Xxx Maa Chudai – मेरी माँ गाँव वाले घर में चुद गयी

Latest Hindi Sex Stories added for who looking to read Xxx Maa Chudai – मेरी माँ गाँव वाले घर में चुद गयी to make every night hot about Xxx Maa Chudai – मेरी माँ गाँव वाले घर में चुद गयी story.

Story Start Here :

Xxx माँ चुदाई कहानी में मेरे पापा दूर सर्विस करते थे. मेरी माँ को सेक्स का सुख नहीं मिल रहा था. एक बार मुझे और माँ को गाँव जाना पड़ा. वहां क्या हुआ?

मेरा नाम भीम राज है, मैं पटना से हूं।
मेरे घर में 5 लोग हैं।

पापा दूसरे शहर भोपाल के एक कंपनी में काम करते है।
माँ हाऊस वाइफ हैं।
बड़ी बहन का शादी हो गया है, वह हाजीपुर में रहती है।
छोटी बहन B.A. के दूसरे साल में है।
मैं सरकारी नौकरी का तैयारी कर रहा हूँ।

मुझे पोर्न देखना और अन्तर्वासना पे कहानी पढ़ना अच्छा लगता है।

मेरे दादा का घर गांव में है जो पटना से 250 किलोमीटर दूर है।

मेरी वासना भड़काने के लिए तो घर में ही दो कामरूपी रूप की देवी रहती थी।
मेरी माँ का उम्र 47 है, फिगर 38-28-36 जो अपने आप को मेंटेन कर के रखती है।

यह नवम्बर 2016 की Xxx माँ चुदाई कहानी है जब गांव में कोई रिश्तेदार के मृत्यु होने के बाद मेरे घर वालों को वहाँ जाना था।
पापा तो अपने काम के सिलसिले में भोपाल में थे।

इधर नोटबंदी के कारण हालत बहुत ख़राब थी।

माँ और पापा ने आपस में बात करके मुझे और माँ को साथ जाने को बोले गांव में।

ये सब घटना सुबह हुई और तैयार होते-होते दोपहर हो गई।

हम ट्रेन पकड़ कर रात तक अपने गांव जा पहुंचे।

दाह संस्कार अगले दिन के लिए टाल दिया गया था क्योंकि अभी भी बहुत सारे रिश्तेदार आने वाले थे।

लम्बे अरसे से गांव नहीं आने के कारण हमारे घर में धूल और गंध का निवास हो गया था।
रात के कारण घर की सफाई नहीं हो सकती थी।

पटना से आने वक्त माँ ने अपने साथ खाना आई थी।
माँ ने सफेद साड़ी पहनी थी जो चांदनी रात में खिल रही थी.
उनका चेहरा किसी की पैन्ट में उभार लाने को काफी था।

और उस पे गहरे गले का ब्लाउज़ जिससे उनके बूब्ज़ गले से बाहर देखने की कोशिश कर रहे थे.
दोनों स्तन बाहरी दुनिया को देखने को बेताब होते जा रहे थे।

मैंने माँ को कहा- आप फ्रेश हो जाओ, तब तक मैं सोने का प्रबंध देखता हूँ।

तब मैंने आंगन में एक पुरानी चारपाई लगा दी.

उसी वक्त माँ स्नान कर आई।
वो एकदम मंदाकिनी जैसी दिख रही थी.
उनके केश भीगे थे जो माँ की पीठ को भीगा रहे थे, उनकी कमर पे छोटे छोटे मोती जैसी पानी की बूँदें मुझे छेड़ने के लिए उत्तेजित कर रही थी।

मैं उनको एकटक निहारते रह गया।
उन्होंने खांसते हुए पूछा- क्या देख रहे हो?

मैंने अपने आप को संभाला और बोला- कुछ नहीं … सोने का प्रबंध कर रहा हूँ।
माँ ने बोला- तुम जाकर नहा लो, मैं देखती हूँ कि गद्दा कहाँ है।

जैसे ही मैं बाथरूम में गया, वहाँ माँ के उतारे हुइ कपड़े रखे थे, उनकी साड़ी, ब्लाउज, पेटीकोट, पैंटी और ब्रा।

मैंने अपने कपड़े उतारे और निक्कर से अपने लंड को बाहर निकाला जो माँ और उनके कपड़े को देख के पूरे फॉर्म में आ चुका था।

दोस्तो, मैं तो बताना भूल ही गया कि मेरे लंड का साइज सात इंच और मोटाई लगभग 3 इंच से ज्यादा है।

मैं नहाना छोड़ लंड पे साबुन लगा के माँ के पैंटी से मुठ मारने लगा.
बहुत तेज हाथ चलाने से चमड़ी से खून आने लगा लेकिन 7 मिनट के बाद मेरा वीर्य निकल गया, जिससे माँ की पेंटी पूरे तरह से भीग गई।

