Lesbo Girl Hostel Sex Kahani


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Story Start Here :

लेस्बो गर्ल हॉस्टल सेक्स कहानी में मेरी GF की शादी के बाद मैं दिल्ली हॉस्टल में आ गई. वहां मैंने एक लेस्बो गर्ल को अपनी दोस्त बनाया और उसके साथ समलिंगी सेक्स का मजा लेने लगी.

दोस्तो, मैं शाहीना एक बार पुनः आप सभी का स्वागत करती हूँ.

मेरी सेक्स कहानी के पहले भाग
सहेली को लेस्बियन सेक्स सिखाया
में आपने पढ़ा था कि कैसे मैंने अपनी चूची और चूत को अपनी दोस्त ताहिरा को सौंप दिया और ताहिरा ने भी अपने जिस्म को मेरे हवाले कर दिया था.
हम दोनों दो साल तक ऐसे ही एक दूसरे के साथ लेस्बियन सेक्स करते रहे थे.
फिर ताहिरा की शादी हो गई तो मैं अकेली पड़ गई.

अब आगे लेस्बो गर्ल हॉस्टल सेक्स कहानी:

मैंने अब्बू मम्मी को मना कर अपनी पढ़ाई दिल्ली में जाकर पूरी करने के लिए बोला.
वैसे ही सब हुआ.

मैं एक गर्ल्स कॉलेज में आ गई और मैंने हॉस्टल में रहकर अपनी पढ़ाई फिर से शुरू कर दी.

गर्ल कॉलेज में जाने का कोई खास फायदा नहीं हुआ.
मुझे अपने लिए कोई लेस्बियन पार्टनर नहीं मिली.

मैं ताहिरा को भूल जाने के लिए यहां आई थी पर मुझे अकेलेपन में अभी भी ताहिरा के साथ हुआ प्यार बहुत याद आता था.

फिर एक दिन वार्डन के बोलने पर मेरे कमरे में एक लड़की का ट्रांसफर हुआ क्योंकि वह अपनी रूममेट के साथ लेस्बियन कर रही थी, उसका नाम राबिका था.
राबिका कुछ दिन तक मुझे पसंद नहीं करती थी और मुझसे ज्यादा बातें भी नहीं करती थी.

एक दो महीने के बाद जब हम एक दूसरे को अच्छे से जानने लगे तो मैंने अपने दिल का राज राबिका के सामने खोल दिया.

क्योंकि पूरा हॉस्टल जानता था कि राबिका लेस्बियन है तो मैंने खुल कर उससे बात की.
राबिका मुझसे भी ज्यादा सुंदर थी.

मैं उसके कपड़े उतारने के लिए उसके जिस्म को चूसने के लिए पागल हो रही थी.

मैंने उससे कहा- क्या तुम आज मेरे साथ सेक्स करोगी?
राबिका बोली- सॉरी, आज तो मैं अंजलि के रूम में जाऊंगी, रात को उसके साथ ही मजे करूंगी. हम दोनों बाद में कभी करेंगे.

मुझे बहुत बुरा लगा और मेरी हवस की आग गुस्से में बदल गई, पर मैं क्या कर सकती थी.
मैंने ओके बोल दिया और अपनी किताब लेकर पढ़ने लगी.

रात हुई तो राबिका कमरे से निकलकर अंजलि के कमरे में चली गई.
मैं उसके बारे में सोच सोच कर तड़प रही थी और सोच रही थी काश आज वह मेरे पास होती … मैं कितने प्यार से उसके जिस्म को चूसती और उसको प्यार देती.
पर मेरी ऐसी किस्मत कहां!

फिर मैंने अपने आपको थोड़ा समझाया.
पर मेरा मन मानने को राजी नहीं था.

मैं और ज्यादा देर तक नहीं रुक सकती थी.
बस मैं अंजलि के कमरे के बाहर चली गई.

उस वक्त रात के 12 बजे से ज्यादा का समय हो रहा था.
मैं राबिका और अंजलि की सिसकारियां सुन रही थी और खुद अपनी चूची को दबा कर महसूस कर रही थी कि वह दोनों कितना मजा ले रही होंगी.

फिर मैंने एक लेस्बियन सेक्स वाली स्टोरी के बारे में सोचा कि कैसे उस सेक्स स्टोरी में एक लड़की दूसरी लड़की को फंसाने के लिए दूसरी लड़की के साथ झगड़ा करवा कर उसका ब्रेकअप करवाती है.
मैंने यही प्लान सोचा और वापस कमरे में आ गई.

