Teen Girl Sex Kahani – बचपन की संगिनी की चुत में लंड पेला


Latest Hindi Sex Stories added for who looking to read Teen Girl Sex Kahani – बचपन की संगिनी की चुत में लंड पेला to make every night hot about Teen Girl Sex Kahani – बचपन की संगिनी की चुत में लंड पेला story.

Story Start Here :

टीन गर्ल सेक्स कहानी में पापा के दोस्त की बेटी मेरे साथ ही पढ़ती थी. हम अच्छे दोस्त थे पर GF BF वाली बात नहीं थी. लेकिन एक दिन हालात ऐसे बने कि हमने सेक्स कर डाला.

मैं आपका अपना रोहित आपके सामने अपने दोस्त सचिन और उसकी बेस्ट फ्रेंड की रियल सेक्स कहानी लेकर हाजिर हुआ हूँ.
जो न केवल आपके दिलों को धड़काने वाली कहानी है बल्कि लंड चुत में आग सुलगा देने वाली सेक्स कहानी है.

यह टीन गर्ल सेक्स कहानी आप सचिन की जुबानी ही सुनें.

दोस्तो, मेरी गर्लफ्रेंड का नाम प्रिया है और वह ऐसी हसीना है कि उसे देखते ही किसी का भी दिल और जिस्म दोनों बेकाबू हो जाएं.
प्रिया का फिगर 34-26-36 का है. उसका ऐसे फिगर वाला कातिलाना बदन है कि हर कदम पर जवानी थिरकती है.

उसके बूब्स इतने मुलायम और रसीले हैं कि बस छूकर मसलने का मन करे.

हाल ही में हमारे 12वीं के एग्जाम खत्म हुए थे और मैं अपने लिए कोई शानदार सा कॉलेज ढूंढ रहा था.
तभी मेरे पापा के दोस्त ने बताया कि उनकी बेटी भी दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ने जा रही है.

उन्होंने सुझाव दिया कि क्यों न मैं भी वहां चला जाऊं क्योंकि हम दोनों बचपन से साथ हैं और एक-दूसरे के साथ पढ़ाई अच्छे से कर लेंगे.
प्रिया के साथ जाने की बात सुनकर मेरे दिल में खुशी की लहर दौड़ गई क्योंकि उनकी बेटी यानि मेरी गर्लफ्रेंड प्रिया भी मेरे साथ होगी.

पापा ने हामी भर दी और अगले सोमवार को हमारा कॉलेज जाने का प्लान फिक्स हो गया.
दिल्ली पहुंचकर पापा और उनके दोस्त ने हमारे रहने के लिए रूम ढूंढना शुरू किया.

वहां रूम्स बहुत महंगे थे, तो दोनों ने फैसला किया कि हमें एक ही रूम में रहना चाहिए.
ये सुनकर हम दोनों की खुशी का ठिकाना न रहा.

घर लौटते ही हमने खूब मस्ती की, घूमे-फिरे और अपनी खुशियां एक दूसरे से साझा की.

हालांकि अभी तक मेरे मन में कभी भी प्रिया के लिए कोई गलत ख्याल नहीं आया था.
लेकिन कहते हैं ना, किस्मत का खेल कोई नहीं रोक सकता.

एक दिन हम दोनों बाहर घूमने गए थे, तभी अचानक तेज बारिश शुरू हो गई.
हमारे पास छाता या कुछ भी नहीं था और देखते ही देखते हम दोनों पूरी तरह भीग गए.

फिर किसी तरह हम दोनों कमरे तक पहुंचे और वहां पहुँच कर कमरे का नजारा मेरे होश उड़ा देने वाला था.
हुआ यूं कि प्रिया ने अपने टॉप के ऊपर एक धूप से बचने वाली कपड़े की जैकेट टाइप की शर्ट पहनी हुई थी, जिस वजह से उसका भीगा बदन उसके कारण झलक नहीं रहा था.

फिर जब कमरे पर आए तो उसने अपनी उस डार्क कलर वाली शर्ट को उतारा, तो और बस बवाल हो गया.

दरअसल प्रिया ने अन्दर लाइट पिंक टॉप पहना था जो पानी से भीग जाने की वजह से उसके जिस्म से चिपक गया था.

उसकी रेशमी जाली वाली ब्रा से उसके दोनों बूब्स पूरे साफ नजर आ रहे थे.

