Latest Hindi Sex Stories added for who looking to read Sali Xxx Jija Kahani – बीवी की चूत में आशिक जीजू का लंड to make every night hot about Sali Xxx Jija Kahani – बीवी की चूत में आशिक जीजू का लंड story.
Story Start Here :
साली Xxx जीजा कहानी में मेरी बीवी के पहले प्यार जीजू से चुदाने की इच्छा मैंने पूरी करवाई और मेरे सामने ही उसके आशिक जीजा ने मेरी सेक्सी बीवी को दबाकर चोदा.
दोस्तो, मैं प्रेम एक बार पुनः आपकी सेवा में हाजिर हूँ.
मैं आपको अपनी सेक्सी बीवी पूजा के पहले आशिक उसके जीजा रतन के साथ हुई चुदाई की कहानी का मजा दे रहा था.
कहानी के पहले भाग
बीवी को उसके जीजू से चुदने को उकसाया
में अब तक आपने पढ़ लिया था कि पूजा और रतन मस्त होकर व निर्भय होकर सेक्स करने लगे थे.
अब आगे साली Xxx जीजा कहानी:
वे दोनों एक दूसरे को चूमने लगे.
रतन ने पूजा का टॉप और ब्रा उतार दी.
अब पूजा के दोनों बूब्स रतन के हाथ में थे.
वह उसके बूब्स को चूसने लगा, निप्पल को जीभ से चाटने लगा.
पूजा गर्म हो गई और सिसकारी लेने लगी.
वह उसे चूमने लगी.
अब रतन ने पूजा को गोद में लेकर चूमते हुए सोफे पर लिटा दिया, उसके शॉर्ट्स और चड्डी भी निकाल दी.
अब पूजा एकदम नंगी थी.
रतन तो पूजा की चूत पर टूट पड़ा और वह जोर जोर से चुत चूसने लगा.
पूजा ‘आह ओम्ह्ह ऐई’ करती हुई अपने जीजा जी का सर पकड़ कर चुत पर दबा रही थी.
रतन चुत चूसने के बाद ऊपर आया और मेरी बीवी के बूब्स को बेदर्दी से मसलने लगा था.
साथ ही वह मेरी बीवी पूजा के होंठ चूसने लगा, फिर उसने अपनी जीभ पूजा के मुँह में डाल दी.
पूजा उसकी जीभ को आइसक्रीम की तरह चूसने लगी.
कुछ देर चुसाई के बाद रतन बोला- जान मेरे कपड़े उतारो.
पूजा बैठ गई और उसने रतन की टी-शर्ट, बनियान उतार दी.
रतन के सीने पर बहुत बाल थे.
वह लेट गया.
पूजा उसको सर से चूमती हुई नीचे पहुंची.
उसने अपने जीजा जी का लोअर व चड्डी को उतार दिया.
अब पूजा के हाथ में मोटा तगड़ा काला लंड था.
लौड़े के बाल रतन ने शेव कर रखे थे.
शायद उसे आज पक्के में पूजा को चोदने की गारंटी रही होगी.
पूजा लंड को हिलाते हुए देख रही थी, रतन का लंड लगभग 6 इंच लम्बा और तीन इंच मोटा था.
रतन बोला- क्या देख रही है?
पूजा बोली- आपका कल्लू काफी मोटा है.
उसने पूछा- प्रेम का कैसा है?
तो वह बोली- लम्बा तो इससे ज्यादा है लेकिन मोटा कम है.
रतन ने कहा- मेरी जान, मेरी बीवी … इसका स्वाद तो ले लो.
तो पूजा बोली- मैं मुँह में और गांड में लंड नहीं लेती, मुझे घिन आती है. मैंने प्रेम का भी कभी नहीं लिया.
रतन ने कहा- कोई बात नहीं, अपने गर्म होंठों से चूम तो ले मेरी रानी.
पूजा ने लंड को किस किए, जिससे रतन जोश में आ गया और उसने पूजा को सीधा लिटा दिया.
रतन ने मेरी बीवी पूजा के पैर फैलाए और अपनी जीभ चूत में घुसा दी.
जैसे लंड अन्दर बाहर करते हैं, वैसे ही वह जीभ को लंड के जैसे चुत में अन्दर बाहर करने लगा.
इस तरह से चूत पर हमले से पूजा मचलने लगी और वह अपने जीजा जी का सर पकड़ कर अपनी चुत पर ऐसे दबा रही थी मानो सर के बल जीजा जी को अपनी बुर में घुसेड़ लेगी.
कुछ देर बाद पूजा झड़ गई.
