मम्मी-पापा के जाने का।

अगले दिन सब लोग जल्दी उठ गए थे।
मम्मी सारी तैयारी कर चुकी थीं।
पापा भी कार लेकर दरवाजे पर हॉर्न बजा रहे थे।

ठीक 9 बजे सब लोग निकल गए।
हम दरवाजे पर खड़े होकर उन्हें सी-ऑफ कर रहे थे।

उनके जाते ही शिखा मुझे अंदर खींचने लगी।

पर मैं पापा की गाड़ी को तब तक देखता रहा जब तक वो आँखों से ओझल नहीं हो गई।

फिर मैं अंदर आया, दरवाजा बंद किया और शिखा को किस करने लगा।

किस करते-करते हम एक्साइट होने लगे।

धीरे-धीरे सारे कपड़े उतर गए, हमारे दोनों के।

आज पहली बार हम दोनों एक-दूसरे को नंगा देख रहे थे।

जब उसने मेरा लंड देखा, तो डर गई।
वो बोली, “मैं इतना मोटा नहीं लूँगी! ये मुसल मेरी चटनी बना देगा!”
मैंने कहा, “कुछ नहीं होगा! बस थोड़ा सा दर्द होगा, फिर मजा आएगा!”

काफी इंकार के बाद वो मानी।

फिर हम 69 की पोजीशन में आ गए और एक-दूसरे को रेडी करने लगे।

उसके बाद मैंने उसे सीधा किया और ढेर सारा नारियल का तेल लंड और चूत पर लगाकर अपना लंड उसकी चूत में पेल दिया।

उसे काफी दर्द हो रहा था।

जैसे-तैसे करके मैंने सात इंच घुसाया और दो मिनट तक किस करता रहा।
उसके बूब्स मसलता रहा।

जब वो थोड़ी रिलैक्स हुई तो मैंने हल्के-हल्के झटके देने शुरू किए।

दो-तीन पोजीशन में 35 मिनट का राउंड कम्पलीट किया और उसके अंदर झड़ गया।

वो भी इस दौरान दो बार झड़ी थी।

फिर हमने कुछ देर तक एक-दूसरे को किस करते हुए दूसरे राउंड की तैयारी करने लगे।

दूसरा राउंड करीब 40 मिनट चला।

फिर से मैंने उसके चूत के अंदर अपना माल छोड़ा।

हम करीब आधे घंटे तक एक-दूसरे की बाहों में पड़े रहे और किस करते रहे।

उसकी बेडशीट उसकी चूत फटने की वजह से लाल हो गई थी।

मैंने उससे कहा, “मैं नहा के आता हूँ!”
वो बोली, “मैं भी आ रही हूँ, साथ में नहा लेते हैं!”
मैं मान गया।

हम दोनों बाथरूम में साथ में नहाने चले गए।

वहाँ पर मैंने उसकी झांटें साफ कीं और उसकी चूत को चिकनी बना दी।

उसकी चूत दो राउंड की धाकड़ चुदाई के कारण फूल गई थी।

उसकी चिकनी चूत देखकर मुझ पर फिर से खुमार चढ़ने लगा।
मैंने उससे बाथरूम में सेक्स करने की इच्छा बताई।
वो ना-ना करने लगी।
मैंने थोड़ा रूठने का नाटक किया, तो वो मान गई।

वहाँ पर भी चार स्टाइल में उसकी चूत मारी और अंदर झड़ गया।
उसकी चूत तीन बार की चुदाई की वजह से बुरी तरह सूज के लाल हो गई थी।
उसे चलने में भी दर्द होने लगा था।

खैर, हम दोनों नहाकर बाहर आ गए।
वैसे तो हमारा कपड़ा पहनने का इरादा नहीं था।
तभी शिखा की बेस्ट फ्रेंड मिनाक्षी का कॉल आ गया।
शिखा की उससे कुछ देर बातें हुईं।

फिर शिखा कपड़े पहनने लगी।
मैंने भी कपड़े पहन लिए।

शिखा चाय ले आई, फिर हम चाय पीने लगे।

चाय पीते हुए मैंने कहा, “शिखा, तुम्हें नहीं लगता कि तुम्हें अपनी बेस्ट फ्रेंड की हेल्प करनी चाहिए?”
वो बोली, “कैसे?”
मैंने कहा, “तुमने तो जवानी का मजा ले लिया, अब उसे भी दिलवा दो!”

शिखा बोली, “उसका कोई बॉयफ्रेंड नहीं है!”
मैंने कहा, “ठीक है, तो मुझसे ही करवा दो!”

ये सुनते ही शिखा गुस्सा करने लगी।
लेकिन ज्यादा देर तक गुस्सा नहीं कर पाई।
मेरे मनाने पर वो मान गई।

थोड़ी देर बाद डोरबेल बजी।
शिखा ने दरवाजा खोला, मिनाक्षी अंदर आ गई।

उसके बाद क्या हुआ, मिनाक्षी कैसे चुदी, ये बताऊँगा अगली कहानी में।

देसी टीन चुदाई कहानी आपको कैसी लगी?
मुझे कमेंट्स में बताएं.
तब तक के लिए नमस्कार!