मैं काफी देर तक सोचती रही और अपनी चुत में उंगली करके सो गई.

अगली सुबह राबिका ने मुझे गुड मॉर्निंग बोला तो मैंने कहा- आज से गुड मॉर्निंग किस करने के बाद ही एक दूसरे को उठाएंगे. जो पहले उठेगा वह गुड मॉर्निंग किस देगा.

राबिका झट से मान गई और उसने मुझे होंठों पर जोर का चुम्मा दिया.

उसके पिंक पिंक होंठ मेरे होंठों से चिपक गए.
मैंने उसके होंठों को अच्छे से चूसा और अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी.
वह एकदम से गनगना उठी और उसने मुझे अपनी बांहों में जकड़ा व मेरी जीभ और होंठ दोनों को चूसने लगी.

मैंने धीरे से उसका टॉप उतारना शुरू कर दिया तो उसने भी अपने हाथ फ्री छोड़ दिए और टॉप निकल गया.

अन्दर उसने ब्रा पहनी ही नहीं थी.
मुझे टॉप उतरते ही उसकी चूचियों का नजारा देखने को मिल गया.

मैंने झट से उसके मम्मों को पकड़ लिया और लेफ्ट वाली चूची को चूसने लगी.

वो आह आह की आवाज निकालने लगी.
मैं धीरे धीरे उसकी कमर पर हाथ घुमा घुमा कर उसकी चूची चूसने लगी.

वह और भी मादक स्वर में सेक्सी आवाजें निकालने लगी.
मेरा हाथ उसकी शॉर्ट में चला गया, जो बहुत टाइट था, उसके चूतड़ों पर एकदम चिपका हुआ था.

मैं उसकी चूची को चूस चूस कर शॉर्ट के ऊपर से ही हाथ से उसके चूतड़ रगड़ रही थी ‘आह राबिका … यू आर सो हॉट!
राबिका ने बोला- सब कपड़े उतारो रानी, फिर मजा करेंगे!

यह सुनते ही मैंने जल्दी से अपनी टी-शर्ट उतारी.
पर राबिका बोली- नहीं तुमने मुझे नंगी किया तो मैं तुम्हें करूंगी.

राबिका ने मेरे दोनों चूचों को पकड़ कर जोर से दबा दिया तो मेरे मुँह से आह निकल पड़ी.

राबिका ने बोला- हां, अब हाथ ऊपर कर साली रंडी!
मैंने ऊपर हाथ किए तो राबिका ने टी-शर्ट उतार दी.

अन्दर मैंने पिंक ब्रा पहनी थी.
राबिका एकदम गुस्सा हो गई और बोली- अगर मेरे साथ तुम्हें रहना है, तो आज के बाद कभी भी रूम में पैंटी और ब्रा नहीं पहननी होगी!

मैंने राबिका को प्रॉमिस किया- ओके, मैं तुम्हारे साथ रूम में कभी ब्रा पैंटी नहीं पहनूंगी!

राबिका ने साइड में रखा हुआ चाकू उठाया और मेरी ब्रा को काट दिया.
उसने ब्रा को चाकू से ही काटकर दूर फेंक दिया, जैसे उसको ब्रा से बहुत नफरत हो.

मैंने माहौल को थोड़ा नॉर्मल किया और राबिका का शॉर्ट्स भी उतार दिया.
क्या गुलाबी चिकनी चूत थी साली की, आह … मजा आ गया.

मैं झट से उसकी बुर चूसने लगी.
राबिका ने फिर से आवाज निकालनी शुरू कर दी- आह अंजलि आह जीभ अन्दर तक डालो आह आह!

मैंने अंजलि का नाम सुना तो मुझे बहुत बुरा लगा.

पर मैं फिर भी बुर चूस रही थी और वह आवाज निकालती रही.

वैसे ताहिरा कभी आवाज नहीं निकालती थी तो मुझे राबिका की आवाज सुन कर बहुत मजा आ रहा था.

मैं मजा ले लेकर उसकी गुलाबी चूत को चिकनी कर रही थी.
उसने अपनी टांगों को मेरे चेहरे के पास रखा और अपने हाथ से मेरा सिर पकड़ कर अपनी चूत में दबा दिया.

