Latest Hindi Sex Stories added for who looking to read Desi Wife Sharing Story – मेरी बीवी की एक गैर मर्द से चुदाई to make every night hot about Desi Wife Sharing Story – मेरी बीवी की एक गैर मर्द से चुदाई story.
Story Start Here :
देसी वाइफ शेयरिंग स्टोरी में मेरी बीवी बहुत सेक्सी है. हर कोई उसे चोदना चाहता है. मैं भी उसे कई लंड से अपने सामने चुदवाना चाहता हूँ. लेकिन वह मना करती है.
मेरा नाम राज है.
मेरी बीवी का नाम सीमा है.
उसकी और मेरी उम्र एक समान है और हम दोनों ही 30 साल के हैं.
हमारी शादी को अब तक 2 साल हो चुके हैं.
सीमा भी दिखने में बहुत हॉट ओर सेक्सी है.
ऐसे भरे हुए बदन वाली सेक्सी बीवी तो मैंने अपनी शादी के पहले सपने में भी नहीं सोची थी.
उसके दूध 36 इंच के थे और गांड भी भरी हुई मोटी थी.
जब वह सड़क पर चलती थी, तो सीमा का बदन देख कर लोगों का लौड़ा खड़ा हो जाता था.
शादी के बाद से ही पता नहीं क्यों मुझे सीमा को किसी दूसरे मर्द के साथ नंगी देखने का मन करने लगा था.
अगर वह मार्केट में या किसी पड़ोसी से या मेरे किसी दोस्त के साथ हँसती हुई बात भी करती थी तो मुझे बहुत अच्छा लगता था.
मैं सीमा को उस आदमी के साथ सेक्स पोजीशन में सोच सोच कर बहुत खुश होता था.
मेरी देसी वाइफ शेयरिंग फंतासी को पूरा करने के लिए मैं बहुत बार सीमा को हिंट भी देता था.
जैसे कि सेक्स के बाद उससे पूछता था कि तुम्हें मज़ा आया या नहीं?
तो वह हंसती हुई कभी हां तो कभी ना बोल देती थी.
जब भी वह ना बोलती थी तो मैं तुरंत उसको बोलता था कि किसी और को बुला लूं तुम्हारे लिए?
वह शर्मा कर मना कर देती थी.
वैसे मेरी बीवी सीमा शादी के बाद बहुत ही सीधी सादी सुशील बनी हुई रहती थी पर मुझे मालूम था कि शादी से पहले भी उसके दो ब्वॉयफ्रेंड रह चुके थे.
अब ऐसे भरे हुए जिस्म वाली ब्वॉयफ्रेंड को कोई बिना चोदे कैसे रह सकता था.
बल्कि मुझे तो यह भी लगता था कि यह अपने दोनों चोदू यारों के लौड़े से चुद चुद कर ही इतनी मस्त माल हो गई है.
बस अब तो मैं दिन रात सोचता रहता था कि सीमा का किसी और मर्द के साथ कैसे सेक्स करवाऊं.
मैंने धीरे धीरे सीमा की पिक के साथ ऑनलाइन साइट्स में कुछ लोगों के साथ बातचीत करना चालू की.
उनको मेरी कुक्कोल्ड फंतासी के बारे में बताया भी.
सीमा की पिक देख कर सब पागल हो जाते थे. वे उसे चोदने को मरे जा रहे हों ऐसा लिखने लगते थे.
कुछ तो मुँह मांगा पैसा भी देने को तैयार हो गए थे.
पर बात ट्रस्ट की थी.
सीमा बीवी है, मेरी रंडी नहीं.
इसलिए मैं किसी ऐसे आदमी को ढूंढ रहा था जो सेफ हो और वह मेरे सामने ही सीमा को चोदे.
कुछ महीने बाद ऐसे ही ऑनलाइन चैट करते करते मेरी दोस्ती एक आदमी से हो गई.
उसका नाम फ़ैज़ था.
वह भी सीमा की पिक देख कर पागल सा हो गया था. वह मेरे घर आने को भी तैयार था.
फ़ैज़ और मैं रोज़ सीमा के बारे में बात करने लगे थे.
मैं कभी कभी सुबह सुबह चुपके से फ़ैज़ को सीमा की उस वक्त की लाइव वीडियो भी दिखाता था, जब वह नहाने के बाद बाथरूम से बाहर आती थी और साड़ी पहनती थी.