रतन ने सारा रस पी लिया और जीभ से पूरी चूत चाट कर साफ कर दी.
वह पूजा को गोद में लेकर चूमने लगा.
उसका लंड वियाग्रा के कारण तना हुआ था.
वह रेलवे पटरियों पर घूमने वाले काले मोटे चूहे की तरह लग रहा था.
पूजा भी रतन को चूम रही थी.
वह बोला- जान इतने दिन तक क्यों तड़पाया?
तो पूजा बोली- मैं मन ही मन आप को चाहती थी. लेकिन मैं डरती थी अपने रिश्ते को लेकर कुछ गलत हो गया. किसी को पता चल गया तो!
रतन बोला- तो मैं तुमसे भी शादी कर लेता!
पूजा बोली- नहीं, हमारी उम्र में फर्क है घरवाले नहीं मानते, दूसरी बात यह कि दीदी की लाइफ भी खराब हो जाती. ये संभव नहीं था.
वे दोनों एक दूसरे को चूमते हुए बातें कर रहे थे.
रतन ने कहा- पूजा मैं कितना पीछे पड़ा था, एक बार बोल देती कि ये डर है! हम कॉन्डम यूज कर लेते! अब तक मैं तेरी चूत कितनी बार चोदकर फ़ाड़ चुका होता!
पूजा ये सब सुनकर गर्म हो गई और बोली- अब किस बात की देर है मेरे राजा … अब फाड़ दो न मेरी चूत … आह मेरी जान!
ये सुनते ही रतन ने उसे पकड़ कर सोफे पर लिटा दिया और पैर खोलकर अपना मोटा लंड चूत पर रगड़ने लगा.
मोटे लौड़े के स्पर्श मात्र से पूजा सिहर उठी.
वह बोली- आराम से डालना, थोड़ा ज्यादा मोटा है!
रतन ने लंड पर थूक लगा कर चूत पर सैट किया और हल्का सा धक्का दिया, तो कुछ हिस्सा अन्दर गया, जिससे पूजा के मुँह से आह की सेक्सी आवाज निकली. उसने अपने होंठ दांतों के नीचे दबा लिए.
रतन ने दो तीन धक्के में ही पूरा लंड चूत में घुसा दिया.
उसके बाद वह पूजा के बूब्स चूस कर चोदने लगा.
पूजा भी मस्ती में आ गई, वह बोलने लगी- उम्ह आह चोदो मुझे … ऊंह आह उफ़ आह चोदो जान!
रतन ने बूब्स को दबाते हुए होंठों पर हमला बोल दिया.
पूजा भी मस्ती में थी तो रतन के होंठ चूसने लगी.
रतन अब तेज़ गति से मेरी बीवी पूजा को चोद रहा था.
पूजा की सांसें तेज हो गई थीं.
वह थोड़ा सर उठा कर चूत में लंड अन्दर बाहर होते देखने की कोशिश कर रही थी.
रतन ने उसे हाथ पकड़ उठाया और इस तरह बैठाया कि उसे चूत में लंड अन्दर बाहर होता दिखता रहे.
वह मोटे तगड़े लंड को अपनी चूत को चोदते देख खुश हो गई और रतन को चूमने लगी.
पूजा बोली- वाह, क्या मस्त चुद रही हैं मेरी चूत!
रतन बोला- और मेरा लंड?
तो वह बोली- बहुत मेहनती है, अच्छा चोद रहा है, खूब मोटा भी है.
चुदाई के साथ उनकी चूमा चाटी भी चालू थी.
वह खुश होकर कभी चूत में जाती लंड को देखती तो कभी रतन को देख रही थी.
जिससे पूजा बहुत उत्तेजित हो गई और थोड़ी देर बाद वह भी झड़ गई.
रतन वियाग्रा की वजह से नहीं झड़ रहा था.
पूजा अब थक गई थी लेकिन उसका चुदाने से दिल नहीं भरा था.
रतन भी इतने मुश्किल से मिली पूजा को छोड़ने वाला नहीं था.
दोनों की आंखों में वासना भरी थी.
शायद इतने सालों का प्यार आज अंजाम तक पहुंच रहा था.
मुझे रतन की स्टेमिना का पता नहीं था.
ये वियाग्रा का असर था या इतने सालों की पूजा को चोदने की प्यास थी.
मैंने कभी वियाग्रा नहीं ली थी इसलिए मुझे इसका कोई आइडिया नहीं था, मैंने बस इसके बारे में सुना था कि इस दवा के लेने से आदमी जल्दी झड़ता नहीं है.
