Latest Hindi Sex Stories added for who looking to read Beti Baap Sex Kahani – पापा ने बेटी की चुदाई करके मजा दिया to make every night hot about Beti Baap Sex Kahani – पापा ने बेटी की चुदाई करके मजा दिया story.
Story Start Here :
बेटी बाप सेक्स कहानी में मैं जवान हुई तो मेरी माँ नहीं रही. मेरे बाप की बुरी नजर मेरे ऊपर थी. मुझे भी अपनी जवानी का मजा लेना था तो मैं अपने बाप से चुद गयी.
यह कहानी सुनें.
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यारो,
मेरा नाम काजल है उम्र 20 साल.
इस उम्र में ही मुझ पर पूरी जवानी छा गई थी.
मेरा बदन 34-32-36 का भरा पूरा था.
मैं सेक्सी माल बन चुकी थी.
मेरी मां 2-3 साल पूर्व एक बीमारी के कारण चल बसी थी.
मैं और पापा ही घर में रह गए थे.
आज मैं आपको अपने पापा से अपनी चुदाई की बेटी बाप सेक्स कहानी सुना रही हूँ.
मेरी मां के मर जाने के बाद पापा बहुत ज्यादा नशा करने लगे थे.
उनको नौकरी से भी निकाल दिया था.
उधर 12वीं करने के बाद मुझे एक कंपनी में नौकरी मिल गई, उससे घर का खर्च चलने लगा.
पर पापा अब और ज्यादा नशा करने लगे थे.
बहुत टाइम बाद कंपनी ने सभी का ड्रेस कोड सैट कर दिया था.
इस वजह से अब मुझे भी स्कर्ट और टॉप पहन कर जाना पड़ता था.
उस ड्रेस से मेरे 34 साइज़ के चूचे बाहर निकलते हुए साफ दिखाई देते थे और गांड भी बाहर को निकली दिखाई देती थी.
चढ़ती जवानी के कारण मुझे भी इस तरह की ड्रेस पहनने में बड़ी उत्तेजना होती थी और बस ऐसा लगता था कि कोई पकड़ कर मुझे रगड़ दे मेरी चूत का भोसड़ा बना दे.
मैं घर पर अकेले में अपने मोबाइल में ब्लू फिल्म देखती और पापा की बची हुई शराब की बोतल से शराब का स्वाद लेकर उनकी सिगरेट पीकर अपनी बुर में उंगली कर लेती.
इस तरह की कामुक बातों से मुझे बड़ा अजीब सा लगता था और मेरी बुर टपकने लगती थी.
कंपनी तक आने जाने में बस और ऑटो में लोग मुझसे रगड़ने की कोशिश करते, मेरे टॉप से झाँकते हुए मेरे दूध देखने की कोशिश करते और मेरे जिस्म से चिपक कर मौका पाते ही मेरे दूध या गांड को मसल भी देते.
मैं चुपचाप इस सबका अहसास करके अन्दर ही अन्दर अपनी वासना को दबाती रहती.
भविष्य के गर्त में क्या छुपा है, उसका मैं बेसब्री से इंतजार कर रही थी.
एक दिन कंपनी में मीटिंग के कारण में घर आने में लेट हो गई.
जब मैं घर पहुंची तो देखा पापा शराब की बोतल मुँह से लगाए हुए नशा कर रहे थे.
वे सिगरेट का धुआँ उड़ाते हुए कोई किताब देख रहे थे.
मैं उनके पास आकर बैठ गई.
वे तब भी उस किताब को देखते रहे.
मैंने देखा कि वह एक अश्लील चित्रों वाली किताब थी जिसमें लड़के लड़कियों की चुदाई की फ़ोटो थीं.
उस वक्त पापा मुझे बहुत गंदी नजरों से देख रहे थे.
फिर वे एक कड़क आवाज में बोले- चल जा और दरवाजा अच्छे से बन्द करके आ जा!
मैंने उठ कर दरवाजा पूरा बन्द कर दिया.
पापा की आंखें पूरी लाल हो गई थीं.
मुझे देख कर वे बोले- साली रंडी, आज लेट क्यों आई?
पापा के मुँह से अपने लिए रंडी शब्द सुन कर मुझे पहले तो बहुत खराब लगा.
फिर तभी अचानक से मुझे एक हिंदी वाली सेक्स वीडियो की याद आ गई, जिसमें बाप बेटी के बीच सेक्स होता है और बाप अपनी बेटी को रंडी छिनाल जैसे शब्दों से पुकार कर उसकी चूत चुदाई कर रहा था.