फ़ैज़ सीमा को देखकर मेरे सामने ही अपना लंड हिलाता था.
फिर दिन में हम दोनों कॉल पर सीमा को चोदने की बातें करते थे.
ऐसे ही कुछ समय बाद जब फ़ैज़ से रहा नहीं गया और वह बहुत ही ज्यादा जिद करने लगा कि मैं वहां आकर सीमा को चोदना चाहता हूँ, तब मैंने सोचा कि इस हां कह देना चाहिए.
चूंकि मैं भी यही चाहता था, पर कैसे किया जाए, मुझे ये समझ में नहीं आ रहा था.
फिर हम दोनों ने सीमा की चुदाई का एक प्लान बनाया कि फ़ैज़ यहां मेरे घर में मेरा मित्र बन कर आए और सीमा को सैट करके उसकी चुदाई कर ले.
यह प्लान एकदम सेफ था.
मैंने फ़ैज़ से इसी योजना के लिए हामी भर दी.
फिर एक दिन मैंने सीमा को सुबह सुबह बताया कि मेरा एक फ्रेंड आ रहा है, उसका नाम फ़ैज़ है. वह यूपी से है. उसका यहां जॉब का कुछ चल रहा है, तो वह कुछ दिन यहीं रहेगा. तुम्हें कुछ प्राब्लम तो नहीं है ना?
सीमा- अनजान आदमी यहां रहेगा, आपको कुछ तो सोचना चाहिए ना! खैर जब आपको कोई प्राब्लम नहीं, तो मुझे भी नहीं है. एक रूम है भी एक्सट्रा अपने यहां, मैं उसको ही आपके दोस्त के लिए साफ कर दूँगी.
दो दिन बाद फ़ैज़ मेरे घर आ में गया.
मैंने फ़ैज़ ओर सीमा को आपस में मिलवाते हुए उनके बीच परिचय करवाया.
फ़ैज़ की बॉडी भी मस्त थी, वह हट्टा-कट्टा मर्द था और उसकी उम्र भी 30 साल की ही थी.
हम तीनों ने साथ में खाना खाया और साथ में इधर उधर की बातें करने लगे.
पहला दिन ऐसे ही गुजर गया.
फ़ैज़ दिन भर सीमा को देखता रहता था.
पता नहीं क्यों, यह भी हुआ कि जब से फ़ैज़ आया, सीमा भी उसी दिन बहुत ज्यादा ही सज सँवर कर तैयार होकर सेक्सी सी साड़ी पहन कर घूमने लगी थी.
रात को फ़ैज़ और मैं छत पर सिगरेट पीने गए.
फ़ैज़- राज भाई क्या माल है ये, वीडियो और फोटो से ज़्यादा मज़ा सामने देखने में आ रहा है. इसको देख देख कर मुझसे तो रहा ही नहीं जा रहा है. उफ … साड़ी उतार कर नंगी घुमाने लायक माल है ये तो!
मैं- हां सही बोला, इसी लिए तो तुझे बुलाया है. बस तू 2-3 दिन रुक जा, पटाने की कोशिश कर! मैं आज रात इसको चोदूंगा, तू इसकी आवाज़ सुनना … साली कितना मज़े से चुदवाती है.
रात को फ़ैज़ हमारे बाजू वाले कमरे में ही था.
मैं सीमा को चोदने लगा और सीमा हर बार की तरह ज़ोर ज़ोर से कामुक सिसकारियां ले रही थी.
मैं यह सोच कर सीमा को चोद रहा था कि मेरी बीवी बहुत जल्द फ़ैज़ से इसी बिस्तर पर चुदेगी.
खैर … चुदाई के बाद हम दोनों सो गए.
अगले दिन फ़ैज़, मैं और सीमा एक साथ बैठ कर सुबह की चाय पी रहे थे.
तभी फ़ैज़ बोला- सीमा जी, कल आपके रूम से बहुत आवाज़ें आ रही थीं. आप दोनों में लड़ाई हुई है क्या?
सीमा शर्माती हुई बोली- नहीं फ़ैज़, कैसी आवाज़ … कुछ भी तो नहीं, कोई लड़ाई नहीं हुई है … और लड़ने की ऐसी आवाज़ नहीं आती है!