चूंकि मैं सेक्स में अपनी बीवी को अच्छे से संतुष्ट कर देता था तो मुझे इस दवा की कभी जरूरत ही नहीं पड़ी थी.
मैं पूजा को देखकर हैरान हो गया था.
मेरे साथ वह दो बार झड़ने के बाद थक जाती थी और आगे सेक्स नहीं करती थी.
शायद इतने सालों तक रतन को उसने तड़पाया था, उसके पछतावे का प्रायश्चित करने के लिए वह उससे लगातार चुदवाती जा रही थी.
रतन भी अपने सपने को हकीकत में बदलते देख कर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता था.
रतन उसे सहलाने लगा.
दोनों के बीच चूमा चाटी का दौर फिर से चल पड़ा.
उन दोनों का ही पहला प्यार था क्योंकि पूजा भी उस समय कम उम्र में अपने जीजू को दिल दे बैठी थी … और रतन भी पहली नजर में पूजा को चाहने लगा था.
ये उनका सच्चा प्यार ही था कि इतने सालों बाद ही सही, उनका प्यार अंजाम तक पहुंच गया था.
पहले प्यार की बांहों में होने की खुशी उन दोनों के चेहरों पर थी.
रतन पूजा के पूरे जिस्म को चाट रहा था.
पूजा उसकी बांहों में ऐसी बच्ची सी लग रही थी जो मोटे तगड़े जिस्म की कैद में थी.
रतन पूजा के जिस्म से खेल रहा था.
वह कभी उसके बूब्स चूस रहा था, कभी होंठ, कभी चूत सहला रहा था.
उन दोनों में कोई जल्दबाजी नहीं थी.
पूजा उसके लंड को हिला रही थी और वह रतन को चूम रही थी.
थोड़ी देर बाद पूजा पुनः गर्म हो गई.
इस बार रतन ने उसे घोड़ी बना लिया.
उसने पूजा के आगे के शरीर को सोफे पर टिका दिया था. पीछे रतन खुद था.
और पूजा की मखमली गांड उस वक्त बिल्कुल मेरे सामने थी, जो कि लाइट में चमक रही थी.
मुझे साफ दिख रहा था कि पूजा की चूत का छेद गीला था. मैं खिड़की से लाइट की रोशनी में साफ साफ देख सकता था.
अबकी बार रतन पूजा के पीछे न होकर ऊपर खड़ा था.
उसकी टांगों के बीच में पूजा की गांड थी.
उसने पूजा को सही से सोफे पर टिकाया और पूजा को बिना बताए एक तगड़े झटके से अपना पूरा लंड चूत में घुसेड़ दिया.
इस तरह के हमले के लिए पूजा बिल्कुल तैयार नहीं थी.
उसकी चीख निकल गई और आंखों में आंसू आ गए.
वह रतन से छूटने के लिए छटपटा रही थी.
लेकिन रतन ने मोटे तगड़े शरीर से उसे जकड़ रखा था. वह छूटना तो दूर, हिलने भी नहीं दे रहा था.
कुछ देर ऐसे ही रहने के बाद धीरे धीरे रतन लंड अन्दर बाहर करने लगा.
अब पूजा कुछ शांत हुई और शिकायत करती हुई बोली- इतनी निर्दयता से कोई लंड घुसाता है क्या?
रतन ने कहा- सॉरी यार, तेरी गांड देखकर जोश आ गया था!
पूजा कराहती हुई बोली- ऊँह यार … मेरी जान निकाल दी!
रतन अभी पूजा से डरते हुए धीरे धीरे चोद रहा था.
अब पूजा का दर्द कम हो गया था, उसे लंड लेने में मजा आने लगा था.
उसकी मटकती गांड देख कर रतन ने चुदाई की गति बढ़ा दी.
रतन पूजा के आगे की तरफ झुका हुआ था, जिससे वह लंड से पूरी ताकत लगा कर चुत चोद सके.
मुझे पूजा की दोनों गोरी टांगों के बीच चूत में मोटा काला लंड अन्दर बाहर होता साफ दिख रहा था.
पूजा अब मजे में चुद रही थी और बोल रही थी- हां चोदो मुझे … ऊंह आह उफ़ आह … मेरी जान कितना मस्त चोद रहे हो … ओहो पूरा लंड घुस गया मेरी चूत में … वाह क्या मजा आ रहा है!
ये सब सुनकर रतन को जोश चढ़ गया और उसने तेज तेज धक्के लगाने शुरू कर दिए.
पूरे कमरे में उन दोनों की मदहोश कर देने वाली आवाजें और चूत लंड की फच फच की आवाजें गूंज रही थीं.