उस चुदाई की वीडियो की याद आते ही मैं वासना से भर गई और सोचने लगी कि अपनी जवानी की आग को यदि मैं अपने पापा से ही बुझवा लूँ तो मुझे लंड की तलाश में बाहर नहीं जाना पड़ेगा और हो सकता है कि मेरा बाप मुझे चोद कर सुधर जाए … क्योंकि तब मैं अपने पापा को प्यार से समझा सकूँगी.
यह सब सोच कर मैंने मन पक्का कर लिया कि अब जो भी मेरे नसीब में लिखा होगा, उसे ही ऊपर वाले का करम मान लूँगी.
मुझे चुप देख कर पापा बहुत गंदी गाली-गलौज करने लगे और बोले- साली, देख रहा हूँ आजकल तेरे चूचे और गांड बहुत बाहर निकल रहे है रंडी … साली बाहर मुँह मार रही है तू कुतिया!
मैं कुछ नहीं बोली, बस उनके अगले कदम का बेसब्री से इंतजार कर रही थी.
फिर पापा ने एकदम से मुझे पकड़ा और अपनी ओर खींच लिया.
वे मुझे पकड़कर बोले- रंडी अपने बाप को भी खुश कर दे आज!
मैं बोली- पापा, यह सब आप क्या बोल रहे हो?
पापा मेरे एक दूध को मसलते हुए बोले- साली रंडी, यह सब तो मुझे तेरी मां के जाने के बाद ही कर लेना चाहिए था.
यह कहकर पापा ने मेरे टॉप के ऊपर से ही मेरे एक चूचे को जोर से दबा दिया.
मेरी चीख निकल गई.
पापा होश में नहीं थे, उन्होंने मुझे जोर से पकड़ा और मेरे पूरे जिस्म को दबाने लगे.
मैंने उनसे छूटने का प्रयास भी नहीं किया क्योंकि कहीं न कहीं मैं भी आज कुचल जाना चाहती थी.
इसलिए मुझे भी अपने पापा में एक मर्द दिखाई दे रहा था और मैं उनके सामने बस एक मादा थी.
पापा ने मेरी स्कर्ट को ऊपर उठा दिया और मेरी पैंटी के अन्दर अपना हाथ डालकर एक उंगली मेरी कुँवारी बुर में डाल दी.
उनके इस अचानक हुए प्रहार से मुझे बहुत दर्द हुआ मगर मीठा मजा भी आया.
मैं पापा से कहती रही- पापा, प्लीज ऐसा मत करो मेरे साथ … मैं आपकी बेटी हूँ!
पर पापा तो नशे में थे और उन पर वासना का भूत सवार था.
वासना का भूत तो मेरे ऊपर भी सवार था पर मैंने नशा नहीं किया था, मैं अपनी मर्जी से अपने बाप के साथ चुदाई करने को रेडी थी.
पापा ने बहुत जल्द मुझे अधनंगी कर दिया और अपने दांतों के निशान मेरे गले के पास लगा दिए.
अब पापा ने मेरी पैंटी को हाथ से फाड़ दिया और मेरी चूत में उंगली बहुत जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगे.
मुझे बहुत दर्द हो रहा था.
पापा ने तभी अपनी दो उंगलियां मेरी कुंवारी चूत में डाल दीं और चूत में अन्दर बाहर करने लगे.
फिर पापा ने मुझे पूरी नंगी कर दिया और मेरे चूचों पर पर अपने हाथ से मारने लगे.
जल्दी ही मेरे चूचे पूरे लाल हो गए.
अब पापा ने अपने सारे कपड़े उतार दिए.
पापा का लंड देख कर मैं हैरान हो गई.
उनका लंड बहुत मोटा और लम्बा था.
मुझे उस वक्त पॉर्न फिल्मों के बड़े लंड वाले स्टार याद आने लगे. मुझे सबसे ज्यादा जॉनी सिन्स का लंड याद आने लगा.
अपना लंड देखते देख कर पापा ने मेरे मुँह पर एक जोर का झापड़ मारा और गाली दी- साली रांड, लंड में क्या कांटे लगे हैं बहन की लौड़ी!
उनके तेज झापड़ से मैं नीचे गिर गई. मेरी आंखों से आंसू निकल आए.
पापा ने मुझे बालों से पकड़ कर उठाया और अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया.
वे गाली देते हुए कहने लगे- साली लंड चूस कुतिया!