मेरी नाक उसकी चूत में चली गई और मेरा मुँह राबिका की चूत का निचला हिस्सा चूस रहे थे.
मुझे सांस नहीं आई, तो मैंने दांत से उसकी चूत की फांक को काट लिया.

राबिका ने जोर से चिल्ला कर अपना पानी मेरी नाक और मुँह पर छोड़ दिया.
क्या सेक्सी फीलिंग आ रही थी.

मैंने सांस लेने के लिए अपने मुँह को उसकी चूत से थोड़ा दूर किया और फिर से राबिका की चूत के पानी को चूसना शुरू कर दिया.

तभी हमारे कमरे की डोर बेल बजी तो हम दोनों होश में आए और हमने कपड़े पहने.

दरवाजा खोला तो सामने अंजलि खड़ी थी.
फिर हमें समझ आया कि सुबह सुबह की वजह से राबिका की आवाज दूर तक चली गई और अंजलि ने उसकी आवाज पहचान ली.

अंजलि ने गुस्से से मुझे थप्पड़ मारा तो राबिका ने उसके हाथ को पकड़ लिया.

अंजलि जोर जोर से चिल्लाने लगी- तू मेरी पार्टनर के साथ ऐसा कैसे कर रही सकती है!
उसने बहुत ड्रामा किया.

मैं भी बोल सकती थी, पर मैं चुप रही.

वार्डन ने शोर सुना तो उसने आकर गुस्से से अंजलि को डांटा, तो अंजलि चली गई.

फिर राबिका ने मुझे सॉरी बोला.
मैंने उससे कहा- मेरी कोई गलती नहीं थी.

राबिका को गुस्सा आया तो वह बोली- कोई बात नहीं, आज के बाद उसके साथ मैं अपना सब खत्म कर लूंगी.
वैसा ही हुआ.

अब राबिका बस मेरे साथ मजे लेती थी.
अंजलि उससे बहुत मिन्नतें करती पर वह उसको साफ मना कर देती.

अब तो हम दोनों का लेस्बो गर्ल हॉस्टल सेक्स करना रोज का काम हो गया था.
हम दोनों नंगी होकर लेस्बो करते और मजे लेते.

एक दिन राबिका ने बोला कि वह मेरे साथ पुराने किले में दिल्ली जाना चाहती है. वहां सब कपल घूमने जाते हैं, तो हम दोनों भी कपल की तरह ही हाथ पकड़ कर जाएंगे.
हमने संडे का प्लान बना लिया.

रविवार को हम दोनों 10:00 मेट्रो स्टेशन पहुंचे और हमने ब्लू लाइन की तरफ जाने वाली मेट्रो ले ली.

हमें नहीं पता था कि इस मेट्रो की ट्रैवलिंग के टाइम हमें ऐसा ट्विस्ट मिलेगा कि हमारी लाइफ में बहुत सारी मस्ती आ जाएगी.

मैं और राबिका जब मेट्रो में जा रहे थे, तो हमने दो लड़कों को देखा.
एक लंबा और हैंडसम सा और दूसरा लड़का नाजुक सा पतला मीठा सा था.

वो पतला लड़का बार बार अपने साथी के हाथ को पकड़ रहा था, पर वह लड़का उसको भाव नहीं दे रहा था.

ये देख कर राबिका ने मुझे हाथ लगा कर इशारा किया.
तो मैंने धीरे से बोला- हां, मैं देख रही हूं.

फिर राबिका बोली- पक्का ये पतला वाला लड़का गे है और ये इसका पार्टनर है!
मैं बोली- पागल हो क्या, वह लड़का उम्र में काफी बड़ा है!

राबिका बोली- शर्त लगाओ!
मैं बोली- ठीक है, पर इनसे पूछेंगे कैसे?

राबिका बोली- मेरे पास एक प्लान है.
मैं बोली- ठीक है.

राबिका ने कहा- चलो, उन दोनों के पास खड़ी हो जाते हैं.
हम दोनों लेस्बियन की तरह हाथ पकड़ कर उनके पास चले गए.

राबिका ने अपने बैग से पेन निकाला और अपना मोबाइल नंबर लिख कर हैंडसम वाले लड़के को पकड़ा दिया.

उस लड़के ने नंबर लेकर अपनी शर्ट के ऊपर वाली जेब में रख लिया. पर उस नाजुक वाले लड़के का ध्यान हमारे इस काम पर नहीं पड़ा मतलब उसे पता ही नहीं चला कि कब राबिका ने उसको नंबर दे दिया.