फ़ैज़- अच्छा आप समझ गईं ना … मैं किस आवाज़ की बात कर रहा था!
सीमा यह सुन कर शर्माती हुई वहां से चली गयी.
अब हमारा अगला प्लान ये था कि मैं कुछ बहाना बना कर कुछ दिन के लिए घर से बाहर चला जाऊंगा … और मेरे गैर मौजूदगी में सीमा और फ़ैज़ घर में अकेले रहेंगे.
मेरे गेस्ट रूम में एक कैमरा भी लगा हुआ है, जो पूरे कमरे को और किचन को कवर करता है.
मैं घर के सामने वाले होटल में रह कर इन दोनों को लाइव देखूँगा भी और सुनूँगा भी.
इसी प्लान के हिसाब से मैंने सीमा को पूरी बात बताई कि इमर्जेन्सी है, कंपनी के काम से मुझे बाहर जाना है.
सीमा ने कुछ रिएक्ट नहीं किया.
उसने बस यह पूछा कि कब तक आओगे और ये कितने दिन हैं यहां?
मैंने बताया कि फ़ैज़ कुछ दिन यही रहेगा. मैं जब तक वापस नहीं आ जाता हूँ, वह तुम्हारी देखभाल करेगा.
मैं अब घर से निकल कर होटल में जाकर रहने लगा और अपने घर का लाइव शो देखने लगा.
फ़ैज़ ओर सीमा दिन भर बातें किया करते थे.
वे साथ चाय पीते थे और खाना खाते थे.
धीरे धीरे फ़ैज़ ने सीमा के पास चिपक कर बैठना शुरू कर दिया.
कई बार तो अंजाने में वह सीमा को पीछे तो कभी कमर में हाथ लगाने लगा.
एक ही दिन में सीमा अचानक से और ज्यादा हॉट बन कर साड़ी पहन कर रहने लगी थी.
फ़ैज़ के छूने पर भी उसको कुछ नहीं बोलती थी.
दोनों के बीच दोस्ती बढ़ती जा रही थी.
दो दिन बाद एक बार रात को फ़ैज़ टीवी देख रहा था, तभी करीब एक बजे सीमा अपने रूम से बाहर आई.
सीमा ने अभी भी साड़ी पहनी हुई थी, उसके बाल खुले हुए थे.
वह फ़ैज़ के पास आई और बोली- अरे आप अब तक जाग रहे हैं … क्या आज आपको सोना नहीं है? घड़ी देखिए, एक बजने को हुआ है!
फ़ैज़- नहीं सीमा जी, नींद नहीं आ रही है. आप थोड़ी देर यहां मेरे पास बैठो ना … अगर आपको भी नींद नहीं आ रही हो तो!
सीमा फ़ैज़ के पास सोफे पर बैठ गयी और वे दोनों बातें करने लगे.
फ़ैज़- सीमा जी आप रात में भी साड़ी पहन कर सोती हैं?
सीमा- हां, कभी कभी … नहीं तो ज़्यादातर नाइटी ही पहनती हूँ.
फ़ैज़- इट्स ओके, आप मेरे सामने भी नाइटी पहन सकती हैं. आप साड़ी में तो बहुत ही ज्यादा हॉट लगती हैं तो नाइटी में तो और भी कयामत लगती होंगी.
सीमा- मज़ाक मत करो, मैं कोई हॉट और सेक्सी नहीं हूँ!
फ़ैज़- मैंने कब कहा सेक्सी? अब हो तो हो उसमें क्या!
सीमा- थैंक्स फ़ैज़!
फ़ैज़- तो कल से नो फॉरमॅलिटी आप जो पहनना है वह पहनो!
सीमा शर्माती हुई- आपको मैं साड़ी में हॉट लगती हूँ ना, तो बस साड़ी ही पहनूँगी. वैसे बताओगे कि मैं आपको साड़ी में ही क्यों अच्छी लगती हूँ?
फ़ैज़- क्या है ना सीमा जी, साड़ी में औरतों के पूरे बदन का शेप दिखता है.
सीमा- अच्छा जी, मतलब आप मेरा शेप देख रहे थे!
फ़ैज़- हां अब आप सामने रहोगी, तो दिखेगा ही ना!