उनकी पैंटी धोकर और नहा कर मैं बाहर आ गया।

बाहर आके देखा कि चारपाई पे माँ ने गद्दा बिछा दिया था तथा खाने को प्लेट में निकाल ली थी।

माँ के साथ खाने के समय उन्होंने बोला- कल पूरा दिन नहीं खाना है क्योंकि दाह संस्कार में शामिl होना है। संस्कार के बाद ही घर की सफाई भी होगी।

मैंने भी हाँ में सिर डुला के उनको सहमति दे दी।

खाने के बाद हम लोग उसी चारपाई पे एक ही चादर ओढ़ सोने को हुए।

माँ ने ब्लैक रंग का नाईटी और मैं लूजर और बनियान पहनकर सो गए।

रात के लगभग 2 बज रहे होंगे. तभी मुझे अपने पैन्ट में कुछ महसूस हुआ.
देखा तो मेरा लंड अपने औकात से कुछ ही कम था।

मेरा लंड माँ की गांड से जा लगा था.
मैं भी नींद का बहाना बना कर अपने शहजादे को उनकी गांड पे लगाने लगा.
लेकिन इससे मेरी ही हालत खराब होती जा रही थी।

मैंने अपने आप को कुछ देर शांत किया और थोड़ी देर बाद अपने एक हाथ को माँ के पेट पे रख सोने का नाटक करने लगा।

थोड़ी देर के बाद मैं अपने हाथ और लंड से मां को घिसने लगा.
लेकिन अभी भी उनके तरफ से कुछ भाव न था।
मुझे लगा कि सफर करने से उनको थकावट के कारण नींद आ गई होगी।

इसलिए अपने एक हाथ से मैंने उनकी नाइटी को उनकी जांघ तक उठा दिया।
उनके चिकनी और गोरी टांग को देख कर मेरे मुंह में पानी आने लगा.

लेकिन मैं सारा मजा किरकिरा होने नहीं देना चाहता था।
इसलिए नाईटी को उतना पे ही छोड़ कर अपने लंड को उनकी गांड पे टिका दिया तथा एक हाथ को उनके बूब्स पे रख दिया और धीरे धीरे मलने लगा.

उनके शरीर में थोड़े ही हरकत हुई और सिसकारी की आवाज आने लगी।
उनके बूब्स ऊपर नीचे होने लगे।

मैं भी अपने हाथ और लंड का जादू उनपे चला रहा था।

कुछ देर ऐसे ही चलता रहा.
फिर अचानक माँ ने मेरी तरफ करवट बदल ली।

मुझे तो सांफ सूंघ गया था। मुझे डर लगने लगा कि अब क्या होने वाला है और मैं क्या करूं अब?

अनेकों प्रकार के मन में विचार चल रहे थे.
कि अचानक ही माँ ने कान में कहा- जो कर रहे हो, करो।

एक पल के लिए तो मुझे विश्वास ही नहीं हुआ कि माँ ने वो कह दिया जो मैंने सोचा भी नहीं था।

फिर क्या था … आदेश मिलते ही अपने हाथ को और मजबूती से माँ के बूब्स को दबाने लगा तथा अपने लंड को उनकी चूत पे, नाईटी के ऊपर से ही रगड़ने लगा।

ऐसे ही 10 मिनट के बाद मैंने अपने होंठ माँ के होंठ से मिला दिये।

अचानक हुए हमले को लेकर वो भी तैयार थी, वे भी मेरा साथ देने लगी।
अब हमने एक दूसरे की जीभ को चूसना शुरु किया.
वो अब पहले से ज्यादा गर्म हो गई थी।

मैं भी एक क़दम आगे बढ़ा, उनके गाल और गले को चूमने लगा.
वो भी अपने दोनों हाथ से मेरी पीठ सहला रही थी।
उनके गाल और गले दोनों मेरे थूक से सन गए थे।

मेरा एक हाथ उनके बूब्स दबा रहा था और एक हाथ उनकी नाइटी के अंदर पैंटी पे से ही चूत सहला रहा था।
वे एक हाथ से मेरा लंड निचोड़ रही थी।

मैंने बोला- माँ, आप नाईटी उतार दीजिए.
उन्होंने धीरे से कहा- तुम ही उतार लो।

बिना एक पल गंवाए मैंने उनकी नाईटी उतार दी और अपना लूजर तथा बनियान उतार के फेंक दिया।

मैं ब्रा के ऊपर से ही उनके बूब्स दबा रहा और उनकी नाभि जो गहरी थी उसे चाट रहा था।

माँ ने कहा- चड्डी उतार दो!
जो सुनते ही मैंने उतार के फेंक दी।

आहिस्ता आहिस्ता मैंने माँ की ब्रा उतार दी और दोनों बूब्स को निचोड़ने लगा.