रतन के पूरी ताकत से लगने वाले तेज धक्कों से पूजा दहल उठी थी और वह अपना आपा खो कर गालियां देने लगी थी.
यह उसको मैंने ही सिखाया था कि जब चुदाई फुल मस्ती में होने लगे तो वह खूब गालियां दे कर अपनी चुदास को खुल कर जाहिर करे.
उस वक्त यही होने लगा था.
पूजा की चुदाई की मस्ती चरम पर आ गई थी तो वह गालियां देने लगी थी- और तेज चोद मादरचोद … आह उम्ह्ह क्या चोद रहा है बहन के लौड़े … आह चोद भोसड़ी के साले हरामी जीजा … तू तो ऐसे चोद रहा है जैसे मैं तेरी बीवी हूँ. आह चूत खोल दी मां के लौड़े तूने … आह तेरा लंड मेरी बच्चेदानी तक घुस रहा है बहन के लंड! आह चोद मादरचोद!’
पूजा का यह रूप देख कर रतन गर्म हो गया और वह अपना पूरा लंड लगभग बाहर तक निकालता और झटके से अन्दर तक डाल देता.
दो तीन बार ऐसे करने से पूजा बौखला गई और अनाप-शनाप बकने लगी- ओहो हां चोद मुझे भोसड़ी के … चूत फाड़ दे मेरी बहन के लौड़े … साले प्रेम को भी तो पता चले कि इस चूत के कितने दीवाने हैं … उस भोसड़ी वाले के कल से पीछे पड़ी हूं कि चूत चोद दे … हरामी को कभी पेट दर्द होने लगता है तो कभी नींद आती है … आह ले मरवा ली चूत मैंने … अब फटी चूत चूस लेना कमीने!
उसकी ये बातें सुन कर तो रतन ने आपा खो दिया.
वह पूजा के कंधे पकड़ कर जोर जोर से धक्के लगाने लगा.
पूजा के कूल्हे और रतन की जांघ की जबरदस्त टकराहट से हॉल में थप थप थप की आवाज गूंजने लगी.
पूजा ने घोड़ी बने हुए ही प्यार से पीछे मुड़ कर देखा.
उसकी आंखों में रतन के लिए प्यार और मस्त चुदाई के लिए शुक्रिया के भाव थे.
रतन ने उसकी आंखों में ये भाव देखे तो झट से उसके बाल पकड़ लिए और अपनी जीभ पूजा के मुँह में डाल दी.
पूजा जीभ चूस रही थी. रतन जोर से चोद रहा था.
कुछ देर बाद रतन बोला- पूजा, गांड मार लूं क्या?
पूजा अब चरम पर थी, वह बोली- बहन के लौड़े, गांड तो नामर्द मारते हैं, मर्द तो चूत को फ़ाड़ देते है मादरचोद … लंड में दम नहीं है क्या?
अब रतन ने लंड को पूरा बाहर निकाल लिया और पूजा कुछ समझती, उससे पहले ही एक झटके में पूरा लौड़ा चूत में घुसेड़ दिया.
यह सब बिजली की गति से हुआ था तो पूजा अचकचा गई.
वह कुछ कहती कि तभी रतन ने फिर से लंड बाहर निकाला और फिर से झटके से घुसेड़ दिया.
पूजा जोर से चिल्लाई- हां चोदो मुझे मेरी जान … वाह मेरे लंड आहा मजा आ गया … तेरे लौड़े ने चूत फाड़ दी!
यह सुन कर रतन ने वैसे ही 8-10 बार लंड अन्दर घुसा कर निकाला तो पूजा और रतन साथ में ही झड़ गए.
रतन पूजा पर गिर गया.
कुछ देर बाद रतन ने उसे गोद में बैठा लिया और चूमने लगा.
वे दोनों नंगे ही थे.
साली Xxx जीजा के चेहरे पर मुस्कान और संतुष्टि थी.
थोड़ी देर बाद दोनों ने कपड़े पहन लिए और रतन अपनी बीवी को देखने उसके कमरे में चला गया.
इधर मेरी बीवी पूजा मेरे कमरे में आकर मुझे देखने लगी कि मैं सो रहा हूँ या नहीं.
कुछ देर बाद वे दोनों वापस हॉल में आ गए थे और मैंने देखा कि रतन के हाथ में दारू की बोतल थी.
दोस्तो, साली जीजा की इस चुदाई की कहानी में आगे क्या हुआ, यदि आप जानना चाहते हैं तो प्लीज साली Xxx जीजा कहानी पर मुझे अपने कमेंट्स से जरूर बताएं.
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