बातें करते करते फ़ैज़ ने अपना हाथ सीमा के कंधे पर रख दिया और वह हल्के दबाव के साथ सीमा के कंधे को सहलाने लगा.
सीमा टीवी की तरफ मुँह करके बस चुपचाप बैठी हुई थी.
फ़ैज़ सीमा के कंधे को मसलते हुए उसकी ब्रा की पट्टी को नीचे सरकाने लगा.
तभी सीमा की साड़ी का पल्लू भी नीचे गिर गया.
फ़ैज़ सीमा के दूध देखने लगा.
सीमा अभी भी कुछ नहीं बोली, वह बस ऐसे ही बैठी रही.
फ़ैज़ ने सीमा के ब्लाउज व ब्रा के अन्दर हाथ डाल दिया और वह शायद सीमा के दूध दबा रहा था.
तभी सीमा उठ गयी, उसने अपनी साड़ी ठीक की और फ़ैज़ को गुड नाइट बोल कर वह अपने कमरे में चली गयी.
मैंने तुरंत फ़ैज़ को कॉल किया और पूछा- क्या हुआ?
फ़ैज़- भाई सीमा के बूब्स पर जैसे ही हाथ डाला और उसका एक दूध मेरे हाथ में आया, साली उठ कर चली गयी, पर बोली कुछ नहीं, शर्मा रही थी. बाकी अब कल देखते हैं वह क्या बोलती है!
अगले दिन सुबह फ़ैज़ जब अपने कमरे से बाहर आया तो सीमा किचन में काम कर रही थी.
सीमा ने रेड कलर की साड़ी पहनी हुई थी.
मुझे याद आया ये साड़ी तो उसने हमारी शादी में पहनी थी, सुहागरात वाले समय.
तभी फ़ैज़ सीमा के पीछे गया और वह सीमा की गांड से लंड चिपका कर खड़ा हो गया.
सीमा- अरे आप उठ गए, मैंने आपके लिए नाश्ता बनाया है!
फ़ैज़- वह सब छोड़ो, ये बताओ कि कल रात को तुम चली क्यों गयी थीं. कितना मज़ा आ रहा था!
सीमा (शर्माती हुई)- नहीं आप उनके फ्रेंड हो, ये सब ठीक नहीं है.
फ़ैज़- तो क्या हुआ, शादी से पहले तुम्हारा कोई ब्वॉयफ्रेंड नहीं था क्या?
सीमा- था ना!
फ़ैज़- तो क्या उसने आपको छुआ नहीं था क्या?
सीमा- हां बिल्कुल.
फ़ैज़- सिर्फ़ छुआ था या कुछ हुआ भी था!
सीमा- क्यों, आप क्यों पूछ रहे हो?
फ़ैज़- मेरी स्थिति आपके ब्वॉयफ्रेंड जैसी होती, तो मैं तो सब जगह छूता न पूरे बदन को?
सीमा- बस करो, मत बोलो ये सब!
फ़ैज़- तो बस फिर क्यों डर रही हो? पहली बार तो किसी ने आपके इतने मुलायम से दूध को छुआ नहीं है तो डर कैसा?
सीमा- फ़ैज़ बस करो, क्या बोल रहे हो? ये सब अलग बात है.
फ़ैज़ ने सीमा का हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींचा.
वह बोला- सोचो न मैं वही ब्वॉयफ्रेंड हूँ! अब क्या तुम मुझे रोकोगी?
सीमा- मत करो फ़ैज़, ये सब ठीक नहीं है!
फ़ैज़- सब ठीक है, आओ बैठो मेरे पास.
फ़ैज़ ने सीमा को अपने पास सोफे पर बिठाया और उसका हाथ पकड़ कर उसके पास चिपक गया. उसने सीमा के लिप्स पर एक किस कर दिया.
सीमा ने फ़ैज़ को बिल्कुल भी मना नहीं किया और आंखें अपनी बंद कर दीं.
फ़ैज़- सीमा बस ऐसे ही रहो, कुछ मत बोलो अब, रात को तुम्हारा इतना सॉफ्ट दूध हाथ में लेकर मैं पागल हो गया हूँ. अब उसको अच्छे से देखना चाहता हूँ!
यह कह कर फ़ैज़ ने सीमा के सीने से साड़ी का पल्लू हटा दिया.
