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यह छोकरी भी १६ साल की ही थी जबकि मैं ६७ वर्ष का. वह अपनी उम्र से काफी कम भी दिखती थी. एकदम गुडिया रानी, बच्ची. उसे बेलारानी भोसले ने भेजा था मेरे कुत्सित मज़े के लिए. इस छोरी से ५१ साल बड़ा होने के बावजूद मेरा शारीर मोटा ताज़ा और हट्टाकट्टा था, भारी बदन, जांघें चौड़ी, और पेट कुछ आगे आया हुआ. बजन ९० किलो. जबकि मेरी तुलना में यह छोरी कच्ची उम्र व कमजोर सेहत की थी. पतली दुबली. वजन भी ३३ किलो ही था. फिरभी एक बात थी उसमें. छोकरी सेक्सी और गरम थी.
मेरी कद काठी देख वह सहम गई थी. उसके साथ उसकी एक सहेली भी थी जो कि १८ की थी. उसका नाम चित्रा था. वह उसे समझा रही थी. मेरे सेक्स के खेल के बाबत. फिर बेलारानी भोसले भी थी.
वह छोरी जो कि चुनामुनिया थी, स्कर्ट टॉप्स में थी जिसे मैंने खुद रस लेकर उतारा अर्थात इस छोकरी को नंगी किया. स्तन या मम्मे उसके बहुत छोटे थे. मैंने शुरूआत में उन्हें कस कर, रगड़ कर दबाया. चूंचियां मरोड़ी उसकी. फिर उसकी फुद्दी, उसकी भोसड़ी में अंगुल की. वह चिहुंकी. लेकिन मेरा ख़ास क्रियाकर्म आज के दिन उसकी गांड को तरोड़ना मरोड़ना था. मैं वैसे भी छोटी छोरी की गांड मारा करता हूँ.
चुनमुनिया को उलटी लिटाया था पेट के बल ताकि मैं उसकी छोटी कासी कच्ची गांड को मज़े मर देख सकूँ. यह काम करने मैं तत्काल नंगा हो गया. मेरा लंड ९ इंच का तन्नाया हुआ था. लंड व अंडकोष के इर्दगिर्द झांटों का झुरमुट भी था. जिसे उस छोटी सी बच्ची को दिखाया तो उसकी आँखें बंद हो गई.
चुन्मुनिया कि सहेली ने उसकी नंगी गांड के गोलकों को चौड़ा किया ताकि मैं इस बच्ची की गांड का छेड़ दीख संकूँ. जैसे मुझे वह नजर आया मैंने कास कर उसमें अंगुल क्रिया शुरू कर डी. चुनामुनिया को दर्द हुआ तो मैंने उसका गला दबोच मुंह बंद कर दिया जिससे आवाज़ न निकले. मैंने पहले दो अंगुलियाँ उसकी गांड के छेड़ में डाली, फिर तीन, फिर चार. चरों अँगुलियों से बहुत जोर से फिस्तिंग की. बच्ची का दर्द बढ़ता गया. मैंने महसूस किया कि गांड के भीतर का मांस बहुत लज़ीज़ व गरम है. फिर मैंने उसकी गांड पर धौल जमाए व मुठी मचका कर चोट की. गंद के बाहर के मांस को पेला और धच धच दबाया, मुट्ठी मार मार. फिरुसकी गांड के छेड़ पर मुंह मारा और दांतों से चमड़ी को कुतर खाया. शायद हलका सा खून भी निकला होगा क्योंकि ये छोरी अब सिसक रही थी दर्द के मारे.
आखिर में मैंने उसकी अंड मारी. मेरा लंड शुरू में पूरा उसकी गांड में नही घुसा पाया, पर मैंने जोश मार कर अपने कड़े लौड़े को भीतर धंसाया तो लंड ७ इंच आगे घुस फंस गया. फिर कास के धक्का मारा. यह चोरी बिलबिलाने लगी. उसकी आँखों से आंसू निकल आए. वह एक तरह से तड़फ रही थी जब तक मैं उसकी गांड मारता रहा.
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