Sasur Bahu Xxx Chudai – ससुर बहू समधी समधन सेक्स


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Story Start Here :

ससुर बहू Xxx चुदाई कहानी में मैंने और मेरे पति ने मिल कर पहले मेरे मम्मी पापा को, फिर मेरे सास ससुर को इस फॅमिली ग्रुप सेक्स में शामिल किया.

पाठको, मैं सोनल आपको अपनी ससुराल में पारवारिक चुदाई की कहानी का मजा दे रही थी.
कहानी के पिछले भाग
मेरी मम्मी मेरे ससुर से चुद गई
में अब तक आपने पढ़ा था कि मेरी मां मेरे ससुर के लंड के साथ खेल रही थीं तभी मैं उनके सामने आ गई.
मुझे देख कर मेरे ससुर घबरा गए.
मां मुझे उधर से जाने की कहने लगीं.

अब आगे ससुर बहू Xxx चुदाई कहानी:

फिर मैंने नाटक खत्म करते हुए कहा- ससुर जी, छोड़ो ये सब … आज मां-बेटी आपको मजे देती हैं!
यह कहकर मैंने ससुर बहू Xxx चुदाई कहानी की शुरुआत कर दी, मैं उनका लंड चूसने लगी.

इधर मां ने अपनी चूत ससुर जी के मुँह पर लगा दी और चटवाने लगीं.

फिर मैंने अपनी ड्रेस उतारी और नंगी हो गई.
मेरे ससुर मुझे नंगी देख कर मस्त हो गए.

अब मैंने उनके ऊपर चढ़ कर उनके कड़क लंड को अपनी चूत में डाला और लौड़े पर कूदना शुरू कर दिया.

मां भी अपनी चूत चटवाने में व्यस्त थीं.
फिर हम दोनों ने अपनी पोजीशन बदली.

ससुर जी मेरे ऊपर आए और मां मुझे और ससुर जी को मम्मे चुसवाने लगीं.

थोड़ी देर बाद मां चुदाई के लिए आईं और मैं दोनों के शरीर को चाटने और चूमने लगी.

ससुर बहू Xxx चुदाई के दो-तीन राउंड के बाद ससुर जी ने हथियार डाल दिए.

हम तीनों नंगे होकर बिस्तर पर लेट गए.

अब मां को पता था कि मेरी सास को गेम में एंट्री कैसे करवानी है.
ससुर जी बीच में लेटे थे, हम दोनों एक-एक साइड पर थीं. मैं ससुर के लंड को सहला रही थी और मां उनके सीने को.

ससुर जी बोले- बहुत मज़ा आया. मैंने कभी सोचा नहीं था कि ऐसे भी चुदाई का मौका मिलेगा … और बहू, तुम भी बिना शर्माए साथ हो गईं!

तो मैंने कहा- ससुर जी, ये तो कुछ नहीं! आप बोलो तो घर में चुसाई का रंग भर दें! सब लोग मिलकर सेक्स करें, जिसको जिसे चोदना हो, उसे चोदे और चुदवाए!
ससुर जी बोले- ये क्या बात कर रही हो?

तब मां ने उन्हें चूमते हुए बोला- ये सब हम लोगों ने मिलकर किया है, जिसमें आपका बेटा राज और मेरे पति भी शामिल हैं! उन दोनों को सब पता है कि क्या चल रहा है. उन दोनों को भी यही सेक्स लाइफ चाहिए, जहां परिवार वाले साथ में रहें और सेक्स करें!

ये सुनकर ससुर जी बोले- बाकी सब ठीक है, पर राज की मां ये सब नहीं मानेगी!
मेरी मां बोली- आप साथ दो, तो ये सब हो जाएगा! बोलो, साथ दोगे?

ससुर जी बोले- क्या करना होगा?
मां ने बताया- अब आपको जब भी चोदना हो, तो मुझे या सोनल को चोदोगे … अपनी बीवी को नहीं! और जब भी वह अपना मूड बताएं, तो बहाना बनाकर निकल लेना!

ससुर जी की तो लॉटरी लग गई थी, वे कहां ना बोलने वाले थे!

ये सब बात करके हम तीनों नहाकर अपने काम में लग गए.
शाम को सब लोग वापस आ गए, खाना खाया और सो गए.

अगले दिन मां ने हम सबको बुलाया और कहा- सुनो! आज से राज और सोनल के पापा, आप दोनों को राज की मां को सेक्स के लिए उकसाना है! और राज के पापा, आप उनसे दूरी बनाकर रहोगे. चोदना हो, तो मौका देखकर मुझे या सोनल को चोद लेना! और राज, सोनल और मैं और सोनल के पापा, हमें जब भी मौका मिले, दरवाज़ा खुला रखो, चुदाई करनी है! ताकि राज की मम्मी देखकर उत्तेजित हो जाएं और चुदाई के लिए तड़पें!