हालांकि मुझे बहुत गंदा लग रहा था, पर ब्लू फिल्मों में अपने पसंदीदा पॉर्न स्टार जॉनी सिन्स के लंड को कई लड़कियों के द्वारा चूसे जाते वक्त लगता था कि काश मैं भी उसका लंड चूस पाती.
आज मेरे पापा मेरे लिए फेमस पॉर्न स्टार जॉनी सिन्स जैसे बने हुए थे और उन्होंने अपने लंबे व मोटे लौड़े को मेरे गले तक लंड डाल दिया था.
मेरी सांस रुक गई थी.
मगर बार बार लंड को अन्दर बाहर करने से मुझे मजा आ आने लगा था और मेरी घिन भी खत्म हो गई थी.
मुझे पापा के लंड को चूसने में बड़ा सुख मिलने लगा था.
वे भी मेरे एक दूध को अपनी मुट्ठी में भींच कर खुद को सुख देते हुए मुझे भी मजा दे रहे थे.
सच में मुझे ऐसा लग रहा था जैसे पॉर्न स्टार जॉनी सिन्स का लंड मेरे मुँह में धकापेल चल रहा हो और वह मेरे मम्मे को मसल कर मुझे चुदाई के लिए गर्म कर रहा हो!
इधर पापा मेरे मुँह को चूत समझ कर अपने लंड से सटासट चोद रहे थे.
पापा जब अपने लंड को मुँह से बाहर निकालते तो उनके लंड के साथ मेरे मुँह से बहुत सारी लार भी बाहर निकल आती जो एकदम किसी रंडी के जैसा लुक दे रही थी.
मैं उनके टट्टे भी चाटने और सहलाने लगी थी.
इससे पापा को भी अपने बेटी से लंड चुसवाने में मजा आने लगा था.
वे शराब के नशे में मुझसे अपना लंड चुसवा रहे थे, उससे शायद उनके लंड की क्षमता देर तक टिके रहने की हो गई थी.
काफी देर तक पापा मेरा मुँह चोदते रहे, जिससे मेरा मुँह लाल हो गया था.
अब पापा ने फिर से मुझे बालों से पकड़ा और मुझे खींचते हुए बेडरूम में ले आए.
पापा ने मुझे बेड पर पटक दिया और मेरी टांगों को पूरा खोल दिया.
अब पापा ने साइड में रखी एक बोतल ली और उससे शराब मेरी चूत के ऊपर डाल कर फिर से चूत को सूंघने लगे और चाटने लगे.
चूत चाटने से पापा की आंखें फिर से लाल हो गईं.
अब पापा ने मेरी चूत में अपनी जीभ डाल दी.
बेटी बाप सेक्स में मुझे अपने पापा से अपनी चूत चटवाने में बड़ा ही सुख मिल रहा था.
वे मेरे पूरे जिस्म में जीभ को घुमाते हुए मेरे मुँह पर आ गए.
उसी समय उनका लंड मेरी चूत के मुँह पर आकर रुक गया.
पापा ने लंड को एक हाथ से पकड़ा और मेरे मुँह में अपना मुँह लगा दिया.
पापा ने अब एक बहुत जोर का झटका मारा, उनका लंड मेरी चूत को चीरता हुआ चूत के काफी अन्दर तक चला गया.
मेरा मुँह बन्द होने के कारण मेरी चीख पापा के मुँह के अन्दर रह गई.
मैं बेहद तड़फ रही थी और बिन पानी की मछली की तरह कसमसा रही थी लेकिन पापा की मजबूत पकड़ के चलते मैं कुछ भी नहीं कर पा रही थी.
उधर पापा को कोई फर्क नहीं पड़ा था.
अब वे मेरी चूत में अपने लंड को अन्दर बाहर करने लगे.
कुछ ही देर में मुझे दर्द से निजात मिलने लगी और हल्के मीठे दर्द के साथ लंड का सुख मिलने लगा.
पापा ने मेरी कसमसाहट को कम होते देखा, तो मेरी दोनों टांगों को हवा में कर दिया और धकापेल चूत चोदते रहे.
थोड़े टाइम में ही मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया, पर पापा चूत में लंड को डाले रहे और अपने बेटी को चोदते रहे.
पापा चोद भी रहे थे ओर गालियां भी दे रहे थे- साली रंडी, अब से तू मेरी बेटी नहीं, रंडी है मां की लौड़ी … तेरी मां भी रंडी थी अब तू भी रंडी ही बनेगी.
मैं बस पापा के लंड से अपनी चूत चुदाई के मजे ले रही थी.