माँ की सिसकारी बढ़ने लगी थी।
वो बीच बीच में बोल रही थी- और जोर से … सब दूध निकाल लो।

अचानक ही मैं उठा और उनकी पैंटी एक ही झटके में निकाल फेंकी।

उनका शरीर चांद की दूधिया रोशनी में ताजमहल से भी खूबसूरत नज़र आ रही थी।
मानो मैं उनको देखता ही रहूँ।

उनको किस करते करते मैं अपनी एक उंगली उनकी चूत पे फिराने लगा.
माँ की चूत बहुत ज्यादा पानी छोड़ रही थी।

मैंने भी बिना देर करते हुए उनकी चूत पे अपना मुंह लगा दिया।
माँ मानो जैसे इस दुनिया को छोड़ किसी और दुनिया में जा चुकी थी।

उनकी सिसकी की आवाज अब और बढ़ गई थी।
मेरी जीभ से चूत चाटना तथा जीभ घुसा कर उनको चोदने में मुझे बहुत मजा आ रहा था।

अचानक से उन्होंने अपने शरीर को ऐठना शुरू किया और एक चीख के बाद उन्होंने अपना पानी छोड़ दिया।
उनका सारा पानी चाटने के बाद,उन्होंने मुझे चारपाई पे लिटा दिया।

लिटाने के बाद माँ मेरा लंड लेकर हिलाने लगी.
थोड़ी देर बाद मुझे टोपे पे महसूस हुआ कि उन्होंने अपनी जीभ फिराई है।

मैं तो सातवें आसमान में था।

माँ धीरे धीरे कर आधा लंड लगभग मुंह में लेकर चूसने लगी।

मेरे कहने पर उन्होंने अपनी चूत मेरे मुंह पे रख दी.
69 पोजीशन में हम दोनों सेक्स करने लगे।

लगभग 15 मिनट में माँ दो बार झड़ी और मेरा सारा वीर्य माँ एक रण्डी की तरह पी गई।

रात के 3 बज गए थे लेकिन किसी के आंख में नींद नहीं थी।

मैं फिर से माँ के बूब्स मसलने लगा और किस करने लगा.
और माँ ने अपने हाथ का जादू ऐसा चलाया कि मेरा लंड 10 मिनट बाद अपने पूरा आकार लेकर दानव बन गया था।

मैंने माँ को कहा- मुझे चोदना है आपकी चूत!
अपनी पलकें झुका के माँ ने सहमति दे दी।

लेकिन फिर वे बोली- मैं इतने बड़े लंड से कभी नहीं चुदी हूँ. तुम्हारे पापा का भी 5 इंच का ही है। लेकिन तुम्हारा बहुत लंबा और मोटा है, मुझे बहुत दर्द होगा। क्योंकि 1 साल से तुम्हारे पापा ने मुझे चोदा नहीं है।

मैं चारपाई पर ही मां के बूब्स मलने और चूसने लगा, अपने लंड को उनकी चूत पर घिसने लगा जिससे वो अब बहुत ज्यादा चुदासी होने लगी थी।
अचानक ही उन्होंने कहा- मुझे चुदना है, मेरी चूत से ढेर सारा पानी निकल रहा है।

मैंने भी उनकी बातों को नजरअंदाज किया और उनको और गरम करने में लगा रहा।
इसका फल यह हुआ कि उनकी चूत से पानी की धार बहने लगी और निप्पल खड़े होने लगे।

तब मैंने मां के दोनों पैरों को हवा में उठाया और कंधे पर रख लिया तथा लंड को चूत पे सेट किया और जोरदार धक्का लगा दिया.
जिसके कारण उनकी सिसकारी अब चिल्लाहट में बदल गई।

उनकी आंखों में देखा तो उनके आंसू निकलने लगे और मैंने अपने लंड को देखा तो लगभग आधा उनकी चूत में गुम गया है।

मैं उनके होंठ को चूसे जा रहा था।

उनका दर्द कुछ कम होने के बाद मैं जितना लंड घुस हुआ था, चूत में उतना ही अंदर बाहर करने लगा।

माँ के शान्त होने के बाद एक फाइनल धक्का लगा दिया और उनके मुंह को अपने मुंह से बंद कर दिया।
परिणाम स्वरूप उनकी चीख बाहर बहुत ज्यादा नहीं निकल पाई।