मां के बताए गए प्लान पर चलते-चलते एक हफ्ता हो गया.

राज की मां ने हमें कई बार सेक्स करते-करते देखा और अपनी आप को ससुर जी से चुदवाने की इच्छा बताई.
पर ससुर जी ने हर बार उन्हें इग्नोर किया और उन्हें अपने हाथ से पानी निकालने पर मजबूर किया.

एक दिन मां-पापा को सेक्स करते देख रही थीं.
तो पापा ने मां से इशारा करते हुए कहा- समधन जी भी बहुत मस्त लगती हैं! उनका बदन एकदम जवान, 45 साल की औरत जैसा भरा हुआ है! उनकी गांड देखकर कोई भी उनके ऊपर चढ़ने को तैयार हो जाए!

सासू जी ये सब सुनकर मन ही मन खुश हो रही थीं.

तभी गलती से दरवाज़े को धक्का लग गया और उन तीनों की नज़रें एक हो गईं.

सासू मां शर्माती हुई वहां से चली गईं.

थोड़ी देर बाद मां अपना काम खत्म करके नहाकर उनके साथ किचन में चली गईं और शर्माने का नाटक करने लगीं.

सासू मां बोलीं- नसीब वाले हो आप, जिसे इतना ख्याल रखने वाले पति मिले!

मां ने उन्हें भी लकी कहा, तो सासू मां बोलीं- नहीं … बाकी सब ठीक है, पर कुछ दिनों से वे मुझ पर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं!

मां ने कहा- हो सकता है, उन्हें कहीं और से मज़ा मिल रहा हो, तो आप भी वही करो न!
सासू जी बोलीं- ऐसे कैसे बोल रही हो आप?

मां ने हंसते हुए कहा- ये सब सामान्य है! हम तो करते ही हैं ऐसे!

सासू मां बोलीं- आपके पति तो अच्छे से चुदाई करते हैं, तो भी बाहर वाले से करती हैं आप?

मां बोलीं- बाहर वाले से नहीं, सब घर में ही करते हैं. सिर्फ़ एकदम करीबी और भरोसेमंद रिश्तेदार से ही करते हैं … जो मज़ा भी दे और बदनाम भी न करे!
सासू मां बोलीं- मैं कहां ढूँढूँ ये सब? मेरे पहचान में तो बस आप लोग हो!

मां बोलीं- तो आप मेरे पति से मदद ले लो न … वैसे भी वह आपको बहुत पसंद करते हैं … मैं उन्हें समझा दूँगी. आज शाम को आप साथ रहो.
सासू मां बोलीं- मेरे पति भी तो साथ में होंगे!

मां बोलीं- उनको हम देख लेंगे! आपको कोई प्रॉब्लम नहीं होने देंगे, वादा है मेरा!

मां मन ही मन खुश थीं और हल्की सी डरी हुई भी थीं, पर हम खुशी से उछल रहे थे.

अब रात को ससुर जी सोने का नाटक कर रहे थे और सासू मां को मेरी मां ने पापा के साथ गेस्ट रूम में भेज दिया.

मैं, ससुर जी और मां एक रूम में चले गए.
वहां हम लोग बैठकर बातें करने लगे.

हमने पहले से ही गेस्ट रूम में कैमरा लगाया हुआ था, सो हम उनकी बातें सुन रहे थे और वीडियो देख रहे थे.

पापा ने सासू जी के गेस्ट रूम में आते ही पकड़ लिया.
वे उनकी कमर से उन्हें पकड़ कर अपनी ओर खींचने लगे.

सासू मां भी पापा की बांहों में आ गईं.
पापा मेरी सासू मां को किस करने लगे, साथ में उनके मम्मों को भी दबाने लगे.

मां पहले कुछ नहीं किया … फिर धीरे-धीरे वे भी पापा को पकड़ कर चूमने लगीं.
फिर पापा ने उनकी साड़ी उतारी और उनका ब्लाउज़ निकाल दिया.
नीचे पेटीकोट था, वह भी गिरा दिया.

सासू जी थोड़ा शर्माईं, पर अब उनकी सारी शर्म उतरती जा रही थी.
वे भी मौके का मज़ा ले रही थीं.

उन्होंने बिस्तर पर लेटते हुए कहा- कल जैसे समधन जी की चूत चाट रहे थे, वैसे मेरी भी चाटिए न!

यह कहकर उन्होंने अपनी पैंटी उतार दी और चूत फैला दी.
उनकी चूत एकदम साफ़ और शेव की हुई थी.

पापा ने समय बर्बाद न करते हुए सासू मां की चुत को चाटना शुरू कर दिया.

सासू जी कामुक सिसकारियां भरती हुई पापा का माथा अपनी चूत में दबा रही थीं.
उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था.