‘तुझे भी सब से चुदाऊंगा साली कुतिया … दिन में किसी के साथ भी चुदेगी तू … रात को मेरी रंडी बन कर रहेगी!’
मैं सब सुन रही थी और उनकी चुदाई को इन्जॉय कर रही थी.
फिर पापा ने मेरे मुँह पर एक थप्पड़ मारा और बोले- साली रंडी क्या है तू मेरी!
मेरे मुँह से एकदम से निकल गया- रंडी!
पापा रंडी सुन कर डबल स्पीड में मुझे चोदने लगे.
थोड़ी ही देर में हम दोनों एक साथ झड़ गए और पापा मेरे ऊपर ही सो गए.
मैं पापा के नीचे दबी रही.
मुझे भी पता नहीं चला कि कब नींद आ गई. पापा का लंड मेरी चूत में ही सो गया था.
काफी देर बाद मेरी आँख खुली तो मैंने पापा को अपने ऊपर से हटाया और उठ कर बाथरूम गई.
उधर से फ्रेश होकर मैं बाहर आई और बेड पर देखा, तो बेडशीट खून से लाल हो गई थी.
पापा का लंड अब फिर से खड़ा हो गया था.
उस पर मेरी चूत से निकला हुआ खून साफ दिखाई दे रहा था.
बेटी बाप सेक्स के बाद मैंने पापा का लंड अच्छे से साफ किया.
पापा तो पूरी नींद में सो रहे थे, तो मैं लंड को मुँह में डाल कर चूसने लगी और एक हाथ से अपनी चूत को सहलाने लगी.
थोड़ी ही देर में ही पापा के लंड ने मेरे मुँह में एक पिचकारी छोड़ दी, मैं पूरा पानी चाट चाट कर पी गई और पापा के साथ नंगी ही सो गई.
सुबह पापा जल्दी उठ गए.
पापा ने सुबह से एक बार मुझे फिर से चोदा.
अब मेरी चूत में भी दर्द कम हुआ.
मैं पापा के लंड से चुदने के बाद नंगी ही नहाने चली गई.
पापा ने मेरे लिए ब्रेकफास्ट बना दिया था.
मैंने ब्रेकफास्ट किया और कंपनी जाने लगी तो पापा ने मुझे पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया.
पापा ने लंड पहले से ही बाहर निकाल रखा था.
वे कहने लगे- रोज जाने से पहले लंड चूस कर जाएगी तू!
मैं नीचे बैठ गई और पापा का लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी.
पापा मेरे एक दूध को दबाते हुए बोले- आज किस यार को लेकर आएगी दिन में चुदने को?
मैं बोली- मेरा कोई यार नहीं है पापा!
‘रंडी साली तो बना ले आज ही, तेरी मां के तो बहुत यार थे … साली ने तो मेरे दोस्तों से भी बहुत चूत गांड मरवाई थी!’
मैं कुछ नहीं बोली बस लंड चूसती रही.
थोड़ी देर में ही पापा ने अपने लंड का पानी मेरे मुँह में छोड़ दिया.
मैं सारा पानी पी गई और कपड़े सही करके कंपनी में आ गई.
पूरा दिन मैं पापा की बात याद करती रही.
कंपनी में मेरे साथ बहुत सी लड़कियां काम करती हैं.
उनमें से मैं चुदक्कड़ टाइप की लड़की की तलाश करने लगी.
मुझे 4-5 दिन तक कोई लड़की नहीं मिली.
इधर पापा रोज मेरी चुदाई करते और पूछते- कोई यार बनाया तूने!
मैं मना करती तो मुझे बोलते- साली, अब मुझे तेरे को किसी रंडीखाने में बेचना ही पड़ेगा!
पापा की बातों से मुझे एक बात तो समझ में आ गई थी कि पैसों के लिए मैं दूसरे मर्दों से अपने ही घर में चुदाई कर सकती हूँ. फिर सोचा कि जब चुदवाना ही है तो शुरुआत पैसे वाले लड़कों से करूंगी और होटल में जाकर या उनके बंगलों में जाकर चूत चुदवाऊंगी, जिससे खूब सारा पैसा हाथ आए.
अब मैंने अपने मन में ठान लिया था कि जल्द ही अपने रंडीपने से पैसा कमाऊंगी.
दोस्तो, कैसी लगी मेरी बेटी बाप सेक्स कहानी … आप जरूर बताएं.
मैं अगली सेक्स कहानी में बताऊंगी कि कैसे मुझे एक लड़की मिली और हम दोनों ने कैसे अमीर मर्दों के साथ सेक्स किया.
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