सीमा आंखें बंद करके ज़ोर ज़ोर से साँसें लेने लगी. उसके दूध सांस लेने से और ज़्यादा फूले जा रहे थे.
फ़ैज़ ने तभी सीमा के दोनों मम्मों को अपने दोनों हाथ से पकड़ लिया और वह उसके होंठों पर किस करने लगा.
सीमा अभी भी अपनी आंख बंद करके चुपचाप बैठी हुई थी.
फ़ैज़ ने सीमा के ब्लाउज को खोलना चालू किया और जल्दी ही ब्लाउज को हटा कर साइड कर दिया.
सीमा अब फ़ैज़ के सामने काले रंग की ब्रा में उससे चिपक कर बैठी हुई थी.
फ़ैज़- सीमा, ये काला रंग मुझे पसंद नहीं है!
सीमा लंबी साँस लेती हुई फ़ैज़ को अपने पास लाती हुई बोली- तो हटा दो न पसंद नहीं है तो!
फ़ैज़ ने तुरंत ही सीमा की ब्रा भी खोल कर साइड में फेंक दी.
उफ्फ़ … मेरी बीवी सीमा फ़ैज़ के सामने बिना ब्रा के बैठी हुई थी.
उन दोनों को देख कर मेरा हथियार खड़ा हो गया. मेरी देसी वाइफ शेयरिंग स्टोरी बनने लगी थी.
फ़ैज़ ने सीमा के दूध को दबाते हुए एक को अपने मुँह से चूसना शुरू कर दिया.
सीमा फ़ैज़ के सर को पकड़ कर ज़ोर ज़ोर लंबी साँसें लेने लगी.
तभी फ़ैज़ ने सीमा को उठाया और उसके पीछे चिपक कर खड़ा हो गया.
उसने जल्दी से सीमा की साड़ी भी खोल दी और पेटीकोट का नाड़ा खींच दिया.
पेटीकोट भी रहम की भीख मांगता हुआ सीमा की टांगों में जा गिरा.
सीमा अब बस एक काले रंग की पैंटी में फ़ैज़ से चिपक कर खड़ी थी.
फ़ैज़ ने तुरंत ही अपने सारे कपड़े उतार दिए और वह पूरा नंगा हो गया.
उसने सीमा को ऊपर से नीचे तक पूरा देखा और चूमना शुरू कर दिया.
सीमा- आह फ़ैज़ … धीरे आह उफ्फ़!
फ़ैज़- सीमा तुझे इस तरह नंगी देखने का मेरा मन न जाने कब से हो रहा था. अब जाकर तू पूरी नंगी हुई है.
फ़ैज़ सीमा के एक दूध को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा और दूसरे हाथ से वह सीमा की पैंटी के बगल से उसकी चुत में उंगली करने लगा.
सीमा भी फ़ैज़ के लंड को अपने हाथ से पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी.
वह बोली- आअहह फ़ैज़, मैं पहले दिन से ही समझ गयी थी कि तुम मेरे साथ ये सब करना चाहते हो. सच बोलूं तो मैं भी यही सोचती कि तुम मेरे पूरे जिस्म को अपने होंठों से किस करो.
फ़ैज़- मैं जानता हूँ सीमा, तू जितना शरीफ़ है अपने पति के सामने, उतनी तू है नहीं साली. तू मुझे दिखाने के लिए रोज़ साड़ी पहनती थी ना?
सीमा हँसती हुई- आआहह हां फ़ैज़ हां. बस करो बाबा … क्या खा ही जाओगे मेरे दूध को … आह मैं यहीं हूँ यार!
फ़ैज़ सीमा को सोफे पर लिटा कर उसकी चुत को चाटने लगा और हाथ ऊपर करके वह उसका एक दूध हॉर्न की तरह दबाने लगा.
सीमा- फ़ैज़ अया अया आआ आअहह … बस करो ना आअहह कितना करोगे!
फ़ैज़- रुक जा साली रांड तेरी जैसी शादीशुदा माल हर बार नहीं मिलती!
अब फ़ैज़ ने अपना लंड सीमा के मुँह के पास ले जाकर उससे अपना लंड चूसने को बोला.