निप्पल ठंडक के कारण अकड़ गए थे तो वे किसी गुलाबी बड़े से मोती की तरह दिख रहे थे.
सच कह रहा हूँ कि इतना मदहोश करने वाला नजारा था कि मेरे जिस्म में आग सी लग गई.

मेरा लंड धीरे-धीरे खड़ा होने लगा और प्रिया की नजर मेरे खड़े होते लवड़े पर पड़ गई.

वह भी एकदम से झेंप सी गई लेकिन कहीं न कहीं उसके अन्दर भी वासना का ज्वर चढ़ रहा था तो वह भी कामुक हो रही थी.

परंतु हम दोनों की हिम्मत नहीं हो रही थी कि अपनी तरफ से पहल जैसा कुछ करें.

लेकिन तभी ऊपर वाले ने शायद हमारी सुन ली.
उसी वक्त लाइट चली गई और कमरे में घुप्प अंधेरा छा गया.

उसी वक्त एकदम से बिजली कड़की और यह दोनों वजहें प्रिया के डर के लिए काफी से भी ज्यादा थीं.

अंधेरे से व बिजली की कड़क आवाज से डरने वाली प्रिया ने फौरन से मुझे टाइट हग कर लिया.

मैंने भी उसे अपनी बांहों में कस लिया.
हमारी सांसें एक दूसरे को महसूस करने लगीं और करीब दस मिनट तक हम दोनों यूं ही एक-दूसरे की सांसों को महसूस करते रहे.

हमारे जिस्म आपस में चिपके हुए थे और उसके जिस्म की गर्मी पाकर मेरा लंड अब और सख्त हो गया था.

उसे भी मेरे लौड़े की सख्ती महसूस हो रही थी, पर वह चुपचाप मुझसे चिपकी रही.

मैंने धीरे से अपना एक हाथ उसकी कमर से नीचे सरकाया.
उसने मुझे नहीं रोका, तो मैंने भी हिम्मत करके उसकी गोरी, मुलायम गांड पर अपने हाथ को रख दिया.

तभी उसने मुझे होंठों से चूम लिया.
एक गर्म, नशीली चुम्मी पाते ही मैंने भी जवाब में उसे जोरदार चुंबन से नवाज दिया.

तभी लाइट आ गई और हम एक-दूसरे से दूर हट गए.
लेकिन वह जादुई पल हमें दुबारा फिर से करीब ले आया.

हम दोबारा पास आए और किस करने लगे.
मैं उसकी गांड को सहलाने लगा, दबाने लगा.

काफी देर तक हम एक-दूसरे के होंठों का रस पीते रहे.
मैंने अपनी जीभ उसके मुँह में सरका दी तो वह मेरी जीभ को चूसने लगी.

फिर मैंने उसे अपनी बांहों में उठाया और बेड पर ले गया.

मैंने धीरे-धीरे करके उसके सारे कपड़े उतार दिए.
उसके जिस्म की खुशबू मेरे होश उड़ा रही थी.

उसने भी मेरे कपड़े उतार दिए.
उसके नंगे बूब्स को देखकर मैं पागल हो गया.
एकदम गोल, रसीले, बिना ब्रा के उसके दोनों दूध मेरे सामने थे.

मैंने उन्हें अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया और जोर से दबा दिया.
उसकी आह निकल गई और वह कराह कर बोली- धीमे करो न … मैं कहाँ भाग रही हूँ!

मैंने उसके एक दूध को भींचते हुए कहा- और कहीं भाग गई तो!
वह हंस कर बोली- आज तक नहीं भागी तो अब क्या भागूँगी!

मैंने कहा- क्या सच में तू मुझे पसंद करती है!
वह मेरी आँखों में आंखें डाल कर बोली- तुझे क्या लगता है कि मैं ऐसे ही तुझे अपना जिस्म सौंप दूँगी!

मैंने उसके होंठों के रस को चूसते हुए उससे पूछा- तो मतलब तू अब तक सीलपैक माल है!
वह मेरे सीने पर मुक्का मारती हुई बोली- साले कुत्ते … तू मुझे समझता क्या है!

मैंने उसकी एक चूची के निप्पल को अपनी दो उंगलियों में पकड़ कर मींजा और कहा- मैं तुझे अपनी मुहब्बत समझता हूँ.
वह बोली- तो अब तक कहा क्यों नहीं कभी?

मैं एक पल को चुप रहा, फिर मैंने कहा- मुझे डर लगता था कि कहीं तू बुरा न मान जाए!
वह कुछ नहीं बोली.