अब हम दोनों उनसे थोड़ी दूर जाकर खड़े हो गए और फिर से उन दोनों की हरकतों का मजा लेने लगे.

ऐसे में राबिका ने मेरी जींस के ऊपर से ही मेरे एक चूतड़ को दबा दिया.

मुझे भी मजा आया तो मैंने उसकी कमर पर थोड़ा चुटकी के जैसा काट लिया तो वह उछल पड़ी.

कुछ देर बाद मैं और राबिका मेट्रो स्टेशन से बाहर निकलकर पुराना किला जाने के लिए रिक्शा देख रहे थे.

तभी मेरे पास अनजान नंबर से कॉल आया ‘हैलो!’
मैं बोली- हां जी, किससे बात करनी है?
‘अभी आपने मेट्रो में मुझे अपना नंबर दिया था!’

मेरा दिमाग घूम गया, नंबर तो राबिका ने अपना दिया था तो फिर मेरा नंबर कैसे उसके पास आ गया?

मैंने राबिका की तरफ इशारा किया तो वह समझ गई और बोली- मैं पागल हूं क्या जो अपना नंबर दूंगी!

मैं कुछ बोली नहीं.
तो उस लड़के ने फिर से कहा कि आपने खुद दिया था नंबर बात करने के लिए … क्या बात कर सकते हैं अभी … नहीं तो मैं बाद में फोन करूं आपको?
मैं बोली- अभी मैं अपनी फ्रेंड के साथ घूमने आई हूं, तो हम बाद में बात करेंगे. बाय!

लड़का बोला- हम दोनों भी आपके पीछे-पीछे पुराना किला की तरफ ही जा रहे हैं, पीछे देखो!

सच में वे दोनों लड़के पीछे वाली रिक्शा में बैठकर आ रहे थे.
तो यह देख कर मैंने राबिका को इशारा करके बताया कि वह दोनों हमें फॉलो कर रहे हैं.

फिर हम दोनों पुराना किला के गेट पर पहुंच गए और वे दोनों भी उतर कर हमारी तरफ आने लगे थे.

राबिका ने कहा- मैं खुद बात कर लूंगी, इनके साथ अन्दर चलते हैं. फिर यह पूरी स्टोरी बताएंगे.

मैं 4 लोगों के टिकट लेने गई और राबिका थोड़ा मुझसे दूर होकर उनके पास चली गई.

उसने मुझे वहीं से आगे चलने का इशारा कर दिया और हम चारों अन्दर चले गए.
अन्दर जाकर हम सब एक पेड़ के नीचे बैठ गए.

राबिका ने पूछा- तुम दोनों गे हो क्या?
तो वह पतले वाले लड़के ने जल्दी से हां बोला.
पर वह लंबा वाला लड़का कुछ नहीं बोला.

राबिका बोली- हम दोनों भी लेस्बियन हैं, बस आपसे बात करने के लिए हमने मेट्रो में आपको नंबर दिया और कुछ नहीं है.

मैं बोली- तुम दोनों कैसे मिले और कैसे क्या क्या हुआ, प्लीज हमें बताओ ना! हमें सुनकर बहुत अच्छा लगेगा.

तो लड़के ने बताया कि मेरा नाम सलीम है. मैंने वैसे तो एक लड़की के साथ भी सेक्स करने की कोशिश की थी, पर फिर मुझे पता चला कि मुझे सेक्स करने से ज्यादा करवाने में मजा आता है.

वह अपनी धुन में बताने लगा था- मैंने अपने एक फेक अकाउंट से ईमेल आईडी बनाई और लड़की बनकर लड़कों से चैट करने लगा. फिर मुझे यह लड़का मिला. इसका नाम शिवम है. मैंने इसको ऑफर दिया तो इसने मुझसे बोला कि अगर तुम लड़की पटाने में मेरी हेल्प करोगे तो मैं तुम्हारे साथ भी करूंगा. बस हमारी डील हो गई और हम दोनों तभी से साथ साथ हैं और बहुत मजे करते हैं.

मैं बोली- क्या तुमने इसके लिए लड़की पटवाई है?
वह बोला- मैंने बहुत कोशिश की पर कोई फायदा नहीं हुआ. कोई लड़की पटी ही नहीं … पर हां, एक बार जब यह मेरे घर पर गया था तो वहां इसने मेरी अम्मी और बहन के साथ पूरी रात मजा लिया था.