थोड़ी देर चूत चटवाने के बाद उन्होंने पापा का लंड चूसना शुरू कर दिया.
मेरी सासु मां ने मेरे पापा का पूरा लंड गले तक डालकर चूसना शुरू कर दिया. पापा उनके मम्मों को मसल रहे थे.

फिर पापा ने उन्हें ऊपर उठाकर सीधा लिटा दिया और उनके ऊपर चढ़कर उनकी चूत पर लंड रगड़ना शुरू कर दिया.

सासू जी की तड़प बढ़ती गई और उन्होंने पापा का लंड पकड़ कर खुद ही अपनी चूत में डाल लिया.

पापा ने ऊपर से जोर-जोर से धक्के लगाने शुरू कर दिए और साथ ही उनके होंठों पर चुम्बन और मम्मे चूसना जारी रखा.

मेरे पापा मेरी सासू मां को मज़े से पेल रहे थे और सासू मां अपनी फीलिंग्स रोक नहीं पा रही थीं.
वे भी जोर-जोर से चिल्ला रही थीं- आह्ह्ह … आह्ह्ह … आह्ह्ह …

फिर पापा ने उन्हें घोड़ी बनाया और पीछे से चोदना शुरू कर दिया.
कैमरा में उन दोनों की मस्त चुदाई देख कर हम सब भी गेस्ट रूम के अन्दर पहुंच गए.

सासू मां को पता न चले, इस तरह हम उनके पीछे चले गए और दरवाजे के आगे खड़े होकर सब लोग नंगे हो गए.

हम सभी ने एक-दूसरे को चूमना-चाटना शुरू कर दिया.
ससुर जी ने मुझे और मां ने राज के साथ ओरल सेक्स शुरू कर दिया.

उधर सासू जी डॉगी स्टाइल में मज़े से चुद रही थीं.
उन्होंने अपनी आंखें बंद कर रखी थीं और पापा के लंड का मज़ा ले रही थीं.

पापा ने हमें इशारा किया और हम सब उनके करीब चले गए.

सासू मां को पता न चले, इस तरह राज और ससुर जी उनके मुँह के आगे लंड रखकर खड़े हो गए.
पापा ने जोर से धक्के लगाए तो मां के मुँह से ‘आह्हा आह्हा …’ निकला.

जैसे ही उनका मुँह खुला, ससुर जी और राज ने उनके मुँह में लंड डाल दिया. सासू मां ने आंखें खोलीं तो चौंक गईं.
दोनों के लंड उनके मुँह में ठुंसे हुए थे!

वे एकदम से डर गईं और दूर हट गईं.
मेरी सासू मां समझ ही नहीं पा रही थीं कि वे अपनी इस हरकत पर दुखी हों या ससुर और राज की हरकत पर गुस्सा करें.

थोड़ी देर तक वे कुछ समझ नहीं पाईं और एक तरफ खड़ी रहीं.

फिर हम चारों उनके पास गए और पापा ने उन्हें समझाया- डरने की कोई जरूरत नहीं है! जो हुआ, वह सबको पता है और सबकी रजामंदी से हुआ है. आप शर्मिंदगी महसूस न करें. दूसरी बात … हमने जो किया, उस पर गुस्सा भी नहीं करना चाहिए. जैसे सुखी जीवन के लिए परिवार में मिल-बांटकर खाने में मज़ा है, वैसे ही सुखी सेक्स लाइफ के लिए मिल-बांटकर सेक्स करने में ही मज़ा है!

यह बोलकर हम सबने सासू मां को घेर लिया.
कोई उनके बूब्स चूस रहा था, कोई पीछे से गांड, कोई चूत, तो कोई होंठ.

सासू मां जो मज़ा ले रही थीं, वह हमने भी कभी नहीं लिया था. एक साथ चार जगह चाटना और चूसना किसी सपने से कम नहीं था.
सासू मां भी इस बार मज़े लेती हुई सिसकारियां भरने लगीं.

थोड़ी देर बाद सब लोगों ने चुदाई शुरू कर दी.
सारी औरतें सभी मर्दों से बारी-बारी से चुद रही थीं. कभी कोई लंड चूसता, कोई चूत, कोई गांड मारता, तो कोई चूत.

ऐसा करते-करते सुबह के 4 बज गए.
सब लोग थक कर चूर हो गए थे, सबकी चूत और लंड पर माल लगा था.
सब लोग वैसे ही नंगे, एक-दूसरे की बांहों में सो गए.

दूसरे दिन सुबह दस बजे सब लोग उठे.
इस दिन के बाद मैं और राज ससुराल और मायके में कहीं भी मस्त चुदाई करते थे.
हर महीने में एक बार सब लोग मिलकर चुदाई करते थे.

आपको ससुर बहू Xxx चुदाई कहानी में कितना मजा आया, प्लीज बताएं.
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