फिर अचानक से उसने कबूल किया कि वह बचपन से मुझे पसंद करती है.
अब हम दोनों एक दूसरे को बेतहाशा प्यार करने लगे और हमारे चुंबन एक दूसरे से कम नहीं होना चाह रहे थे.

वह बोली- साले तुझे आज कच्चा खा जाऊंगी.
टीन गर्ल सेक्स करने को राजी थी.

मैंने हंस कर उसे चूमा और उसके एक दूध को अपने मुँह में भर लिया.

उसके निप्पल को जीभ की नोक से कुरेदा और होंठों से स्तन को दबाते हुए चूसा.

फिर खींच कर एक दूध को छोड़ कर दूसरे दूध को मुँह से दबा कर खींचते हुए चूसने लगा.
उसने भी बड़े प्यार से अपने दोनों थन चुसवाए.

करीब दस मिनट तक मैंने उसके दोनों दूध चूस कर मजे लिए.

फिर मैंने प्रिया को 69 की पोजीशन में लिटाया.
पहले तो वह मेरा लंड मुँह में लेने को तैयार नहीं थी लेकिन जब मैंने उसकी चिकनी, गुलाबी चूत को चाटना शुरू किया, तो वह खुद को रोक न सकी.

उसने मेरा पूरा लंड अपने मुँह में भर लिया और तेजी से चूसने लगी.
मैंने उसकी चूत में दो उंगलियां डालीं, जिससे वह सिहर उठी.

कुछ देर बाद वह कहने लगी कि अब प्लीज मुझे चोद दो.

मैंने चुदाई की पोजीशन बनाई और उसकी चूत पर अपना लंड सैट कर दिया.

पहली बार में लंड फिसल गया लेकिन दूसरी बार मैंने एक जोरदार धक्का मारा, तो मेरा आधा लंड उसके अन्दर घुसता चला गया और उसकी चीख निकल पड़ी.

उसकी चूत से खून बहने लगा, वह दर्द से बेहोश होने को थी.
मेरा लंड 4 इंच अन्दर घुस गया था.

फिर मैंने लंड पेले हुए ही उसे पानी पिलाया और उसे चूमता रहा.

जब उसका दर्द कम हुआ, तो उसने अपनी गांड हिलानी शुरू की.

वह बोली- सचिन, कुत्ते साले बदमाश … अब आराम आराम से अन्दर बाहर कर न!
मैंने कहा- आज तू मेरी रानी है, मेरी जान!
उसने कहा- ज्यादा बकबक न चोद भोसड़ी के … चुत पर लंड चला!

जैसे ही उसने ये कहा, मैंने एक और जोरदार धक्का मारा. मेरा पूरा लंड उसके अन्दर समा गया.

वह चीखी- आह मर गई भोसड़ी के … मैंने कहा था ना आराम से चोद … भैन के लंड ने चूत फाड़ दी मेरी … आह साले गांड तक में आग लग रही है!

मैंने उसे चूमते हुए कहा- सॉरी मेरी रानी … इसके बाद तेरी गांड भी मार दूंगा तो सब आग बुझ जाएगी!
उसने कहा- साले चुत चोद पहले … गांड की तरफ नजर भी मत उठाना वरना मैं तेरी गांड मार दूँगी!

मैंने हंस कर कहा- अच्छा मेरी रानी … मैं गांड नहीं मारूँगा, पर तू कैसे मारेगी!

वह हंस पड़ी और मुझे चूमने लगी.

मैंने उसे 20 मिनट तक बहुत प्यार से चोदा.
टीन गर्ल सेक्स करने से उसकी चुत से तीन बार पानी निकला.

फिर जब मेरा निकलने वाला था, मैंने पूछा- कहां निकालूँ?
उसने कहा- बूब्स पर!

मैंने सारा माल उसके रसीले मम्मों पर गिरा दिया.

उस दिन हम दोनों ने 4 बार चुदाई की.
अगले दिन वह ठीक से चल भी नहीं पा रही थी और उसे बुखार भी चढ़ गया था.

मैंने उसे डोलो 650 दी और गर्म पानी करके दिया, जिससे उसने पूरे दिन अपनी चूत को सेंका.

वो सेक्स भरी रात मेरी जिन्दगी की सबसे हसीन रात रहेगी.

अब तो हम दोनों हर रात सेक्स करते हैं.
अगली बार की सेक्स कहानी में मैं आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने उसकी गांड मारी.

टीन गर्ल सेक्स कहानी पर आप मुझे मेल व कमेंट्स करके जरूर बताएं.
आपका अपना रोहित
[email protected]