हम दोनों चकित हो गईं.
मैं बोली- प्लीज ढंग से पूरा बताओ ना … क्या क्या हुआ था और कैसे हुआ था?

सलीम बोला- मैं नहीं, यह खुद सब बताएगा.

फिर शिवम बोला- इसकी बहन बहुत बड़ी वाली रंडी है और उसकी मां भी. उन्होंने खुद ही मुझे इशारे किये थे तो मैंने इसकी मां को पकड़ लिया और उसे बाथरूम में ले जाकर चोद दिया. यह सब इसकी बहन देख रही थी. फिर जब रात को मैं सोने वाला था, तो इसकी बहन चुपके से मेरे बिस्तर में आकर सो गई और मेरे लंड पर हाथ घुमाने लगी. मुझे लगा यह साला सलीम होगा, वह भी इसकी बहन के कैसा ही पतला सा है न, पर जब मैंने उसकी छाती पर पर हाथ रखा तो मुझे चूची का अहसास हुआऔर समझ आ गया कि यह तो लड़की है. यह महसूस करते ही मैंने उस साली रांड को नंगी किया और उसकी चूत में लंड घुसा दिया. लंड घुसवाते ही साली रोने लगी क्योंकि उसका पहली बार का मामला था, तो उसकी चूत फट गई थी. मैं हैरान हो गया था क्योंकि मुझे लगा था कि इसने पहले भी सेक्स किया होगा तभी इतने अच्छे तरीके से वह लंड को सहला रही थी और चूस रही थी.

इतना कह कर वह चुप हो गया तो मेरी सहेली राबिका बोली- फिर क्या हुआ?

शिवम आगे बोला- इसकी बहन ने मुझे रोते हुए बताया कि अब तक उसने सिर्फ लंड पकड़ कर सहलाया है, मुठ मारी है और चूसा है. अभी तक कभी उसने अपनी चूत में लंड नहीं लिया था. पर मुझे देखने के बाद उसका मन हुआ कि वह मेरे लंड से अपनी चूत का भोसड़ा बनवाए तो वह मेरे पास आ गई. यह सुनकर मैंने उसे प्यार से चोदा और पूरी रात में मैंने उसको तीन बार चोदा और उसे नंगी ही चिपका कर सो गया.

अब वह मीठा लड़का सलीम बोला- सुबह की बात भी तो बताओ!

शिवम हंस कर आगे की बात बताने लगा कि अगली सुबह जब वह सो कर उठी तो उसको बेहद दर्द हो रहा था. वह लंगड़ाती हुई बाथरूम में जाने लगी तो उसकी अम्मी ने पहचान लिया और उससे पूछा कि किसने चोदा? तो उसने मेरी तरफ इशारा कर दिया और उसकी अम्मी कुछ नहीं बोल पाई क्योंकि उसने तो खुद अपनी चूत एक दिन पहले ही बाथरूम में मुझसे बजवाई थी. बस उसके बाद मैंने दोनों को पकड़ कर एक साथ चोद दिया. अभी भी साली रंडी मजे लेने के लिए मुझे फोन करके घर बुलाती है! हम दोनों 6 दिन तक रहे और हर दिन में मैंने 5 बार इसकी अम्मी को और साथ 7 बार इसकी बहन को चोदा. बस वही मौका था उसके बाद एक साल से किसी भी लड़की को नहीं चोदा है.

हम दोनों सहेलियों को शिवम के मुँह से यह बात सुनकर बहुत मजा आया.

मैंने राबिका को इशारा कर दिया.
वह समझ गई और उसने कहा- क्या हम सब किसी दिन एक साथ कर सकते हैं … साथ में करेंगे तो बहुत मजा आएगा!

मैंने भी उससे चिरौरी करते हुए कहा- हां प्लीज आप एक दिन का तो सैट करके देखो, अपन सब साथ में करेंगे. तुम दोनों अपना सेक्स करना, हम दोनों अपना करेंगे … बहुत मजा आएगा.

तो वह हैंडसम वाला लड़का शिवम मान गया और दूसरा लड़का सलीम कुछ नहीं बोला क्योंकि उसको अपने ठोकू की बात माननी पड़ती थी.

दोस्तो, इसके बाद क्या क्या हुआ, वह सब मैं लेस्बो गर्ल हॉस्टल सेक्स कहानी के अगले भाग में लिखूँगी.

आप मुझे बताएं कि आपको सेक्स कहानी में कितना मजा आ रहा है.
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