सीमा तुरंत ही फ़ैज़ का लंड हाथ में लेकर बोली- मुझे लग ही रहा था फ़ैज़ तुम्हारा मेरे पति से बहुत बड़ा है. इसे चूसने के लिए मैं कुछ भी कर सकती हूँ!
बस सीमा फ़ैज़ का लंड चूसने लगी.
फ़ैज़ ने जल्द ही अपना लंड का पानी सीमा के मुँह में गिरा दिया और वह सीमा के ऊपर चढ़ गया.
उफ्फ़ यार … मेरी बीवी पूरी तरह से किसी और मर्द के सामने नंगी होकर लेटी हुई थी.
कुछ देर बाद फ़ैज़ ने सीमा की पैंटी हटाई और उसकी चुत में अपना लंड डाल दिया.
लंड पेलते ही उसने ज़ोर ज़ोर से शॉट मारना चालू कर दिया.
सीमा – अया अया … आ आह आ फ़ैज़ … और तेज जानू. प्लीज और ज़ोर से करो!
फ़ैज़- तेरा पति ऐसे चोदता है क्या?
सीमा- नहीं, तुम उनसे ज्यादा अच्छे से कर रहे हो. बस करते रहो. अया आ उफ्फ़!
फ़ैज़ 20 मिनट तक सीमा के ऊपर लेटकर उसको चोदता रहा.
सीमा- क्या हुआ फ़ैज़, रुक क्यों गए?
फ़ैज़- तुझे तो मैं आज सब तरह से चोदूंगा, तू चिंता मत कर. इतनी कड़क ऐसा माल को जल्दी कैसे छोड़ दूँगा मेरी जान सीमा. बस एक बार अपने मुँह से मेरे लंड को चूस कर बोल कि तू मेरी रंडी है!
सीमा- मुआह … हां ना फ़ैज़ मेरी जान मैं सिर्फ़ तुम्हारी हूँ तुम्हारे लंड की हूँ. रंडी हूँ तुम्हारी … अब अपनी इस रंडी तड़पाओ मत … मेरे ऊपर चढ़ जाओ, मुझे चोदो ना प्लीज जान!
फ़ैज़ ने सीमा को डॉगी स्टाइल में उल्टा किया और पीछे से उसकी चुत में लंड डाल कर उसे फिर से चोदना चालू कर दिया.
सीमा की कामुक सिसकारियों से पूरे कमरे में आवाज़ गूँज रही थी.
सीमा- उफ्फ़ फ़ैज़ … और तेज करो. आह … ज़ोर से चोदो जान. अपनी रंडी को चोदो आज अच्छी तरह से रगड़ दो. तुम पहले क्यों नहीं मिले, मैं रोज़ तुमसे ही करवाती उफ्फ़ … आअहहा अया अया आआ आ ओह.
फ़ैज़- हां साली रंडी, तू पहले मिलती तो शादी नहीं करने देता, तुझे अपनी रंडी बना कर रखता रोज़ चोदने के लिए. बोल बनती क्या मेरी रंडी?
सीमा- अया आ हां बाबा हां … बस करते रहो रूको मत. अपनी रंडी को चोदो, सोचो कि आज के लिए मैं तुम्हारी हूँ सिर्फ़. आह दिन भर मेरा पति भी नहीं है. ऐसा मस्त रंडी नंगी लेटी हुई है तुम्हारे लंड के लिए!
फ़ैज़ ने ज़ोर से शॉट मारते हुए अपना पानी सारा सीमा की चुत में ही डाल दिया.
फिर अपना लंड सीमा के मुँह में डाल कर हिलाने लगा.
मेरी बीवी सीमा उसके लंड को पागलों की तरह चूस रही थी.
दोनों काफी थक गए थे और नंगे ही ज़मीन में लेट गए.
फ़ैज़ ने दिन भर सीमा को नंगी ही रखा और उसने मेरी नंगी बीवी को 5 बार बुरी तरह से चोदा.
मेरी बीवी को किसी और मर्द के साथ इतने मज़े से चुदते देख कर मुझे बहुत ही सुकून मिला.
मेरा मन था कि मैं अपनी बीवी को नेशनल हाइवे बना दूं जिस पर से हजारों ट्रक धड़धड़ाते निकल जाएं.
उसे ऐसी रंडी बना देने वाली सेक्स कहानी को अगली बार लिखूँगा.
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