उनकी आंख से आंसू लगातार बह रहे थे।

धीरे-धीरे लगभग 5 मिनट उनकी चुदाई आराम से होती रही, जिससे लंड मेरा उनकी चूत में सेट हो गया।
उनका दर्द अब सिसकारी में बदल गया था।
और मैंने भी अपनी रफ्तार थोड़ी बढ़ा दी।

अब माँ के मुंह से ‘आआ … आआआ … सी ओओ ओओ … सी’ की आवाज़ आने लगी जो वातावरण को और कामुक बना रही थी।
उनके बूब्स लगता ऊपर नीचे हो रहे थे और मैं लगातार जोरदार धक्के लगाते जा रहा था, साथ ही उनके निप्पल को मसल रहा था।
जिसके कारण वो और चुदासी होती जा रही थी।

20 मिनट की चुदाई में माँ 2 बार झड़ चुकी थी।

फिर मैंने उनको कुतिया बना के अपना लंड एक ही झटके में पूरा अंदर डाल दिया, जिसके लिए वो तैयार नहीं थी।
उन्होंने बोला- बेटा, आराम से चोद मुझे … मैं कहीं भागी नहीं जा रही।

पीछे से दोनों बूब्स पकड़ के लगातार 5 मिनट चोदने के बाद, मैं उनके केश पकड़ के बेरहमी से उनकी चुदाई कर रहा था।
वो चीख रही थी- आ आआ आह … आआ ओओ ओह … और अंदर तक घुसाओ।

माँ चिल्ला चिल्ला कर मेरी और उत्तेजना बढ़ा रही थी।

चोदते चोदते मैंने उनकी गांड में उंगली
घुसा दी जिससे वो एकदम मेरे हाथ से छूट गई और बोली- सिर्फ चूत चोदना है, गांड नहीं मारनी।

मैंने उनको शांत किया और चारपाई पे चित कर के चोदने लगा।

25 मिनट की चुदाई में माँ 3 बार पूरी तरह से झड़ गई थी।
इतनी लंबी चुदाई से वो ज्यादा थक गई थी और बोल रही थी- अब तुम भी झड़ जाओ।

मुंह में मुंह सटा के मैं उनकी चूची मसलने लगा और अपनी स्पीड और बढ़ा दी चुदाई की।
जिससे कि पुरानी चारपाई चोय- चोय कर के टूट गई.
लेकिन फिर भी माँ की चुदाई होती रही।

उसके दस मिनट के बाद माँ और मैं दोनों एक साथ झड़ गए।
Xxx माँ चुदाई के बाद अपना सारा वीर्य मैंने उनकी चूत के अंदर ही छोड़ दिया।
माँ ने कुछ नहीं बोला और थक के सो गई।

मैं भी उनका एक बूब मुंह में लेकर उन्ही पे सो गया।

हम दोनों चुदाई में इतने थके थे कि कब नींद आ गई, मालूम ही न चला।

अगली सुबह माँ ने मुझे उठाया और दाह संस्कार शामिल होने के हम दोनों उनके घर पहुंच गए।

ये सब काम खत्म होने में 3 शाम के बज गए थे।

Xxx माँ चुदाई कहानी आपको कैसी लगी?
कमेंट्स में बताएँ.

Guestbook - Talk with other readers

 
 
 
Fields marked with * are required.
Your E-mail address won't be published.
It's possible that your entry will only be visible in the guestbook after we reviewed it.
We reserve the right to edit, delete, or not publish entries.
46 entries.
agentxxx
Hey author u want me to write stories in your site. ping directly hope u have my mail..
Hey author u want me to write stories in your site. ping directly hope u have my mail..... Collapse
agentxxx
Hi, This is my story. why did u copy others with out permission.
Hi, This is my story. why did u copy others with out permission.... Collapse
Romie
love this. I have to remake this on glambase
love this. I have to remake this on glambase... Collapse
Aran
love this. i'm gonna recreate it on glambase
love this. i'm gonna recreate it on glambase... Collapse
Maruthu
Hi girls iruntha vanga மூடா இருக்கேன்
Hi girls iruntha vanga மூடா இருக்கேன்... Collapse
Aran
Now im inspired for when i go on glambase later
Now im inspired for when i go on glambase later... Collapse
Aran
this inspired me for glambase later
this inspired me for glambase later... Collapse
Kamaveri Paiyan
அவள் புண்டையை பார்த்தேன். எனக்கும் இன்னும் மூடு ஏறியது.
அவள் புண்டையை பார்த்தேன். எனக்கும் இன்னும் மூடு ஏறியது.... Collapse
Romeo
Hi and hello
Hi and hello... Collapse
Mona
As a mom i understand this feeling.
As a mom i understand this feeling.... Collapse
Anitha
Nice story
Nice story... Collapse
tom
epdi guys story share pandrathu
epdi guys story share pandrathu... Collapse